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Gonda News: गोंडा जिला बार एसोसिएशन का मतदान कल, सभी ने कहा- मर्यादा व प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाले को करेंगे वोट

Gonda News: मतदान कल शुक्रवार को संघ भवन में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। इसके बाद मतगणना होगी। बता दें कि इस बार गोंडा बार एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के लिए कुल 1717 अधिवक्ताओं को मतदान करना है।

Tej Pratap Singh
Published on: 28 Nov 2024 4:57 PM IST
Gonda News: गोंडा जिला बार एसोसिएशन का मतदान कल, सभी ने कहा- मर्यादा व प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाले को करेंगे वोट
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Gonda District Bar Association (newstrack)

Gonda News: यूपी के गोंडा बार एसोसिएशन की 2025 में होने वाली नई कार्यकारिणी के चुनाव में अध्यक्ष, महामंत्री समेत सात पदों पर एक से अधिक प्रत्याशियों के मैदान में उतरने से चुनाव रोचक स्थिति में पहुंच गया है। अंतिम दिन आज गुरुवार को चुनाव मैदान में खड़े प्रत्याशी पोस्टर, बैनर और सोशल मीडिया के जरिए जोरदार प्रचार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कचहरी के हर चौकी और घर-घर जाकर सीओपी धारक अधिवक्ताओं से वोट और समर्थन मांग रहे हैं।

मतदान कल शुक्रवार को संघ भवन में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। इसके बाद मतगणना होगी। बता दें कि इस बार गोंडा बार एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के लिए कुल 1717 अधिवक्ताओं को मतदान करना है। नामांकन पत्र वापसी के बाद आज अंतिम दिन अध्यक्ष पद के लिए अजीत कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार सिंह, आलोक कुमार पांडेय, इंद्रमणि शुक्ला, रविचंद्र त्रिपाठी और रामबुझारथ द्विवेदी जोर-शोर से प्रचार में जुटे हैं। महामंत्री पद के लिए अजय कुमार तिवारी, दीप नारायण श्रीवास्तव, नंदगोपाल शुक्ला, मृत्युंजय शुक्ला, राजकुमार वर्मा, लालबिहारी शुक्ला, संजय कुमार सिंह, सुनील कुमार पांडेय व सर्वजीत मिश्रा अधिवक्ताओं से अंतिम दिन अपने पक्ष में मतदान की अपील करते नजर आए। जबकि वरिष्ठ उपाध्यक्ष के दो पदों के लिए अवध किशोर पांडेय, किशनलाल गौड़, राकेश कुमार शर्मा व सुशील कुमार मिश्रा अपने पक्ष में वोट मांगते नजर आए। सभी का एक ही मुद्दा है कि एक ईमानदार, अनुभवी व कर्मठ व्यक्ति को मौका दिया जाए जो अधिवक्ताओं के हितों की लड़ाई लड़ सके और अधिवक्ता निधि की रक्षा कर सके।

सूत्रों का कहना है कि पिछली कार्यकारिणी में करीब 17 लाख रुपये का घोटाला हुआ है। ऐसे में नई कार्यकारिणी ऐसी होनी चाहिए जो पिछली एसोसिएशन के गबन किए गए अधिवक्ताओं के धन की सही तरीके से वसूली कर सके और अधिवक्ताओं के हित में धन का सदुपयोग कर सके। कनिष्ठ उपाध्यक्ष के दो पदों के लिए गौरव सिंह विसेन, धीरेंद्र कुमार, राजकुमार चतुर्वेदी, विमल प्रकाश मिश्रा व शुभम चौबे चुनाव लड़ रहे हैं।

कोषाध्यक्ष के एक पद के लिए अरविंद कुमार पांडेय, रामू प्रसाद व श्रीभगवान पांडेय मैदान में हैं तो संयुक्त मंत्री के तीन पदों के लिए अभिजीत तिवारी, नीरज कुमार शुक्ला, रमेश कुमार चौबे, राजकुमार द्विवेदी, राम केवल वर्मा, सावन कुमार वर्मा व सुनील कुंवर श्रीवास्तव मैदान में हैं। कनिष्ठ कार्यकारिणी के छह पदों के लिए अजीत कुमार जायसवाल, आशीष कुमार श्रीवास्तव, आशुतोष चौबे, उद्भव श्रीवास्तव, गिरधारी प्रजापति, बृजेश कुमार वर्मा, यशी द्विवेदी, सौरभ पांडेय व हिमांशु ओझा पूरे दमखम के साथ मैदान में हैं। सभी प्रत्याशियों का एक ही मुद्दा है कि स्वच्छ, ईमानदार, अनुभवी व जुझारू अधिवक्ता को ही चुनाव जिताया जाए। हालांकि आम अधिवक्ताओं का कहना है कि बार का पद बहुत गरिमामय व सम्मानीय है। इस कुर्सी पर बेदाग, निर्विवाद व सुलझे हुए व्यक्तित्व को बैठाया जाना चाहिए। अगर अधिवक्ता किसी के झूठे व लुभावने वादों व गुटबाजी में बहककर वोट करेंगे तो हमारी सुरक्षा, सम्मान व खजाने पर गहरा असर पड़ेगा। अधिवक्ताओं ने कहा कि बार का हर पद महत्वपूर्ण है। जिम्मेदारी अलग-अलग हो सकती है। हां, हमें अध्यक्ष और महासचिव का चयन सोच-समझकर करना होगा, तभी हम सब सुरक्षित रहेंगे।

वरिष्ठ अधिवक्ता अविनाश पांडेय ने कहा कि जिला बार एसोसिएशन (डीबीए) का अध्यक्ष निर्भीक और एसोसिएशन का नेतृत्व करने में कुशल होना चाहिए तथा साहसी छवि वाला होना चाहिए, जो बार एसोसिएशन की गरिमा और वकीलों के सम्मान को बनाए रखे। निहित स्वार्थों के लिए एसोसिएशन की संप्रभुता को खतरे में नहीं डाला जाना चाहिए। ऐसे मुद्दों को ध्यान में रखते हुए सभी प्रबुद्ध वर्ग को इस बार बार एसोसिएशन के चुनाव में मतदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कुर्सी पर बेदाग, निर्विवाद और सुलझे हुए व्यक्तित्व को बैठाना चाहिए। यदि कोई अधिवक्ता किसी के झूठे और लुभावने वादों और गुटबाजी में बहककर मतदान करता है, तो हमारी सुरक्षा और सम्मान पर भी प्रश्नचिह्न लग जाएगा।

एल्डर कमेटी के चेयरमैन ने कहा कि बार एसोसिएशन का चुनाव कल 29 नवंबर को होगा। इसमें मतदाता सूची में दर्ज 1717 मतदाता नई कार्यकारिणी का चुनाव करेंगे। मतदान के समय कोई भी अधिवक्ता फोन लेकर नहीं जा सकेगा। मतदान के समय सभी अधिवक्ताओं को सीओपी और बार काउंसिल द्वारा जारी पहचान पत्र साथ रखना अनिवार्य होगा। साथ ही किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए पुलिस बल की व्यवस्था की गई है।



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Ragini Sinha

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