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Gorakhpur Nagar Nigam Ward No.21: बेतियाहाता पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी, गंदे पानी में राप्ती आरती के लिए सुर्खियों में रहे, बदली वार्ड की तस्वीर
Gorakhpur Nagar Nigam Ward No.21 Parshad: विश्वजीत को वार्ड के विकास के लिए एक-एक बिंदु पर संघर्ष करना पड़ा। सड़क, बिजली, पानी, पार्क से लेकर ड्रेनेज सिस्टम के लिए संघर्ष का नतीजा का है कि वार्ड में विकास दिख रहा है।
Gorakhpur Nagar Nigam Ward No.21 Parshad: नगर निगम का बेतियाहाता वार्ड वीआईपी माना जाता है। वजह, कमिश्नर से लेकर सीडीओ तक इसी वार्ड के वाशिंदे हैं। लेकिन वार्ड के सपा पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी को एक-एक समस्याओं के लिए संघर्ष करना पड़ा। नतीजतन, वार्ड में कमोवेश सभी प्रमुख सड़कों का निर्माण हो चुका है। ऐतिहासिक प्रेम चंद पार्क का कायाकल्प हो चुका है। गंदे पानी के बीच खड़े होकर राप्ती आरती का आयोजन करने वाले पार्षद ने संघर्षों के बल पर वार्ड की तस्वीर बदल दी है।
बेतियाहाता भाजपा का वार्ड माना जाता है। लेकिन युवा विश्वजीत त्रिपाठी ने पांच साल पहले सपा के टिकट पर चुनाव जीता तो सभी समीकरण ध्वस्त हो गए। विश्वजीत को वार्ड के विकास के लिए एक-एक बिंदु पर संघर्ष करना पड़ा। सड़क, बिजली, पानी, पार्क से लेकर ड्रेनेज सिस्टम के लिए संघर्ष का नतीजा का है कि वार्ड में विकास दिख रहा है। वार्ड की प्रमुख सड़क हरिहर दूबे मार्ग पर एक-एक फीट तक गड्ढे थे। नगर निगम के अधिकारियों ने सड़क नहीं बने इसके लिए खूब दांवपेंच किया। पार्षद ने सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष किया। मुख्य अभियंता और उपनगर आयुक्त से पार्षद की नोकझोंक भी हुई।
जिसके बाद पार्षद को मुकदमा भी झेलना पड़ा। लेकिन संघर्षों का नतीजा है कि हरिहर दूबे मार्ग का निर्माण गोरखपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम को मिलकर कराना पड़ा। करीब सवा करोड़ की लागत से बनी सड़क शहर में मॉडल बनी हुई है। इसके साथ प्रेमचंद पार्क से लेकर फलमंडी तक नाला निर्माण और सड़क को लेकर पार्षद ने दर्जनों बार प्रदर्शन किया। पिछली बारिश में गंदे नाले के पानी के बीच पार्षद ने राप्ती आरती कर जिम्मेदारों को आईना दिखाया तो नगर आयुक्त से लेकर मुख्य अभियंता को मौके पर पहुंचना पड़ा। अब नाली और सड़क का काम टेंडर हो चुका है। जल्द निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। पार्षद ने चार साल पहले नगर निगम की गाड़ियों में डीजल भराने को लेकर लाखों के गोलमाल का भंडाफोड़ किया। इसी का नतीजा है कि वर्तमान में नगर निगम प्रशासन को डीजल चोरी रोकने के लिए पारदर्शी सिस्टम लाना पड़ा।
बदल गई प्रेमचंद पार्क की तस्वीर
जानेमाने कहानी और उपन्यासकार मुंशी प्रेम चंद ने जहां कालजयी रचनाओं का सृजन किया, वह जगह वर्षों से वीरान और जर्जर थी। प्रेमचंद की कहानियों के पात्रों को लेकर बनाये गये भित्तचित्र उखड़ गए थे। पार्षद के प्रयास से गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने पूरे पार्क का कायाकल्प कराया है। इतना ही नहीं प्रेमचंद की प्रतिमा भी गोदाम ने निकालकर मुख्य गेट पर स्थापित की गई। मोहल्ले के संजीव चंद कहते हैं कि जरूरी नहीं कि जनप्रतिनिधि सत्ताधारी दल का हो। संघर्ष करने वाला जनप्रतिनिधि विपक्ष में रहते हुए भी विकास कार्य करा सकता है।
सामाजिक सरोकार को लेकर रहते हैं आगे
पार्षद सामाजिक सरोकार के कार्यक्रमों में आगे रहते हैं। कोरोना काल में पार्षद और उनके युवा सहयोगियों ने लंबे समय तक फ्री किचन चलाया। जहां जरूरतमंदों को सूखा और पका हुआ भोजन मुहैया कराया जाता था। कोरोना काल में पार्षद की तरफ से 5000 से अधिक लोगों को मदद मिली। इसके साथ ही पार्षद बुजुर्ग दिवस पर वरिष्ठ जनों को सम्मानित करते हैं। पिछले दिनों सीनियर सिटीजन डे के अवसर पर सीनियर सिटीजन एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में बेतियाहाता के मुंशी प्रेमचंद पार्क बुजुर्ग और पेंशनर का सम्मान किया गया।
पेंशन और आवास सभी जरूरतमंदों को मिला
पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी बताते हैं कि वार्ड में 250 से अधिक जरूरतमंदों को पीएम आवास का लाभ मिला। वार्ड में एक भी पात्र ऐसे नहीं है, जिन्हें पेंशन की सुविधा नहीं मिल रही हो। पार्षद का कहना है कि कोशिश रहती है कि वार्ड के लोगों की हर जरूरत पूरी कर सकूं। लोगों का जिस प्रकार का स्नेह और आशीर्वाद मिलता है, उससे और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। जनता के भरोसे के बल पर ही नगर निगम के सदन से लेकर सड़क तक उनके मुद्दों पर संघर्ष कर रहा हूं।