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Gorakhpur News: बलिया से लेकर आजमगढ़ तक ड्रोन से दवाएं भेजेगा एम्स, जानें कब से मिलेगी सुविधा
Gorakhpur News: नये कार्यकारी निदेशक डॉ.गोपाल कृष्ण के प्रयास से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए ड्रोन प्रोजेक्ट में गोरखपुर एम्स को भी शामिल कर लिया गया है।
Gorakhpur News: केन्द्र सरकार की ड्रोन नीति के तहत गोरखपुर एम्स अब 200 किमी दायरे के जिलों में ड्रोन से दवाएं भेजेगा। इसका ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है। सुविधा शुरू होती है तो गोरखपुर समेत पूर्वांचल और सीमावर्ती बिहार के जिलों को भी इस सुविधा का लाभ मिल सकता है। पूर्वांचल में बाढ़ की गम्भीर समस्या के दौरान दवा वितरण की दिक्क्तों को देखते हुए भी इस तकनीक को अहम माना जा रहा है।
नये कार्यकारी निदेशक डॉ.गोपाल कृष्ण के प्रयास से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए ड्रोन प्रोजेक्ट में गोरखपुर एम्स को भी शामिल कर लिया गया है। दरअसल, वायु सेना बेस से सटे स्थित एम्स नो-फ्लाइंग जोन में आता है। इसे रेड जोन भी कहते हैं। खास बात यह है कि वायु सेना का फनेल जोन भी है। सामरिक दृष्टि से भी ड्रोन सेवा बेहद अहम है। कार्यकारी निदेशक ने बताया कि ड्रोन से 200 किमी दूरी तक आपदा की स्थिति में दवाएं और वैक्सीन भेजी जा सकेंगी। जल्द ही डुमरी खास और शिवपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से भी इसका ट्रायल होगा। निदेशक ने बताया कि बरसात के सीजन में पूर्वी यूपी के बड़े इलाके में नदियां उफना जाती हैं। बाढ़ में हजारों गांव डूब जाते हैं। वह मुख्य व संपर्क मार्गों से कट जाते हैं। ऐसे गांव तक दवा पहुंचने में ड्रोन सबसे मुफीद रहेगा।
टेक्निकल यूनिवर्सिटी और बीआरडी में बनेगा ड्रोन का लांचिंग पैड
बीआरडी और एमएमएमयूटी की लेंगे मदद कार्यकारी निदेशक ने बताया कि एम्स परिसर से बाहर ड्रोन का ट्रायल करना चाहते हैं। इसको लेकर जेम पर टेंडर भी जारी हो गया है। इस बाबत बीआरडी मेडिकल कॉलेज और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) से मदद ली जाएगी। बीआरडी और एमएमएमयूटी को ड्रोन का लांचिंग पैड बनाया जाएगा। यहीं से एम्स दवाएं, वैक्सीन और दूसरे संसाधन को ड्रोन के जरिए लॉन्च करेगा। एमएमएमयूटी की तकनीकी दक्षता की मदद भी एम्स लेगा। इसकी मदद से इमरजेंसी मेडिसिन, वैक्सीन को 50 से लेकर 200 किलोमीटर के दायरे में भेजा जा सकेगा। जल्द ही इसका ट्रायल भी होगा। यह सुविधा शुरू होती है तो आजमगढ़ से लेकर बलिया और सीमावर्ती बिहार के जिले भी इस ड्रोन की जद में होंगे।