×

Gorakhpur News: नेपाली नदियों से आने वाले बाढ़ से गोरखपुर को बचाने को खर्च होंगे 162 करोड़ रुपये, बारिश से पहले पूरा होगा काम?

Gorakhpur News: 111 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले पंपिंग स्टेशन से खेती के साथ नगरीय आबादी भी सुरक्षित होगी। इसके साथ ही गोरखपुर में शहरी आबादी के विस्तार को भी लाभ होगा।

Purnima Srivastava
Published on: 6 March 2025 7:44 AM IST
Gorakhpur News
X

Gorakhpur Flood News (Image From Social Media)

Gorakhpur News: गोरखपुर में नेपाल की नदियों के उफनाने से रोहिन में आने वाली बाढ़ से सुरक्षित करने के लिए सिउरिया और कल्याणपुर में 300 क्यूसेक क्षमता के पंपिंग स्टेशन को मिली मंजूरी मिल गई है। 111 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले पंपिंग स्टेशन से खेती के साथ नगरीय आबादी भी सुरक्षित होगी। इसके साथ ही गोरखपुर में शहरी आबादी के विस्तार को भी लाभ होगा।

बाढ़ के दौरान जब रोहिन नदी का जलस्तर बढ़ता है तो अपस्ट्रीम ऊपर हो जाता है। इसकी वजह से नाले पर लगे फ्लैपर गेट खुद ही बंद हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में नाले का पानी 60 गांव में फैल जाता है और करीब एक लाख की आबादी की 4941 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि जलमग्न हो जाती है। पंपिंग स्टेशन बन जाने के बाद सीधे तौर पर एक लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से बचेगी। इसी तरह रोहिन नदी के दाएं तटबंध पर स्थित मछलीगांव अलगटपुर तबंटध के कलान नाले के पास पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इससे 36 गांव एक लाख 20 हजार की आबादी को सीधे तौर पर फायदा होगा। इसके अलावा 4693 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि जलमग्न होने से बचेगी। मुख्य अभियंता विकास सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सिउरिया और कल्यानपुर में पंपिंग स्टेशन बनाने की मंजूरी मिल गई है। दोनों स्थानों पर पंपिंग स्टेशन बनने से 96 गांव की दो लाख से अधिक की आबादी को सीधे तौर पर फायदा होगा। इससे शहर से सटे डोमिनगढ़ इलाके में बाढ़ की समस्या दूर हो जाएगी। शहर के लोगों को ज्यादा फायदा होगा। कृषि योग्य भूमि पर दोनों सीजन में किसान खेती कर सकेंगे।

राप्ती, रोहिन और गोर्रा नदी के बंधों पर खर्च होंगे 51 करोड़

गोरखपुर में बाढ़ से बचाव के लिए राप्ती, रोहिन और गोर्रा नदियों के किनारे बंधों की सुरक्षा, स्टोन पिचिंग, स्लोप पिचिंग, ब्रिक सोलिंग, कटान रोधी काम कराए जाएंगे। 24 जगहों पर बाढ़ से बचाव के नाम पर 51 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राप्ती नदी के किनारे मलौनी बंधा गाहासाड़ कोलिया बंधा, सहजनवा डुमरिया बाबू, बेलसर रिगौली, बढ़या कोठा बंधा, छितहरी, थुन्हीं बंधा, बिनहा रिंग बांध, कनइल मझगांवा, पनघटिया करमैनी बंधा आदि पर स्लोप पिचिंग के साथ कटान रोधी काम कराए जाएंगे। रोहिन नदी के मछली अलगटपुर बंधा, बनरहा बंधा और मखनहा बंधों के किनारे भी काम होंगे। इसके अलावा गोर्रा नदी के बरहीपाथ, राजधानी सिलहटा, नेकवार बोहाबार बांध को भी मजबूत किया जाएगा। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता विकास सिंह ने बताया कि शासन से मंजूरी मिलने के बाद सभी कामों का टेंडर निकाला गया है। जल्द ही टेंडर खोलकर काम कराया जाएगा।

Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Next Story