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Ghaziabad News: अस्पताल में हुआ चमत्कार, 6 महीने से पहले 620 ग्राम वजन में नवजात की हुई नार्मल डिलीवरी
Ghaziabad News: गाजियाबाद के एक अस्पताल में ऐसा चमत्कार हुआ है जिसे जो सुनता है दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर हो जाता है। नन्दग्राम के मरियम अस्पताल में 6 माह की एक बच्ची का जन्म हुआ। बच्ची एकदम स्वस्थ है।
Ghaziabad News: गाजियाबाद के एक अस्पताल में ऐसा चमत्कार हुआ है जिसे जो सुनता है दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर हो जाता है। नन्दग्राम के मरियम अस्पताल में 6 माह की एक बच्ची का जन्म हुआ। बच्ची एकदम स्वस्थ है। जन्म के समय बच्ची का वजन 620 ग्राम था। गौसिया नामक महिला को पेट में दर्द के बाद नंदग्राम के सेंट जोसेफ मरियम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला प्रेग्नेंट थी जिसे डॉक्टर और नर्स के सहयोग से 6 महीने में ही नॉर्मल डिलीवरी हो गई। गौसिया ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया था। खास बात यह है कि बच्ची को कुछ दिन अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया। जिसके बाद आज बच्ची को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। बच्ची के माता पिता ने अस्पताल के डॉक्टरों को धन्यवाद दिया है।
6 महीने में ही सही सलामत बच्चा पैदा हुआ
गाजियाबाद के मरियम अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर अभिमन राघव ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे अस्पताल में एक महिला आई जिसको बहुत तेज़ पेट में दर्द था। हमारी टीम द्वारा जांच की गई तो पाया गया कि महिला को बच्चा होने वाला है। जो अभी 6 महीने की ही प्रेग्नेंट है। डॉक्टरों की टीम ने हिम्मत जुटाते हुए नार्मल डिलीवरी की जिसमें कई 6 महीने में ही सही सलामत बच्चा पैदा हुआ। जिसका वजन 620 ग्राम है। जबकि सामान्य डिलीवरी में 2 किलो 500 ग्राम तक नवजात बच्चे का वजन होना चाहिए। इस बच्ची के जन्म की कहानी किसी चमत्कार से कम नहीं है। किसी बड़े अस्पताल में भी ऐसे केस को रेफेर किया जाता है। परंतु हमारे अस्पताल में डॉक्टर ईश्वर के भरोसे मरीज को वापस नहीं भेजते।
डॉक्टर अभिनव ने बताया कि इस बच्ची को आज हमारे अस्पताल में 61 दिन हो चुके हैं। आज नवजात को डिस्चार्ज किया जा रहा है। इसकी माता गौसिया और पिता इमरान के साथ-साथ अस्पताल का सभी स्टाफ बहुत खुश है। हम कामना करते हैं कि ईश्वर इस बच्ची को लंबी उम्र दे। बच्ची की माता ने कहा कि जब उन्हे पेट में दर्द हुआ उसके बाद उनके पति मरियम अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने नार्मल डिलीवरी कराई। इस दौरान उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची को लगभग दो माह वेंटिलेटर पर रखा गया। आज वे अपनी बेटी को घर लेकर जा रहे हैं।