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घेंघा रोग हुआ है तो न हो परेशान, SGPGI दे रहा ये वरदान

अगर आपको घेंघा रोग हुआ है और ऑपरेशन के बाद होने वाले दाग से बचने के लिए दूसरे राज्य के चक्कर लगाने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद मददगार साबित होगी। क्योंकि राजधानी के एसजीपीजीआई में बिना चीरा लगाए गले की गांठ खत्म करने का काम शुरू हो गया है।

priyankajoshi
Published on: 7 Sep 2017 3:29 PM GMT
घेंघा रोग हुआ है तो न हो परेशान, SGPGI दे रहा ये वरदान
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लखनऊ : अगर आपको घेंघा रोग हुआ है और ऑपरेशन के बाद होने वाले दाग से बचने के लिए दूसरे राज्य के चक्कर लगाने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद मददगार साबित होगी। क्योंकि राजधानी के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मैडिकल साइंसेस (एसजीपीजीआई) में बिना चीरा लगाए गले की गांठ खत्म करने का काम शुरू हो गया है।

एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के कुशल डॉक्टरों द्वारा सर्जरी हो रही है। यूपी में पहली बार ऐसा संभव हो सका है कि गले की गांठ को बिना चीरा लगाए हटाया जा सके। पीजीआई को यह सौगात मिलने से अब नौजवान युवक और युवतियों की आगे की जिदंगी आसान हो जाएगी। क्योंकि घेंघा के ऑपरेशन के बाद गले पर दाग दिखने लगते है।

लेकिन दूरबीन विधि के चलते सर्जरी होने से दागों से छुटकारा मिल जाएगा। इससे यंगस्टरों की शादी में दिक्कत नहीं आएगी। इसके अलावा सर्जरी के लिए आम लोगों को अब दूसरे राज्य के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे।

चार दिवसीय वर्कशाप में कोरिया के डॉक्टर दे रहे प्रशिक्षण

पीजीआई में दूरबीन विधि से सर्जरी चालू हो गई है। यहां के डॉक्टरों को सर्जरी की आधुनिक बारीकियां कोरिया के रोबोट सर्जन डॉ जिन वुक सीखा रहे हैं। चार दिवसीय वर्कशाप के दूसरे दिन गुरुवार को उन्होंने दक्षिण कोरिया में थायरॉइड बढ़ने से बनने वाली गांठ की रोबोटिक सर्जरी के बारे में बताया।

देशभर के चिकित्सा संस्थानों के डॉक्टर लाइव प्रसारण सीख रहे हैं। देश भर के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों से आए डॉक्टर टेलीमेडिसिन ऑडिटोरियम में लाइव कॉन्फ्रेस द्वारा सर्जरी के गुण सीख रहे हैं। कोरिया के डॉक्टर जिन वुक तथा डॉ ज्ञान चंद्र द्वारा ऑपरेशन थिएटर का लाइव ऑडिटोरियम में चल रहा है। जिससे अन्य स्थानों से आए जूनियर डॉक्टर सीख रहे हैं।

लाइव प्रसारण देश के अलावा विदेशों में भी हो रहा है

प्रोग्राम में चल रही लाइव आपरेशन का प्रसारण राजधानी से लेकर, कटक, सीमसी बिल्लौर के साथ विदेशों में भी हो रहा है। देश में तीसरा स्थान लखनऊ का फार्मासिस्ट धनंज्जय ने बताया कि देश में पीजीआई तीसरा ऐसा सरकारी संस्थान है जहां पर यह सुविधा मिल रही है। अभी तक चंडीगढ़ पीजीआई तथा दिल्ली एम्स में यह सुविधा मरीजों को मिल रही थी।

यूपी के लोगों को नहीं जाना होगा दूर

सर्जरी की शुरुआत पीजीआई में होने से यूपी के लोगों को दूसरे राज्य में नहीं जाना पड़ेगा। इसके अलावा यह सर्जरी कोई भी करा सकता है। सर्जरी के लिए अधिक पैसे नहीं खर्च करने होंगे।

25,000 का खर्च

चीरा लगवाकर ऑपरेशन कराने पर मरीजों को 25 हजार रुपए खर्च करना पड़ता था। पीजीआई में दूरबीन विधि से सर्जरी महंगी नहीं है। यहां पर 30,000 रुपए में घेंघा रोग का ऑपरेशन हो रहा है।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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