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Gorakhpur News: जाली नोट में एटीएस तलाशेगी आईएसआई कनेक्शन, बार-बार नकली नोट पकड़े जाने से बढ़ी चिंताए
Gorakhpur News: गोरखपुर के बेलीपार के भौवापार में दीवाली के एक दिन पहले बेलीपार थाने की पुलिस ने 100 और 500 रुपये के जाली नोटों के साथ पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
Gorakhpur News: बीते धनतेरस के दिन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में एक व्यापारी रुपये जमा करने आया। उसकी गड्डी में एक पांच सौ का नकली नोट था। जिसे लेकर वह कैशियर से तर्क कुतर्क कर रहा था। काफी समझाने के बाद वह वापस लौटा। लेकिन उसे 500 रुपये का चूना लग चुका है। हकीकत यह है कि बैंकों में कैश काउंटर पर बड़ी संख्या में नकली नोट पहुंच रहे हैं। संदेह जताया जा रहा है कि कहीं नेपाल के रास्ते पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई दोबारा तो सक्रिय नहीं हो गई है। पिछले दिनों बेलीपार में नकली नोट छापने की मशीन के साथ पकड़े गए धंधेबाजों के असली नेटवर्क तक पहुंचने के लिए जांच को एटीएस को सौंपा जा रहा है।
गोरखपुर के बेलीपार के भौवापार में दीवाली के एक दिन पहले बेलीपार थाने की पुलिस ने 100 और 500 रुपये के जाली नोटों के साथ पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। बेलीपार में चेकिंग के दौरान एक कार में सवार पांच धंधेबाज जाली नोट की खेप लेकर सप्लाई करने निकले थे। उनके पास से पुलिस ने 1.02 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। जल्द ही एटीएस के एंट्री की भी संभावना है।
पकड़े गए धंधेबाजों की पहचान बेलीपार के भौवापार निवासी गोलू कन्नौजिया पुत्र शम्भू, प्रशान्त पांडेय पुत्र महेन्द्र पांडेय, अमन विश्वकर्मा पुत्र दिनेश, आदित्य सिंह पुत्र प्रेम सिंह और कोतवाली इलाके के दुर्गाबाड़ी के मुस्तफा पुत्र अकबर अली के रूप में हुई। एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि इस गैंग का सरगना प्रशान्त पांडेय है। उसने एक प्रिंटर खरीदा था, जिसकी मदद से हूबहू असली से मिलते-जुलते नोट छापे जा रहे थे। उन नोटों को जालसाजों की यह गिरोह भीड़भाड़ वाली जगहों पर चलाता था। पुलिस टीम आरोपितों से पूछताछ कर रही है। इस प्रकरण के तह तक पहुंचने का प्रयास हो गया है।
पहले भी गोरखपुर में पकड़ी गई नकली नोटों की फैक्ट्री
गोरखपुर के दक्षिणांचल में पहले भी नकली नोट का कारखाना पकड़ा जा चुका है। 2023 में गगहा पुलिस ने बांसगांव के धनौड़ा गांव में नकली नोट छापने का कारखाना पकड़ा था। पुलिस ने गिरोह के सरगना के रूप में राहुल सिंह, उसके बेटे अवनीश सिंह उर्फ अवनीश राय व नोट चलाने वाले चांद मोहम्मद निवासी बड़ी बेदौली बड़हलगंज को तब गिरफ्तार किया था। गोरखपुर में नकली नोट बिहार के कमरूदीन गिरोह भी गोरखपुर में नकली नोट चलाता था। जाली स्टांप के धंधे के साथ ही नकली नोट का भी यह गिरोह कारोबार करता था। कमरूद्दीन का बेटा यह धंधा संभालता था। कुछ महीने पहले ही एटीएस ने उसे गिरफ्तार किया था। इसके पहले 28 मई 2018 को झंगहा पुलिस ने नकली नोट चलाते हुए गौरीबाजार के पप्पू निषाद को पकड़ा था। 31 अगस्त 2019 को बांसगांव पुलिस ने दो नाबालिग, दो महिला समेत कुल 7 लोगों को नकली नोट चलाने के आरोप में पकड़ा था। वहीं कैन्ट पुलिस ने 3 जुलाई 2021 को दिव्यनगर व सिंघड़िया से नकली नोट चलाते हुए बांसगांव निवासी फकरुदीन व सिवान बिहार के दिलशेर को पकड़ा था।