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Ghosi By Election 2023: घोसी के चुनावी रण में NDA पर भारी INDIA, सबसे बड़े सूबे से निकला बड़ा सियासी संदेश

Ghosi By Election 2023: देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में एनडीए और इंडिया के बीच में इस सीधे मुकाबले में इंडिया गठबंधन की जीत को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा संदेश माना जा रहा है।

Anshuman Tiwari
Published on: 8 Sep 2023 12:07 PM GMT (Updated on: 8 Sep 2023 2:36 PM GMT)
Ghosi By Election 2023
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Ghosi By Election 2023 (Pic:Social Media)

Ghosi By Election 2023: घोसी विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह की जीत सियासी नजरिए से काफी अहम मानी जा रही है। भाजपा की ओर से पूरी ताकत लगाने के बावजूद पार्टी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को हार का मुंह देखना पड़ा है। घोसी के सियासी रण में भाजपा और सपा के बीच के सीधा मुकाबला होने के कारण इसे एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन का लिटमस टेस्ट माना जा रहा था। देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में एनडीए और इंडिया के बीच में इस सीधे मुकाबले में इंडिया गठबंधन की जीत को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा संदेश माना जा रहा है।

कांग्रेस ने इस उपचुनाव में सपा को समर्थन देकर इंडिया गठबंधन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद दी थी और विपक्षी गठबंधन अपने मकसद में कामयाब रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सुधाकर सिंह की जीत को सिर्फ सपा ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन की जीत बताया है। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने भी इसे इंडिया गठबंधन की जीत बताते हुए घोसी के मतदाताओं के प्रति आभार जताया है। यूपी कांग्रेस की ओर से भी इस जीत को इंडिया गठबंधन की जीत बताया गया है।

घोसी में इंडिया गठबंधन की रणनीति कामयाब

विपक्षी दलों के नेताओं ने भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ इंडिया गठबंधन बनाते हुए एनडीए के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारने की रणनीति तैयार की है। इंडिया गठबंधन की इस रणनीति का पहला टेस्ट घोसी में ही माना जा रहा था क्योंकि घोसी के सियासी रण में कांग्रेस की ओर से सपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया गया था। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह का समर्थन करने और उन्हें विजयी बनाने की अपील की थी।

घोसी के चुनावी अखाड़े में बसपा मुखिया मायावती ने पहले ही अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था और बाद में कांग्रेस की ओर से सपा को समर्थन दिए जाने से यह मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच माना जाने लगा। दोनों गठबंधन के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही थी मगर सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं। हालांकि दारा सिंह की हार के पीछे कई अन्य फैक्टर भी माने जा रहे हैं मगर इतना तो तय है कि इस जीत से इंडिया गठबंधन को भी बड़ी ताकत मिली है।

सिर्फ सपा की नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन की जीत

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी घोसी की चुनावी सभा में कहा था कि इस उपचुनाव के नतीजे से 2024 के लिए बड़ा संदेश निकलेगा। सपा मुखिया के भाषण से साफ हो गया था कि विपक्ष इसे इंडिया बनाम इंडिया की जंग के रूप में देख रहा है। अखिलेश यादव की जनसभा में एक उल्लेखनीय बात यह भी दिखाई दी थी कि सभी घटक दलों के झंडे लगाए गए थे। सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह की जीत के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया से भी साफ हो गया है कि इंडिया गठबंधन को कितनी बड़ी जीत हासिल हुई है।

अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि घोसी के मतदाताओं ने सिर्फ समाजवादी पार्टी के नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को जिताया है। अब आने वाले कल का भी यही परिणाम होने वाला है। यूपी एक बार फिर देश में सत्ता परिवर्तन का गवाह बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत ने इंडिया को जिताने की शुरुआत कर दी है। इंडिया टीम है और पीडीए रणनीति। हमारा यह नया फार्मूला पूरी तरह सफल साबित हुआ है।

रालोद और कांग्रेस की भी यही राय

रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने भी घोसी में सपा की जीत को इंडिया गठबंधन की जीत बताया है। उन्होंने इंडिया गठबंधन को जीत दिलाने के लिए घोसी के मतदाताओं को धन्यवाद दिया और इस बड़ी जीत के लिए सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह और सपा मुखिया अखिलेश यादव को बधाई दी।

कांग्रेस की ओर से भी घोसी के उपचुनाव में सुधाकर सिंह की जीत को इंडिया गठबंधन की जीत बताया गया है। यूपी कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की अपील को घोसी की जनता ने अपने दिल में जगह दी। इस उपचुनाव में INDIA गठबंधन के प्रत्याशी की जीत इस बात का ऐलान करती है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों और नफ़रत के बाजार से जनता परेशान हो चुकी है। तय मानिए! 2024 में उत्तर प्रदेश की जनता ने NDA को विदा करने का मन बना लिया है।

इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं के प्रतिक्रिया से साफ हो गया है कि वे सभी इस जीत के जरिए एकजुटता का संदेश देने की कोशिश में जुट गए हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि इस जीत से 2024 के सियासी रण में इंडिया गठबंधन की जमीन मजबूत होती दिख रही है।

दारा की हार से एनडीए में खलबली

घोसी के सियासी रण में चुनावी हार के बाद एनडीए गठबंधन में खलबली मच गई है। भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के सिर हार का ठीकरा फोड़ा है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के दौरान मतदाता पार्टियों के बजाय उम्मीदवार के चेहरे को देखकर वोट डालते हैं। घोसी के मतदाताओं ने भी उम्मीदवार के चेहरे पर ही मतदान किया है। दारा सिंह चौहान मतदाताओं का विश्वास जीतने में कामयाब नहीं हो सके।

इसके साथ ही उन्होंने चुनाव के दौरान भाजपा के कुछ लोगों पर भितरघात करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा से जुड़े कुछ लोगों ने मेरा विरोध करके अपना ही नुकसान कराया है। इस कारण सपा प्रत्याशी जीत हासिल करने में कामयाब रहा। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में दारा सिंह चौहान की हर की समीक्षा की जानी चाहिए।

Durgesh Sharma

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