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Gonda: रौंदे गए युवकों के मामले में अमिताभ ठाकुर की एंट्री, करण भूषण ने भी दिया बयान
Gonda News: करण भूषण के काफिले में रौंदे गए दो युवके के मामले में पूर्व आईएएस अमिताभ ठाकुर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है।
Gonda News: बीती रात करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के हुजूरपुर मार्ग पर हुए सड़क हादसे के बाद आज गुरुवार को कैसरगंज संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। करण भूषण ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि जो कुछ हुआ वह मात्र संयोग था। उन्होंने कहा कि कृपया इस मुद्दे पर उन्हें न घसीटे अभी तो उनका राजनीतिक कैरियर शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि वह पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं और उन्हे हर संभव मदद मुहैया करायी जायेगी।
करण भूषण ने दी प्रतिक्रिया
करण भूषण ने मीडिया से कहा कि जिस वक्त हादसा हुआ उस समय वह दुर्घटना स्थल से चार-पांच किलोमीटर दूर आगे निकल गए थे। जब जानकारी हुई तो तत्काल अपनी गाड़ी से नवाबगंज नगर पालिका अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह को मौके पर भेजा। उनके लोगों ने अपनी गाड़ी से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उनके साथ पोस्टमार्टम हाउस तक गए और मृतकों के अंतिम संस्कार में भी शामिल रहे। खुद के घटनास्थल पर न जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि वह एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। जिस वक्त हादसा हुआ वह कार्यक्रम स्थल तक पहुंच चुके थे लेकिन वह लगातार पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं। करण भूषण ने कहा कि जो हुआ उसे वापस नहीं लौटाया जा सकता है,लेकिन पीड़ित परिवार की जो भी सहायता संभव होगी वह करेंगे। उन्होने इस घटना को तूल दे रहे लोगों से अपील की कि इस दु:खद हादसे पर अनावश्यक राजनीति न की जाए। काफिला लेकर चलने के सवाल पर करण भूषण ने कहा कि कुल तीन गाड़ियां उनके साथ थी, कोई काफिला नहीं था।
सपा प्रत्याशी पहुंचे पीड़ित के घर
दूसरी तरफ कैसरगंज से सपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता भगत राम मिश्रा ने भी बृहस्पतिवार को मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि हर संभव वह और सपा पार्टी पीड़ित परिवारों की मदद करेगा। हालांकि इस बावत भगत राम मिश्र कुछ भी खूल कर नहीं बोले। बस इतना कहा कि वह और उनका दल मानवीय संवेदना पर पीड़ित परिवार की मदद कर रहा है। इसमें राजनीति जैसी कोई बात नहीं है। जबकि राजनीतिक गलियारों में इसे भाजपा और सपा पक्ष के रूप में देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि असमर्थ की मदद कोई समर्थ ही कर सकता है।जिसके लिए देवी पाटन मंडल के आज ही नहीं बहुत दिनों के तेज तर्रार लीडर भगतराम मिश्र करते रहे हैं। हालांकि कभी मंडल की जनता ने उन्हें वह मुकाम नहीं दिया जिसके लिए वह आज तक समर्पित रहे हैं।
बृजभूषण सिंह ने दिया बयान
वही कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भी मीडिया के सामने आये और अपने पुत्र व भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के काफिले की एसयूवी (फॉर्च्यूनर) से कुचलकर गोंडा में दो युवकों की मौत और एक महिला गंभीर रूप से घायल पर कहा कि मामले की जिम्मेदारी करण भूषण सिंह नहीं ड्राइवर लेगा। बृजभूषण ने कहा कि जो भी हुआ वह बहुत दुखद हुआ, ऐसा नहीं होना चाहिए था। पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मालूम हो कि बुधवार को भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के काफिले की तेज रफ्तार एसयूवी ने दो बाइक सवार चचेरे भाई रेहान खान और शहजाद खान को रौंद दिया। टक्कर लगने से उछली बाइक महिला पर जा गिरी। घायल महिला सीता देवी (60) की भी हालत अबतक नाजुक बनी हुई है। जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पीड़ित के घर पहुंचे अमिताभ ठाकुर
इसी तरह से करण भूषण सिंह के काफिले की कार से हुए हादसे के बाद बृहस्पतिवार को ही पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने निंदूरा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। अमिताभ व नूतन ने पुलिस एफआईआर पर सवाल उठाया और कहा कि पुलिस प्रशासन आरोपियों को बचाने में जुटा दिखाई दे रहा है। पीड़ित परिवार को दबाया जा रहा है। जिससे न्याय मिलना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले में दर्ज की गई एफआईआर मृतक की मां से लिखवाई गई। जिसमें मात्र उनका अंगूठा लगवाया गया। एफआईआर पुलिस ने अपने हिसाब से दर्ज किया है। जिससे कई महत्वपूर्ण तथ्य छूट गए जो एफआईआर मे आने चाहिए थे। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एफआईआर में करण भूषण के काफिले का जिक्र नहीं किया गया है जबकि इसका जिक्र होना चाहिए था। यह सरासर मामले को दबाने का प्रयास है। वह जिस तरह से काफिला लेकर चल रहे थे क्या इसकी अनुमति ली गयी थी। उन्होंने काफिला को आचार संहिता का उलंघन भी बताया और कहा कि इस प्रकार का काफिला लेकर चलना भी गैर कानूनी था।
घटना को बताया कूटरचना
साथ ही पूर्व आईपीएस अमिताभ ने कहा कि दुर्घटना करने वाले वाहन पर पुलिस स्कोर्ट लिखा होना भी गैर कानूनी है। यह सीधे तौर पर कूटरचना करने का मामला है। जो आईपीसी की धारा 304ए में एफआईआर लिखी गयी वह मामले को अल्पीकरण करने की कोशिश है। यह सीधे तौर पर गैर इरादतन हत्या का मामला है और एफआईआर आईपीसी की धारा 304 में होनी चाहिए थी। उन्होने कार के इंश्योरेंस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें भी साजिश की बू आ रही है। पहले कार का इंश्योरेंस वर्ष 2022 में खत्म दिखा रहा था जबकि हादसे के कुछ देर बाद वह 2025 तक वैध हो गया। यह भी साजिश है।
पीड़ित के पिता ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
ठाकुर दंपति ने कहा कि पकड़े गए आरोपी को लेकर भी आशंका जताई जा रही है। उन्होने कहा कि बिना फारेंसिक जांच किये ही कार को दुर्घटना स्थल से हटा देना गंभीर साजिश की ओर इशारा कर रही है। अमिताभ ने पीड़ित परिवार को दिलासा देते हुए कहा कि कानूनी लड़ाई में वह पीड़ित परिवार के साथ हैं। इन सभी सवालों को लेकर मृतक शहजाद के पिता आजाद खां की तरफ से एक शिकायती पत्र भी भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया है और मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए कार्रवाई की मांग की गयी है। निंदूरा से लौटकर अमिताभ व नूतन ने डीएम नेहा शर्मा से भी मुलाकात की और उन्हे घटना के तथ्यों से अवगत कराया।