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घोड़े को जानलेवा बीमारी, इंसानों में भी फैलने का खतरा, दी गई मौत
घोड़े की ग्लैंडर्स पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने घोड़े को इंजेक्शन देकर मौत दे दी गई।
गोंडा: बीते साल से पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी का प्रकोप झेल रही है। वैक्सीनेशन के बाद भी विश्व को इस बीमारी से निजात नहीं मिला है कि इस बीच भारत के उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक घोड़े में जानलेवा बैक्टीरिया मिलने से हड़कंप मच गया है। घोड़े में पाए गए इस बैक्टीरिया का नाम बरखोडिया मेलियाई है।
घोड़े को दी गई मौत
वहीं, घोड़े की ग्लैंडर्स पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने घोड़े को इंजेक्शन देकर दर्द रहित मौत दे दी। इसके बाद घोड़े को गहरे गड्ढे में दफना दिया गया। इस बीमारी के बारे में बताते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आरएस राठौर ने कहा कि यह जानलेवा बीमारी घोड़े व खच्चरों में होती है। जो कि पशुओं से मनुष्यों में भी फैल सकती है।
बीमारी का नहीं है कोई इलाज
डॉ आरएस राठौर ने बताया कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, इसलिए घोड़े को इंजेक्शन से मौत देकर दफना दिया गया। वहीं, गोंडा के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ग्लैंडर्स पॉजिटिव बीमारी एक जेनेटिक बीमारी है और यह घोड़ों से इंसानों में भी फैल सकती है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इंसानों को भी यह बीमारी होने पर इसका इलाज नहीं किया जा सकता है। बीमारी लाइलाज होने की वजह से घोड़े को मारना ही इसका एकमात्र उपाय है।
काफी दिनों से खराब थी घोड़े की तबीयत
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में करनैलगंज कस्बे के एक घोड़े की तबीयत काफी दिनों से खराब थी, जिसके बाद जब उसे पशु अस्पताल ले जाया गया तो उसका सैंपल लेकर, हिसार लैब में भेज दिया गया। लैब से जैसी ही उनकी रिपोर्ट ग्लैंडर्स पॉजिटिव तो पशु विभाग के अधिकारियों ने पीपीई किट पहनकर घोड़े को दर्दरहित मौत दे दी और उसे दफना दिया। घोड़ा बरखोडिया मेलियाई नामक खतरनाक बैक्टीरिया से संक्रमित था।