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Gorakhpur News: आगरा में बैठकर पूरे देश में पैरा मेडिकल की फ्रैंचाइजी बेचने वाले पंकज पोरवाल के घर पर चलेगा बुलडोजर!
Gorakhpur News: मास्टर माइंड पंकज पोरवाल तो गिरफ्तार हो चुका है लेकिन पूरे खेल में साझेदार उसकी पत्नी और भाई फरार हैं।
Gorakhpur News: आगरा के मास्टर माइंड पंकज पोरवाल ने आगरा में बैठ कर अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के नाम से फर्जी बोर्ड बनाया। फर्जी तरीके से पूरे देश में बोर्ड की फ्रैंचाइजी बांटी और हजारों छात्रों का जीवन ही नहीं बर्बाद किया, उनकी जमा पूंजी भी ठग ली। मास्टर माइंड पंकज पोरवाल तो गिरफ्तार हो चुका है लेकिन पूरे खेल में साझेदार उसकी पत्नी और भाई फरार हैं। गोरखपुर पुलिस ने मुख्य आरोपित के आगरा स्थित आवास पर फरार आरोपियों को पकड़ने मंगलवार को पहुंची। जहां कोई नहीं मिला। जिसके बाद टीम ने घर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आरोपित कोर्ट में पेश नहीं हुए तो उनके आवास पर बुलडोजर चलाया जा सकता है।
गोरखपुर पुलिस ने बीते 11 सितम्बर 2023 को पैरा मेडिकल शिक्षा के नाम पर विभिन्न कोर्स कराकर छात्रों के साथ जालसाजी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड आगरा के पंकज पोरवाल को गिरफ्तार कर जेल भेजवाया था। उसने आगरा के शाहगंज में अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के नाम से अपना बोर्ड बना रखा था। 2013 से चल रहे चल रहे फर्जी बोर्ड से यूपी ही नहीं बल्कि देश के चार राज्यों में फैला है। संस्था ने 109 कालेजों को फ्रेंचाइजी बांटी है। पूरे खेल से पर्दा उठाने के लिए एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने जांच के लिए एएसपी मानुष पारीक के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की थी। पुलिस की जांच में सामने आया था कि फर्जी बोर्ड का दायरा इनमें यूपी के 40 जिलों में फैला है जहां हजारों की संख्या में छात्र ठगी के शिकार हुए है। इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही एसआईटी ने आगरा शाहगंज स्थित फर्जी बोर्ड के आफिस पर दबिश डालकर कई दस्तावेज बरामद किए थे।
बैंक में मिले 16 लाख पुलिस ने कराया फ्रीज
टीम को एक बैंक खाता संयुक्त रूप से पंकज और उसकी पत्नी के नाम से मिला। सभी खातों में मिलाकर मिले करीब 16 लाख रुपये को फ्रीज करा दिया है। पंकज पोरवाल का मकान 1400 स्कवायर फीट, थ्री बीएचके फ्लैट व अर्धनिर्मित मकान, एक प्लाट 1200 स्क्वायर फीट शाहगंज जबकि एक प्लाट आगरा में होना सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, फ्रेन्चाईजी देकर पैरा मेडिकल कालेज खुद खोलकर या खुलवाकर विभिन्न कोर्स के नाम पर 2 से 3 लाख रुपये यह गिरोह वसूलता था। प्रवेश लेने वाले छात्रों की फीस का 30 प्रतिशत तथा परीक्षा कराने के दौरान भी पैसा लेता था।
चिटफंड में कराया रजिस्ट्रेशन, परिवार के सदस्य बने थे बोर्ड के मेंबर
अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट का एनसीटी दिल्ली/चिट फन्ड से गिरोह ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें कुल 13 पदाधिकारी हैं। संस्था में इन्दीवर पोरवाल (भाई), कंचन पोरवाल (पत्नी), जयवीर प्रसाद (चाचा), अनिरुद्ध कुमार (मित्र), नरेश कुमार (मित्र), निखिल कुमार (मित्र), कमलकान्त ( मित्र), कुलदीप वर्मा (मित्र), सुरेन्द्र कुमार (मित्र), रुची गुप्ता (सहयोगी ), दर्शन कुमार खट्टरी (मित्र), प्रेमचन्द्र (मित्र), मोहित कुमार (मित्र) के नाम शामिल हैं।