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Gorakhpur: गोरखपुर में मेयर की सीयूजी बकाए के कारण बंद, नगर आयुक्त का चालू

Gorakhpur News: अमृत महोत्सव की तैयारी में महापौर से लेकर नगर निगम के सभी पार्षद जुटे हुए हैं। लेकिन तैयारियां बकाया में सीयूजी मोबाइल की सेवाएं बंद होने से प्रभावित हो रही है।

Purnima Srivastava
Published on: 14 Aug 2022 3:24 PM IST
Gorakhpur Municipal
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Gorakhpur Municipal News (image social media)

Gorakhpur News: नगर निगम के निर्वाचित सदन को लोकल सरकार का दर्जा मिला हुआ है। यहां निर्वाचित महापौर मुख्यमंत्री की तर्ज पर कुर्सी में आसीन होते हैं, तो वहीं पार्षद विधायक की तरह। लेकिन लोकल सरकार के मुखिया यानी महापौर समेत पार्षद की सीयूजी बकाये में बंद हो जाए तो इसे क्या कहेंगे? वो भी तब जब नगर आयुक्त से लेकर उनके सभी मातहत की सीयूजी पर कोई असर नहीं है। मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में लोकल सरकार के नुमाइंदों की सीयूजी चार दिनों से बंद होने के बाद आक्रोश जहिर है, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

नगर निगम के सभी नंबर बंद

अमृत महोत्सव की तैयारी में महापौर से लेकर नगर निगम के सभी पार्षद जुटे हुए हैं। लेकिन उनकी तैयारियां बकाया में सीयूजी (क्लोज्ड यूजर ग्रुप) मोबाइल फोन की सेवाएं बंद होने से प्रभावित हो रही है। नगर निगम प्रशासन ने महापौर, नगर आयुक्त, पार्षद से लेकर सभी प्रमुख अधिकारियों को सीयूजी नंबर मुहैया कराया है। इसके बिल का भुगतान नगर निगम प्रशासन ही करता है। लेकिन महापौर और 80 पार्षदों का सीयूजी नंबर पिछले तीन दिनों से बंद है। पार्षद अभिमन्यू मौर्या ने बताया कि 'पहले तो लगा कि नेटवर्क में दिक्कत है। लेकिन बाद में पता चला कि भुगतान नहीं होने से सेवाएं ठप कर दी गई हैं।' सिविल लाइंस पार्षद अजय राय कहते हैं कि सवाल बकाया में सेवाएं ठप होने का ही सिर्फ नहीं है। जब नगर आयुक्त से लेकर सफाई इस्पेक्टर की सीयूजी फोन की सेवाएं चालू हैं तो अमृत महोत्सव के ऐन पहले मोबाइल का बंद होना सवाल खड़े कर रहा है।

महापौर से पार्षद तक नाराज किससे कहें?

महापौर सीताराम जायसवाल का कहना है कि सप्ताह भर पहले से ही सेवाएं ठप होने को लेकर चेतावनी वाला मैसेज आ रहा था। जिसकी जानकारी जिम्मेदार अधिकारी को दी गई। पार्षदों की तरफ से भी इसे लेकर शिकायत आ रही है। अमृत महोत्सव को लेकर कई काम है। ज्यादेतर अधिकारियों से सीयूजी पर ही बात होती है। पार्षद आलोक सिंह विशेन और उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा का कहना है कि नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों से उनके सीयूजी पर ही बात होती है।

प्राइवेट नंबर कम लोगों के पास ही होता है। ऐसे में बड़े कार्यक्रम के पहले सेवाएं ठप होने से काफी दिक्कत हो रही है। सपा पार्षद जियाउल इस्लाम का कहना है कि दिन में 2.30 बजे ही उपनगर आयुक्त को फोन कर सीयूजी की सेवाएं ठप होने की जानकारी दे दी थी। उनके आश्वासन के बाद भी कुछ नहीं हुआ।



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Prashant Dixit

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