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Gorakhpur: यूक्रेन से लौटे मेडिकल स्टूडेंट से मिलकर बोले योगी, बच्चों की सकुशल वापसी मोदी सरकार की संवेदनशीलता

Gorakhpur: गोरखपुर से लखनऊ लौटते समय एमपी पालीटेक्निक हैलीपैड पर पहुंचे सीएम योगी ने पहले से उनका इंतजार कर रहे बच्चों के बीच पहुंचे और सभी को चाकलेट देकर प्यार दुलार किया।

Purnima Srivastava
Published on: 9 March 2022 6:12 PM IST (Updated on: 9 March 2022 6:23 PM IST)
CM Yogi met the students returned from Ukraine
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यूक्रेन से लौटे छात्रों से मिले सीएम योगी

Gorakhpur: गोरखपुर जिले के नथमलपुर मोहल्ले के आसपास के बच्चों के लिए बुधवार का खास हो गया। बच्चों के दिन के खास बनाने वाले कोई और नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। जिन्हें बच्चे टॉफी वाले बाबा के नाम से पुकारते हैं। लखनऊ लौटते समय एमपी पालीटेक्निक हैलीपैड पर पहुंचे सीएम योगी ने पहले से उनका इंतजार कर रहे बच्चों के बीच पहुंचे और सभी को चाकलेट देकर प्यार दुलार किया। बच्चों की इच्छा पर सभी बच्चों को उन्होंने हैलीकॉप्टर में एक चक्कर घुमाने के लिए बैठाया, लेकिन हेलीकॉप्टर के स्टार्ट होते ही कुछ बच्चे डर गये। लिहाजा बच्चों को उतारकर मुख्यमंत्री लखनऊ के लिए रवाना हो गये। बच्चे भी हेलीकॉप्टर पर बैठने की खुशी समेटे अपने घरों को लौट गये ।

चुनाव प्रचार के बाद चार दिनों के गोरखपुर प्रवास के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ रवाना होने के लिए बुधवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे महाराणा प्रताप पालीटेक्निक कैंपस में स्थायी रूप से बने हैलीपैड पर पहुँचे। जहाँ पहले से ही 18- 20 की संख्या में छोटे- छोटे बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग मुख्यमंत्री से मिलने के इंतजार में बैठे थे।

हैलीपैड पर पहुँचते ही टॉफी वाले बाबा के नाम से बच्चों में लोकप्रिय सीएम योगी बच्चों के बीच पहुँचे और सभी बच्चों को चाकलेट देकर उनसे बातचीत की। बच्चों ने भी गुलाब का फूल भेंट किया। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों के सिर पर हाथ फेरकर दुलारा और उनसे घुलमिल कर बात की।


बच्चों से सीएम ने पूछा, हेलीकॉप्टर में डरोगे तो नहीं

बच्चों की इच्छा पर मुख्यमंत्री सभी बच्चों को साथ लेकर लेकर हेलीकॉप्टर के पास पहुंचे और उन्हें बैठाया और पायलट से सभी बच्चों को फर्टिलाइजर का एक चक्कर लगाने को कहा। बच्चों से मुख्यमंत्री ने पूछा कि आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ेगा तो डरोगे तो नहीं? जिस पर बच्चों ने खुशी-खुशी कहा कि डरने का सवाल ही नहीं। लेकिल हेलीकॉप्टर का इंजन स्टार्ट होते ही कुछ बच्चे डर गये। यह देखकर सीएम योगी ने सभी बच्चों को हेलीकॉप्टर से नीचे उतरवाकर लखनऊ रवाना हो गये ।

यूक्रेन से लौटे मेडिकल स्टूडेंट से मिलकर बोले योगी, बच्चों की सकुशल वापसी मोदी सरकार की संवेदनशीलता


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युक्रेन से लौटे गोरखपुर के 16 मेडिकल के छात्र/छात्राओं और उनके अभिभावकों से मुलाकात की और उनके सकुशल वापसी पर स्वागत करते हुए शुभकामनाएं दी। विद्यार्थियों से संवाद करते हुए सीएम योगी ने कहा कि युद्धग्रस्त युक्रेन से बच्चों की वापसी मोदी सरकार की संवेदनशीलता को व्यक्त करती है।

युक्रेन से नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित लाने की यह सुविधा केवल भारत को ही मिली, शेष देशों खासकर अफ्रीका देशों की सरकार ने कोई संज्ञान नही लिया और वहाँ फंसे अपने नागरिकों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया। जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध शुरू होते ही बैठक की और युक्रेन में फंसे नागरिकों को लाने की व्यवस्था के लिए आपरेशन गंगा शुरू किया।

