दुनिया के टॉप 2 फीसदी में वैज्ञानिकों में DDU और MMMTU के 5 नाम, पांचवी बार सूची में प्रो.रवि शंकर

Gorakhpur News: टॉप वैज्ञानिकों में एमएमएमयूटी के दो और डीडीयू से जुड़े तीन वैज्ञानिक शामिल हैं। सूची में इस वर्ष दुनिया भर के 2,23,153 वैज्ञानिकों को शामिल किया गया है।

Purnima Srivastava
Published on: 18 Sep 2024 3:45 AM GMT
Gorakhpur News
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DDU और MMMTU के प्रोफेसर (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी और मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पांच शिक्षकों का नाम स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा जारी दुनिया भर के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। इसमें डीडीयू के प्राणीविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. रवि कांत उपाध्याय लगातार पांचवीं बार इस सूची में शामिल किए गए हैं। वहीं डीडीयू के केमिस्ट्री विभाग के अध्यक्ष और डीन साइंस रहे प्रो. एनबी सिंह लगातार चौथी बार सूची में स्थान बनाने में सफल रहे हैं।

DDU के 3 और MMMTU के 2 वैज्ञानिक शामिल

टॉप वैज्ञानिकों में एमएमएमयूटी के दो और डीडीयू से जुड़े तीन वैज्ञानिक शामिल हैं। सूची में इस वर्ष दुनिया भर के 2,23,153 वैज्ञानिकों को शामिल किया गया है। डीडीयू के केमिस्ट्री के रिटायर प्रोफेसर नक्षत्र बहादुर सिंह इस सूची में 8304वें स्थान पर हैं। डीडीयू के केमिस्ट्री विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर गुरदीप सिंह को भी इस सूची में शामिल किया गया है। डीडीयू के प्राणीविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. रवि कांत उपाध्याय लगातार पांचवीं बार इस सूची में शामिल किए गए हैं। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विवि के दो वैज्ञानिकों भौतिकी के प्रो. डीके द्विवेदी दूसरे, जबकि केमिस्ट्री के प्रो. राजेश यादव का लगातार तीसरी बार इस सूची में नाम है।

प्रो.एनबी सिंह चौथी बार शामिल हुए

डीडीयू के केमिस्ट्री विभाग के अध्यक्ष और डीन साइंस रहे प्रो. एनबी सिंह लगातार चौथी बार सूची में स्थान बनाने में सफल रहे हैं। वे 1967 से 2006 तक डीडीयू में रहे। अभी वह शारदा यूनिवर्सिटी में एमिरेट्स प्रोफेसर हैं। मैटेरियल साइंस में उनकी विशेषज्ञता है। डीडीयू के केमिस्ट्री विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर गुरदीप सिंह को भी इस सूची में शामिल किया गया है। प्रो. गुरदीप के भी अब तक 200 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं। वे गुड़गांव में रहते हैं। तीसरी बार उन्हें इस प्रतिष्ठित सूची में जगह मिली है।

प्रो.रवि कांत की पांचवी बार आया नाम

डीडीयू के प्राणीविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. रवि कांत उपाध्याय लगातार पांचवीं बार इस सूची में शामिल किए गए हैं। उनके अब तक 150 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र मेडिसिनल केमिस्ट्री एंड बायोटेक्नोलॉजी है। प्रो. गुरदीप सिंह सूची में 96,355 वें स्थान पर हैं। फिजिकल केमिस्ट्री उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र है। उन्होंने करीब 30 वर्षों तक डीडीयू में सेवाएं दी। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने सभी वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि विवि के लिए यह गौरवपूर्ण उपलब्धि है। हमारे संकाय लगातार वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं। डीन साइंस प्रो. शांतनु रस्तोगी और केमिस्ट्री के विभागाध्यक्ष प्रो. उमेश नाथ त्रिपाठी ने भी बधाई दी है।


एमएमएमयूटी के प्रो. राजेश यादव व प्रो. डीके द्विवेदी भी शामिल

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दो वैज्ञानिकों भौतिकी के प्रो. डीके द्विवेदी दूसरे, जबकि केमिस्ट्री के प्रो. राजेश यादव लगातार तीसरी बार इस सूची में जगह बनाने में सफल रहे हैं। इन दोनों वैज्ञानिकों के करीब 200-200 शोध पत्र विभिन्न जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। प्रो. डीके द्विवेदी ने डीडीयू से बीएससी, एमएससी और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। वे शुरुआत में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र से जुड़े थे। बाद में डीडीयू में लेक्चरर हुए। वर्ष 2009 से वे एमएमएमयूटी में कार्यरत हैं। उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र सोलर सेल, लीथियम ऑयन बैटरी, आप्टिकल सेंसर्स है। प्रो. राजेश कुमार यादव पूर्वांचल विश्वविद्यालय से बीएससी और एमएससी तथा मेरठ विश्वविद्यालय से पीएचडी हैं। उन्होंने करीब 10 वर्षों तक दक्षिण कोरिया में शोधकर्ता के तौर पर काम किया है। वर्ष 2017 से एमएमएमयूटी में कार्यरत हैं। इनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र आर्टिफिशियल फोटो सिंथिसिस है। कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने दोनों शिक्षकों की इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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