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Gorakhpur News: संजय निषाद की पार्टी को आखिर कौन कर रहा कमजोर, लोकसभा चुनाव के ठीक पहले पार्टी में टूट के क्या है मायने ?

Gorakhpur News: अब निषाद आर्मी राष्ट्रीय एकता मिशन के युवा कार्यकर्ताओं ने अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। अब तक यह संगठन निषाद पार्टी से जुड़े रहने का दावा कर रहा है।

Purnima Srivastava
Published on: 16 Nov 2023 4:00 AM GMT
Gorakhpur News
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कैबिनेट मंत्री संजय निषाद (Social Media)

Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से आने वाले कैबिनेट मंत्री संजय निषाद को साजिशन कमजोर किया जा रहा है, या फिर पार्टी में हो रही टूट रूटीन है। हकीकत जो भी हो, लेकिन सच्चाई यह है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद को झटका दर झटका लग रहा है। भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद खुलकर मुखालफत कर ही रहे हैं, अंदर खाने उन्हें भाजपा के बड़े नेताओं के सरंक्षण की बातें भी सामने आ रही हैं।

पूर्व राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद की मौजूदगी में संजय निषाद की पार्टी की युवा विंग के पदाधिकारियों ने बगावत का ऐलान किया तो सियासी बवंडर मच गया। दरअसल, अब निषाद आर्मी राष्ट्रीय एकता मिशन के युवा कार्यकर्ताओं ने अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। अब तक यह संगठन निषाद पार्टी से जुड़े रहने का दावा कर रहा है। युवा विंग के जिला अध्यक्ष धर्मवीर जलवंशी और जिला प्रभारी बलराम निषाद ने बताया कि चार वर्ष पूर्व निषाद समाज के युवाओं की मदद के लिए इस संगठन को शुरू किया गया। इस दौरान युवाओं ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी की मदद भी की। इसके बावजूद उन्हें पार्टी ने तवज्जो नहीं दी। इसके पूर्व सप्ताह भर पहले निषाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव बहादुर निषाद को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निष्कासित किया गया था। वे संजय निषाद की कोर टीम में शामिल थे। निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र मणि निषाद इस टूट के बाबत कहा कि निषाद आर्मी में ज्यादातर सदस्य युवा हैं। युवाओं का दल पार्टी के साथ हमेशा रहा है। कुछ लोग बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। आगामी चुनाव में निषाद आर्मी के कार्यकर्ता निषाद पार्टी के साथ ही रहेंगे।

पूर्व सांसद बोले, आरक्षण के नाम पर लड़ाई कागजों में

पूर्व सांसद जयप्रकाश निषाद ने कहा कि निषाद आर्मी में करीब 10 हजार युवा कार्यकर्ता सदस्य हैं। यह संगठन पूर्वी यूपी में निषाद बाहुल्य विधानसभाओं में संगठन का विस्तार कर रहा है। इन युवाओं को आरक्षण दिलाने के नाम पर एक परिवार ने झांसे में ले लिया था। आरक्षण के नाम पर एक परिवार ने समाज को धोखा दिया। समाज जागरूक हो रहा है। युवा अब परिवार के झांसे में आने वाले नहीं हैं। भाजपा में ही निषादों का हित सुरक्षित है।

पूर्व सांसद जय प्रकाश निषाद (Newstrack)

पूर्व सांसद ने बड़ा सम्मेलन कर किया था विरोध

पिछले जुलाई महीने में पूर्व मंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य जय प्रकाश निषाद ने गोरखपुर के चंपादेवी पार्क में निषाद महाकुंभ का आयोजन कर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। तब जय प्रकाश ने बिना नाम लिये कहा था कि कुछ लोग अगुवा बनकर समाज को ठगने का कार्य किए हैं। हमें स्वर्गीय जमुना निषाद, फूलन देवी और अखिलेश निषाद के मिशन को आगे बढ़ाना है। हम अपने अधिकार की बात संवैधानिक तरीके से करेंगे। सरकार आरक्षण देना भी चाह रही है, लेकिन अगुवा बनने वाले परिवार के सदस्यों को ही सांसद-विधायक बनाने में परेशान हैं।

मुख्यमंत्री से संबंध पर भी उठते रहे हैं सवाल

बता दें कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संजय निषाद के रिश्तों को लेकर सवाल उठते रहे हैं। एक बार संजय निषाद की पार्टी ने गोरखनाथ मंदिर की तरफ कूच किया था। तब उनके बेटों के साथ कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बल प्रयोग किया था। वर्तमान में चौरीचौरा से विधायक श्रवण निषाद से तब पुलिस ने बदसलूकी भी की थी।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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