×

Gorakhpur News: मेडिकल कॉलेज से गायब होकर प्राइवेट प्रेक्टिस नहीं कर सकेंगे डॉक्टर, अब आंखों की पुतलियों से लगेगी हाजिरी

Gorakhpur News: प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने बताया कि अगले कुछ महीनो में आंखों की पुतलियों की स्कैनिंग से लगने वाली हाजिरी को लेकर अभियान शुरू किया जाएगा।

Purnima Srivastava
Published on: 24 Jun 2024 1:57 AM GMT
Gorakhpur News
X

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Gorakhpur News: गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सक शिक्षकों की हाजिरी को लेकर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) सख्त हो गया है। अभी चिकित्सकों की हाजिरी फिंगर प्रिंट और फेस रीडिंग से होती है। लेकिन अब एनएमसी शिक्षकों के आंखों की पुतलियों से हाजिरी लगेगी। लाखों की लागत वाली ‘आयरिस स्कैनिंग मशीन’ आंखों की रेटिना को स्कैन करके हाजिरी लगाएगी। इसे प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में लगाने की तैयारी है।

दरअसल, ‘आयरिस स्कैनिंग मशीन’ से हाजिरी को लेकर एनएमसी ने एक एडवाइजरी पत्र देशभर के मेडिकल कॉलेजों को लिखा है। मेडिकल कॉलेज में अभी फिंगरप्रिंट वाली मशीन ही लगी है। ज्यादातर कॉलेजों में फिंगरप्रिंट की मदद से हाजिरी लगाई जाती है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी फिंगरप्रिंट और फेस रिकॉग्निशन (चेहरा पहचानने) मशीन लगी है। बता दें कि पिछले दिनों चिकित्सकों की हाजिरी नहीं होने से बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सीटों को लेकर संकट खड़ा हो गया है। चिकित्सकों की हाजिरी नहीं होने से एनएमसी ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई थी।

प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने बताया की अभी एनएमसी का पत्र बायोमेट्रिक हाजिरी को लेकर है। वह लगवाया जा रहा है। इसी पत्र में एनएमसी ने संभावना जताया है कि अगले कुछ महीनो में आंखों की पुतलियों की स्कैनिंग से लगने वाली हाजिरी को लेकर अभियान शुरू किया जाएगा। नेशनल मेडिकल कमीशन ने साफ कर दिया है कि भविष्य में आयरिस स्कैनर से ही हाजिरी लगेगी। एनएमसी के निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।

रोज की हाजिरी की निगरानी करेगा एनएमसी

मशीनों में सॉफ्टवेयर अपग्रेड कराने के बाद रोजाना के हाजिरी की डिटेल एनएमसी तक पहुंच सकेगी। मेडिकल कॉलेज में लगे बायोमेट्रिक हाजिरी की मशीनों को एनएमसी के वेबसाइट से जोड़ा भी गया है। शिक्षकों को अवकाश भी अब ऑनलाइन स्वीकृत कराना होगा। शिक्षक लंबी छुट्टियों पर ऑनलाइन अवकाश स्वीकृत कराकर ही जा पाएंगे। इमरजेंसी और चिकित्सा अवकाश को छोड़कर शेष के लिए ऑनलाइन आवेदन की मंजूरी जरूरी है।


Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

Next Story