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Gorakhpur: बदइंतजमी के बीच सीएम सिटी में मिनी मैराथन, ट्रैफिक जाम में फंसे स्कूली बच्चों की परीक्षाएं छूटीं

Gorakhpur News: आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर नगर निगम द्वारा आयोजित मिनी मैराथन बदइंतजामी का शिकार रहा। बिना रूट डायवर्जन के आयोजित मैराथन के चलते जगह जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।

Purnima Srivastava
Published on: 11 Aug 2022 3:41 AM GMT
Gorakhpur News
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गोरखपुर में मिनी मैराथन में दौड़ते लोग (फोटों न्यूज नेटवर्क)

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Gorakhpur News: आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर नगर निगम द्वारा आयोजित मिनी मैराथन बदइंतजामी का शिकार रहा। बिना रूट डायवर्जन के आयोजित मैराथन के चलते जगह जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। जाम में फंसे स्कूली छात्रों की परीक्षाएं छूट गईं। कई बच्चे रोते हुए नजर आए। तमाम बच्चे पैदल ही स्कूलों तक पहुंचे।



आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत गुरुवार को नगर निगम की ओर से तिरंगा मैराथन आयोजित किया गया। सुबह करीब 6.30 बजे शुरू हुई मैराथन में 200 से अधिक धावकों ने शिरकत किया। मैराथन नगर निगम से गोलघर चौराहा, शास्त्री चौक, रीड्स साहब धर्मशाला, टीडीएम इंटर कॉलेज, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी, फल मंडी चौराहा, रूस्तमपुर चौराहा, देवरिया बाईपास चौराहा, पैडलेगंज चौराहा, मोहद्दीपुर चौक, राजकीय उद्यान, आदि से होते हुए विश्वविद्यालय चौराहा, रेलवे बस स्टेशन आदि,



महाराणा प्रताप चौक रेलवे स्टेशन, यातायात तिराहा, पुलिस लाइन गेट, काली मंदिर तिराहा, गोलघर चौराहा होते हुए नगर निगम के मुख्य गेट पर समाप्त हुई। मैराथन के चलते जगह-जगह जाम की स्थिति बन गई। कचहरी से लेकर शास्त्री चौक होते हुए बेतियाहाता तक एक लेन को रोक दिया गया। जिससे स्कूल जाने वाली बसें, ऑटो और ई-रिक्शा जाम में फंस गए। वहीं पैडलेगंज से गोरखपुर यूनिवर्सिटी चौराहे से लेकर रेलवे स्टेशन के बीच सैकड़ों स्कूली बाहन फंस गए।

धावकों के बगल से गुजरते दिखे वाहन

जाम में फंसे अभिभावक संजय ने बताया कि मिनी मैराथन का आयोजन ठीक है। लेकिन इसके लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट जरूरी है। कई जगह ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी नहीं होने वाहन धावकों के बीच से दौड़ते दिख रहे हैं। इससे अनहोनी की आशंका बनी रही। वहीं बच्ची को स्कूल छोड़ने निकले अरविंद राय ने बताया कि अब तो नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के पास आईटीएमएस सिस्टम है। इसका प्रयोग कर ट्रैफिक का मैनेजमेंट हो सकता था, लेकिन इसकी अनदेखी की गई। अफसरों को लगता है कि अमृत महोत्सव में वे कितनी भी अराजकता करें कोई कुछ नहीं बोलेगा।

विजेता को मिला 51 हजार का पुरस्कार

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि बड़े आयोजन में कुछ अड़चने आ सकती हैं। लेकिन मैराथन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। मैराथन विजेता का प्रथम पुरस्कार के रूप में नकद 51 हजार रुपये दिये गए। वहीं दूसरे और तीसरे विजेता को क्रमशः 31 हजार और 21 हजार रुपये नकद पुरस्कार के अलावा 11 सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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