बालिकाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर, मंत्री बोलीं- कर सकेंगी अपराधियों का मुकाबला

बालिकाओं को रेड ब्रिगेड की उषा विश्वकर्मा और उनकी टीम द्वारा सेल्फ डिफेंस की बारीकियों को सिखाया गया। शिविर में बालिकाओं को हाथ से पंच मारना, पैरों से हमला करने की ट्रेनिंग दी गई।

Shashwat Mishra
Published on: 18 July 2022 5:00 PM GMT
बालिकाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर, मंत्री बोलीं- कर सकेंगी अपराधियों का मुकाबला
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Lucknow: राजकीय बालिका गृह (Government Girls Home) की बालिकाओं को आत्मरक्षा की तकनीक सिखाने के लिए एमरेन फाउंडेशन (Emeren Foundation) के तत्वावधान में, दक्षपीठ ने अपनी निरंतर महिला सशक्तीकरण (women empowerment) की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए, 'मिशन शक्ति'-सशक्त नारी भारत कार्यक्रम "आरोहणम - सप्त शक्ति पुंज" सम्मान समारोह का आयोजन मोती नगर के राजकीय बालिका गृह में किया।

बालिकाओं ने सीखे गुर

बालिकाओं को रेड ब्रिगेड की उषा विश्वकर्मा (Usha Vishwakarma of Red Brigade) और उनकी टीम द्वारा सेल्फ डिफेंस ( Tips for self defense) की बारीकियों से अवगत कराया गया। शिविर में बालिकाओं को हाथ से पंच मारना, पैरों से हमला करना, गर्दन मरोड़ कर नीचे पटकने, व कठिन परिस्थितियों में डटकर सामना करने सहित कई तरीके की ट्रेनिंग दी गई।

'सेल्फ डिफेंस सीखकर कर सकेंगी अपराधियों का मुकाबला'

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कार्यशाला पूर्ण होने पर बालिकाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करना है ताकि वह आने वाले खतरों से खुद की रक्षा कर सकें। उन्होंने कहा कि सेल्फ डिफेंस के गुर सीखकर बालिकाए चोरी, डकैती और छेड़छाड़ करने वाले किसी भी तरह के अपराधियों का मुकाबला कर सकती हैं।


महिलाओं को मानसिक व शारिरिक रूप से बनाना है सशक्त

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमरेन फाउंडेशन की अध्यक्ष रेणुका टंडन (Renuka Tandon, President of Emeran Foundation) ने बताया कि हमारा उद्देश्य महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वह अपनी रक्षा स्वयं कर सकें।

उन्होंने कहा कि राजकीय बालिका गृह की बालिकाओं के लिए हम उन्हें आत्मरक्षा के तरीके सिखाने, उनके कानूनी अधिकार के लिए जागरूकता कार्यशाला आयोजित करने, आत्मसम्मान की भावना विकसित करने के लिए परामर्श देने और कौशल विकास के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग देने के उद्देश्य से नियमित रूप से कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं। हमारा मानना है कि इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेकर बालिकाओं के जीवन में एक नया नजरिया विकसित होगा।

इस मौके पर महिला कल्याण विभाग से अभिलाषा अग्रवाल, परवीन त्रिवेदी, बालिका गृह की अधीक्षक सफलता सिंह, विकास सिंह, और समाज सेविका प्रोमिला अरोड़ा, इटौंजा की दिव्यांशी शाहपुर कवियित्री सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

Shashi kant gautam

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