इसके लिए चार केन्द्रीय मंत्रियों को भेजा और केन्द्र व राज्य सरकार ने नोडल अधिकारियों की तैनाती की । उप्र सरकार ने दिल्ली में नोडल अधिकारियों की तैनाती की । यूपी भवन में ठहराया और बच्चों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की ।

उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार युक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने पर ही कार्य नही कर रही है अपितु उनके कैरियर को आगे बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। इसे लेकर सरकार इंडियन मेडिकल रिसर्च के संपर्क में है ।

मुख्यमंत्री बुधवार को गोरखनाथ मंदिर के तिलक हाल में बच्चों और उनके अभिभावकों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युक्रेन में उत्तर प्रदेश के 2290 छात्र रहते हैं। इनमें से 2078 वापस आ चुके हैं। अकेले गोरखपुर 74 में से 70 बच्चे वापस आ चुके हैं। चार शेष बच्चों को भी लाने की व्यवस्था की जा रही है। इनमें से दो बच्चे पोलेंड एयरपोर्ट पर भारत की एंबेसी में हैं।

दो बच्चे युक्रेन से पोलटावा पहुंच चुके हैं । जल्द ही वह भी सकुशल पहुँच जाएंगे। युद्धग्रस्त क्षेत्र से बच्चों की सकुशल वापसी के लिए हम प्रधानमंत्री मोदी जी का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं . क्योंकि यह सुविधा अन्य देशों के नागरिकों को नहीँ मिल पायी ।

खासकर अफ्रीकन देश की सरकारों ने कोई संज्ञान ही नही लिया और फंसे लोगों को भगवान भरोसे ही छोड़ दिया । लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध शुरू होते ही बैठक की और केन्द्र व राज्य सरकार ने नोडल अधिकारियों के जरिये युक्रेन में फंसे नागरिकों की जानकारी जुटायी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युद्ध क्षेत्र से भारतीयों को सकुशल अपने देश वापस लाने में सफलता केंद्र सरकार की अंतरराष्ट्रीय नीति की वजह से मिल सकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे लेकर विशेष रूचि दिखाई। इसके लिए चार केंद्रीय मंत्रियों की जिम्मेदारी तय की गई, जिसमें जनरल वीके सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरण रिजिजू जैसे मंत्री शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी की वजह से रुमानियां, हंगरी और पोलेंड ने हमारे नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की । युक्रेन और रूस ने भी सीजफायर किया ताकि भारत के नागरिक सुरक्षित निकल सकें।

उन्होंने कहा कि आज भी दुनिया के अन्य देशों के लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनके देशों की सरकारें अपने लोगों को वहां से निकालने संवदेनशील नहीं हैं। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वह अपने पाठ्यक्रम से जुड़े रहें और इसे लेकर मानसिक मजबूती को बनाए रखें। ऐसा करके वह अपने करियर को विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ाने में सफल हो सकेंगे।

बच्चों और अभिभावकों ने मोदी-योगी के प्रति जताया आभार

युक्रेन से सकुशल भारत आये मेडिकल छात्रों और उनके अभिभावकों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया । मुख्यमंत्री ने पूछा कि आने में कोई परेशानी तो नही हुई। बच्चों ने कहा जो भी परेशानी हुई वह केवल युक्रेन में थी बाकी कोई दिक्कत नहीँ हुई । मोदी जी की वजह से वह अपने देश सकुशल लौट सके है । दूतावास का भी बहुत सपोर्ट मिला।

अभिभावकों ने कहा कि बच्चों के फंसे होने से काफी चिंता थी । लेकिन सरकार ने हमारे बच्चों को सकुशल घर पहुंचा दिया। कुछ अभिभावकों की मांग थी कि उनके बच्चों के आगे की पढ़ाई यहीं पर व्यवस्था के लिए सरकार विचार करे । मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के कैरियर को लेकर केन्द्र व प्रदेश सरकार विचार कर रही है। कोई न कोई रास्ता निकलेगा । आप लोग मानसिक रूप से स्वस्थ रहिये। किसी तरह की घबराहट नही होनी चाहिए।

इन मेडिकल छात्रों से मिले सीएम

प्रियांशी गुप्ता, रक्षा श्रीवास्तव, सौम्या राज, विपुल शुक्ल, हरिमोहन कुमार, हर्षिता कौशल उपाध्याय, आयुष द्विवेदी, चयनिका सिंह, काजल कश्यप, खुशी कश्यप, सृष्टि सिंह, पवन कुमार यादव, अमन कुमार दुबे, निखिल तिवारी, अखिलेश कुमार, निखिल दुबे।



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Vidushi Mishra

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