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Gorakhpur News: घूस लेते लेखपाल पकड़ा गया रंगे हाथ, एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई, मचा हड़कंप
Gorakhpur News: चौराचौरा में वरासत के नाम पर 5000 रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुए लेखपाल के प्रकरण के बाद भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर उजागर हो गया है।
Gorakhpur News: प्रशासन के अधिकारी भले ही फरियाद सुनने का दावा करें लेकिन फील्ड में कर्मचारी छोटे-छोटे काम के लिए घूस की मांग कर रहे हैं। पिछले एक साल में एंटी करप्शन टीम के हत्थे घूस लेते चढ़े 14 सरकारी कर्मचारी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार पर कहीं अंकुश नहीं लग रहा है। चौराचौरा में वरासत के नाम पर 5000 रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुए लेखपाल अशोक कुमार भारती के प्रकरण के बाद भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर उजागर हो गया है। अब लेखपाल अशोक कुमार को जेल भेजने की तैयारी है।
चौरीचौरा के रामपुरा क्षेत्र के लेखपाल अशोक कुमार भारती को एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार की शाम को पांच हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। टीम ने चौरीचौरा थाने में भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कराया है। आरोपी लेखपाल ने वरासत के लिए फील्डबुक आख्या भेजने के नाम पर पीड़ित से रुपये मांगे थे। क्षेत्र के बैजूडीहा निवासी शिवदेव शुक्ल ने वरासत कराने के लिए हल्का लेखपाल अशोक कुमार भारती से मुलाकात की।
फील्डबुक देने के नाम पर लेखपाल ने पांच हजार रुपये मांगे। इसकी शिकायत शिवदेव शुक्ल ने ट्रैप टीम को आठ जनवरी को दी। जांच के दौरान मामला सही पाए जाने पर शुक्रवार शाम प्रभारी निरीक्षक शिव मनोहर यादव, संतोष कुमार दीक्षित, मनीष चन्द चौहान, सुबोध कुमार सिंह, निरीक्षक नीरज कुमार सिंह, शैलेंद्र कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार की टीम ने शिकायतकर्ता के घर के पास लेखपाल को घूस की रकम लेते गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार लेखपाल अशोक कुमार भारती की सफाई है कि उसे विभाग के ही कुछ कर्मचारियों द्वारा साजिश के तहत फंसाया गया है। मुझे नहीं मालूम था कि फाइल में पैसा रखा गया है। नायब तहसीलदार जाकिर हुसैन भी विभागीय स्तर पर इसकी जांच कर रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक शिव मनोहर यादव की तहरीर पर केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी लेखपाल को हिरासत में ले लिया।
अब 14 लोग रंगे हाथ गिरफ्तार
बीते साल 2023 में 13 सरकारी कर्मचारियों को घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है। नये वर्ष में लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ा गया मामला साल का पहला है। ज्यादेतार मामलों में टीम ने भ्रष्ट कर्मचारियों को 5000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया है।