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Ghaziabad News: नियम विरुद्ध चल रहे स्कूल, सरकार नहीं लगा पा रही लगाम

Ghaziabad News: नंदग्राम में ही गॉडविन एजुकेशनल एकेडमी नाम से चल रहे स्कूल के बारे में भी बताया जा रहा है कि यहां भी मानकों को धड़ल्ले से दरकिनार किया जा रहा है।

Neeraj Pal
Report Neeraj Pal
Published on: 29 Feb 2024 6:08 PM IST
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गॉडविन एजुकेशनल एकेडमी source: Newstrack 

Ghaziabad News: गाजियाबाद में मानकों को ताक पर रख कर किस तरह बच्चों के जीवन और उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। इसके अनेक उदाहरण स्कूल के रूप में देखने को मिल जाएंगे। सरकार द्वारा समय समय पर इन स्कूलों के खिलाफ अभियान भी चलाए जाते है, लेकिन सरकारी ओहदों पर बैठे लोगों के मिली भगत से अभियान केवल कागजी बनकर रह जाते हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे, लेकिन अगर सूत्रों की मानें तो हकीकत यही है। नंदग्राम में ही गॉडविन एजुकेशनल एकेडमी नाम से चल रहे स्कूल के बारे में भी बताया जा रहा है कि यहां भी मानकों को धड़ल्ले से दरकिनार किया जा रहा है। गॉडविन एजुकेशनल एकेडमी में के बारे में बताया जाता है कि स्कूल की मान्यता केवल 8वीं तक है और शिक्षा 12 वीं तक के बच्चों को दी जा रही है।

नियमों के खिलाफ चल रहे स्कूलों पर लाख रु जुर्माना

सरकार की ओर से साफ निर्देश हैं कि मानकों के खिलाफ चल रहे स्कूलों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के इस अभियान में खंड शिक्षा अधिकारी को साफ-साफ निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने ब्लॉक का दौरा कर बिना मान्यता के चल रहे स्कूल के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएं। गौरतलब है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों के खिलाफ एक-एक लाख रुपये तक जुर्माना लगाने की भी निर्देश प्रदेश सरकार ने दिए हुए हैं। इतना ही नहीं पकड़े गए बिना मान्यता वाले स्कूल कार्रवाई के बाद भी संचालित होते पकड़े जाते हैं तो उन पर प्रतिदिन दस हजार रुपए की दर से भी जुर्माना लगाने की बात भी प्रदेश की योगी सरकार ने कही थी। बावजूद इसके गाजियाबाद में फर्जी तरीके से कई स्कूल चल रहे हैं। बात करें अगर गॉडविन एजुकेशनल एकेडमी की तो यहां भी मानकों को लेकर कई नियम ऐसे हैं जिन पर अमल नहीं किया जा रहा है। बताया जाता है कि स्कूल की मान्यता केवल कक्षा 8 तक है और शिक्षा 12वीं तक के बच्चों को दी जा रही है।

कागजों पर दिखा रहे कोचिंग सेंटर

बताया यह भी जाता है कि 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को शिक्षा तो स्कूल के अंतर्गत दी जा रही है, लेकिन कागजों पर कोचिंग सेंटर दिखाया जा रहा है। अगर सूत्रों की जानकारी सटीक है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस स्तर पर यहां फर्जीवाड़ा चल रहा है। यह तब है जब योगी सरकार के ऐसे विद्यालयों पर प्रतिदिन 10 हजार रूपए जुर्माना लगाने के निर्देश हैं। सूत्रों का तो यह भी कहना है कि जिस बिल्डिंग में स्कूल संचालित किया जा रहा है उसका लैंड लॉर्ड भू अपनी फैमिली के साथ इसी बिल्डिंग में रहता है। जाहिर है जब स्कूल की बिल्डिंग में लैंडलॉर्ड सह परिवार रहता है तो यहां गैस कनेक्शन का भू इस्तेमाल हो रहा होगा। अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गॉडविन एजुकेशनल एकेडमी में बच्चों के भविष्य से तो खिलवाड़ किया ही जा रहा है, वहीं उनका जीवन भी यहां सुरक्षित नहीं है। अगर सूत्रों के जानकारी सही है तो यह भी सच है कि ऐसे स्कूल संचालकों को सरकार का भी कोई खौफ नहीं है। जाहिर है फर्जी तरीके से स्कूल चला रहे संचालकों की सरकारी ओहदों पर बैठे अधिकारियों से साठ गांठ है।

Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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