Gonda News: ट्रेनिंग दिलाने के बहाने बिहार ले जाई जा रहीं 16 नाबालिग लड़कियां, गोंडा रेलवे स्टेशन पर किया गया रेस्क्यू

Gonda News: ये लड़कियां देर रात गोंडा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 पर खड़ी होकर एक युवक के साथ बिहार जाने की फिराक में थी। इन सभी नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है।

Radheshyam Mishra
Published on: 29 July 2024 3:31 PM GMT
To provide training 16 minor girls were being taken to Bihar on the pretext of marriage, rescued at Gonda railway station
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ट्रेनिंग दिलाने के बहाने बिहार ले जाई जा रहीं 16 नाबालिग लड़कियां, गोंडा रेलवे स्टेशन पर किया गया रेस्क्यू : Photo- Newstrack

Gonda News: उत्तर प्रदेश के जनपद गोंडा में रेलवे सुरक्षा बल और सीआईबी के अधिकारियों ने नेटवर्किंग कंपनी में ट्रेनिंग दिलाने के बहाने बिहार ले जाई जा रही 16 नाबालिग लड़कियों को गोंडा रेलवे स्टेशन पर रेस्क्यू किया है। ये लड़कियां देर रात गोंडा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 पर खड़ी होकर एक युवक के साथ बिहार जाने की फिराक में थी। इन सभी नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है।

लड़कियों को बिहार ले जाया जा रहा था

मिली जानकारी के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल को देर रात रेलवे स्टेशन पर खड़ी इन 16 लड़कियों को देखकर आरपीएफ पोस्ट पर तैनात उप निरीक्षक को शंका हुई। जिसके बाद रविवार की रात गोंडा प्लेटफॉर्म पर खड़ी 16 नाबालिग लड़कियों से उपनिरीक्षक ने जानकारी लेनी चाही तो वह सब अलग-अलग जबाव देने लगी जिस पर सभी 16 लड़कियों को पकड़ लिया गया है। पूछताछ में कुछ लड़कियों को नेटवर्किंग कंपनी में ट्रेनिंग दिलाने के बहाने बिहार ले जाया जा रहा था, तो कुछ का अलग जबाव था कि आपसे क्या ताल्लुक है, आप अपने काम से काम रखे। जिसके बाद आरपीएफ पोस्ट पर तैनात उपनिरीक्षक ने इसकी जानकारी आला अधिकारियों को दी। इसके बाद आरपीएफ व सीआईबी की टीम ने रेस्क्यू कर सभी लड़कियों को पकड़ लिया और पूछताछ के बाद चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया जबकि लड़कियों को ले जा रहा युवक मौके से फरार हो गया । जिसकी आरपीएफ जोर-शोर से तलाश कर रही है।

आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र पाल ने बताया कि रविवार देर रात रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर लड़कियों का एक समूह खड़ा था। देखने में सभी नाबालिग लग रही थी। चेक पोस्ट पर तैनात उप निरीक्षक को शंका हुई तो उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। इसके बाद आरपीएफ, सीआईबी व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी लड़कियों को बरामद कर लिया और सभी लड़कियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करके परिजन के सुपुर्दगी में देने की बात कही गई।

शंका याकीन में बदल गई

उन्होंने बताया कि पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि उन्हें वैल्यू शॉप नाम की कंपनी ट्रेनिंग दिलाने के लिए बिहार के मोतिहारी व दरभंगा ले जा रही है, लेकिन इन सभी को मोतिहारी जाना था या दरभंगा यह स्पष्ट नहीं कर सकी जिस कारण शंका याकीन में बदलने लगा। एएचटीयू प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने भी लड़कियों से पूछताछ की। इसके बाद सभी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया।

चाइल्ड लाइन के प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर आशीष मिश्रा ने कहा कि रात में आरपीएफ व सीआईबी ने 15 नाबालिग लड़कियों व एक नाबालिग लड़के को चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द किया गया है। सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करके परिजन के सुपुर्दगी में देने की कार्रवाई की जा रही है। और बहुत जल्द सभी बच्चे अपने परिजन के साथ होंगे। उन्होंने बताया कि सभी बच्चे गोण्डा जिले के है। कोई वैल्यू शॉप कंपनी है उसी में ट्रेनिंग करने के लिए मोतिहारी जिला बिहार जा रही थी। बताया गया कि वैल्यू शॉप कंपनी कि जानकारी जुटाई जा रही है‌। जल्द ही कंपनी और उसके जिम्मेदारों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में विधिक कार्रवाई की जायेगी।

Shashi kant gautam

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