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Ghaziabad News: लोगों के नाम पर फर्जी सिम से साइबर ठगी, आरोपी गिरफ्तार
Ghaziabad News: आरोपी भारती एक्सा प्राइवेट लिमिटेड इंश्योरेंस कम्पनी के नाम पर ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से अपने खातों में रुपये ट्रांसफर कराते थे।
Ghaziabad News: गाजियाबाद में लोगों के नाम पर फर्जी सिम निकालकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में थाना शालीमार गार्डन पुलिस व साइबर टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी भारती एक्सा प्राइवेट लिमिटेड इंश्योरेंस कम्पनी के नाम पर ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से अपने खातों में रुपये ट्रांसफर कराते थे। पुलिस ने ठगी करने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से अलग-अलग कम्पनियों के अवैध 180 एक्टिव सिम कार्ड, एक लैपटॉप व दो मोबाइल फोन बरामद किए है।
ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
साइबर अपराध में साइबर धोखाधड़ी के मामलों की शिकायत लगातार बढ़ रही है। साइबर ठगों को फर्जी सिम की तलाश रहती है। जिसे पूरा करने के लिए दिल्ली एनसीआर में तीन युवक अलग-अलग लोगों को अपने झांसे में लेकर उनके आधार कार्ड और दूसरे प्रमाणपत्रों के आधार पर उनके नाम से फर्जी सिम निकलवा कर साइबर ठगों को बेचने का काम कर रहे थे। इस काम से उन्हें मोटी आमदनी हो रही थी। शालीमार गार्डन पुलिस व साइबर टीम द्वारा चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना के आधार पर भारती एक्सा प्राइवेट लिमिटेड इंश्योरेंस कम्पनी के नाम पर ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से अपने खातों में रुपये ट्रांसफर कराकर ठगी करने वाले तीन शातिर ठगों अमित राठौर, विनय कुमार व संजीव को ताहिरपुर कट के पास से गिरफ्तार किया है।
आरोपियों से बरामद हुए इतने समान
इनके कब्जे से (भिन्न-भिन्न) कम्पनियों के अवैध 180 एक्टिव सिम कार्ड, एक लैपटॉप व दो मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस पूछताछ में इन्होंने बताया कि तीनों व्यक्ति सिमों को साइबर धोखाधड़ी करने वाले भिन्न-भिन्न लोगों को अपने लैपटॉप के माध्यम से फर्जी कम्पनी बनाकर आनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए बेचते हैं। एक व्यक्ति जो दिल्ली से अवैध सिम खरीदने यहां आने वाला था। उसी के इन्तजार में तीनों यहां खड़े हुए थे। हम तीनों व्यक्तियों से बरामद सिम कार्ड को एक्टिव करने तथा उनका साइबर अपराध में प्रयोग करने के उद्देश्य से बेचकर अवैध धन एकत्रित करते हैं।