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Gorakhpur News: गोरखपुर के इस माफिया के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर, जानिए किसकी जमीन पर कर रखा था कब्ज़ा
Gorakhpur News:अजीत शाही और उसके गुर्गों ने कैंट थाना क्षेत्र के बेतियाहाता में नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था। 25 डिसमिल बेशकीमती भूमि जमीन पर इस गिरोह के लोग अर्से से कब्जा जमाए बैठे थे।
Gorakhpur News: माफियाओं पर कार्रवाई की क्रम में योगी सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की है। गोरखपुर में माफिया अजीत शाही के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया गया है। भारी पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में यहां जमीन मुक्त कराई गई। इस जमीन की कीमत 10 करोड़ के आसपास बताई जाती है।
नगर निगम में नजूल की जमीन पर कर रखा था कब्जा
जानकारी के मुताबिक अजीत शाही और उसके गुर्गों ने कैंट थाना क्षेत्र के बेतियाहाता में नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था। 25 डिसमिल बेशकीमती भूमि जमीन पर इस गिरोह के लोग अर्से से कब्जा जमाए बैठे थे। सोमवार दोपहर सिटी मजिस्ट्रेट और नगर आयुक्त की मौजूदगी में इस कब्जे को खाली कराया गया। यहां बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि माफिया अजीत शाही आपराधिक मामलों के अंतर्गत गोरखपुर की जेल में बंद चल रहा है।
घर में रखा सामान हटवाने के बाद बुलडोजर से मकान गिराया
बेतियाहाता दक्षिणी में लखनऊ हाइवे पर 31 डिस्मिल (1250 वर्म मीटर) भूमि पर पिछले 15 वर्ष से माफिया का अवैध कब्जा पर नगर निगम का बुलडोजर चला। पीएसी व कैंट थाना पुलिस के साथ सोमवार की सुबह 11 बजे अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा माफिया के कब्जे वाले मकान पर पहुंचे। घर में रखा सामान हटवाने के बाद बुलडोजर से मकान व चहारदीवारी को गिरवा दिया। नगर निगम और पुलिस की टीम बेतियाहाता पहुंची तो वहां गेट पर अजीत शाही के मॉ और पत्नी के नाम का बोर्ड लगा हुआ था। मूल रुप से देवरिया के भाटपार रानी, पकड़ी बाबू गांव का रहने वाला माफिया अजीत शाही बेतियाहाता के आवास-विकास कालोनी में परिवार के साथ रहता है। 15 वर्ष पहले उसने आवास से 500 मीटर की दूरी पर लखनऊ हाइवे से सटे नगर निगम की 31 डिस्मिल बेसकीमती भूमि पर कब्जा कर लिया। माफिया ने यहां चहारदीवारी का निर्माण कराने के बाद चार कमरा, किचन व बाथरूम बनवाने के बाद गेट पर अपनी पत्नी व मां के नाम का बोर्ड लगा दिया।
ऐसे चर्चा में आया अजीत शाही
योगी सरकार के बुलडोजर की कार्रवाई के बाद अजीत शाही शांत था। लेकिन बीते 12 मई 2023 को शाहपुर थाने में बैंककर्मियों को धमकाने व जबरिया वसूली करने के मामले में वह चर्चा में आ गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने माफिया अजीत शाही पर शिकंजा कसा तो उसके काले कारनामे सामने आने लगे। संपत्ति की जांच कराने पर अवैध कब्जे की जानकारी मिली तो नगर निगम की टीम हरकत में आई। बता दें कि कैंट, शाहपुर,गीडा, गुलरिहा के साथ ही जिले के कई थानों में माफिया अजीत शाही के विरुद्ध हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी, बलवा, गैंगस्टर, गुंडा व गैंगस्टर एक्ट के 35 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।