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Gorakhpur News: नहाय खाय से छठ महापर्व शुरू, बाजारों से घाटों तक उत्साह, राप्ती तट पर वेदी को लेकर मारामारी

Gorakhpur News: सूर्योपासना का छठ पर्व इस वर्ष 5 नवंबर, मंगलवार को नहाय खाय से आरंभ हो रहा है। इस दिन सुकर्मा योग है, जबकि चंद्रमा की स्थिति शुभ ग्रह बृहस्पति के धनु राशि पर होने से धार्मिक कार्यों के लिए इस दिन का विशेष महत्व है।

Purnima Srivastava
Published on: 5 Nov 2024 7:32 AM IST
Chhath Puja 2024
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Chhath Puja 2024   (photo: social media )

Gorakhpur News: महापर्व छठ का आगाज मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो रहा है। लोक आस्था के महापर्व को लेकर बाजार में फल, फूल से लेकर दउरा की बिक्री हो रही है। महेवा मंडी से लेकर शहर के सभी प्रमुख बाजार में लोग फल, सब्जी आदि की खरीदारी करते दिख रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ परम्परागत छठ घाटों पर वेदी बनाने को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही है।

राप्ती से लेकर सरयू तट पर वेदी को सुरक्षित करने के लिए मारामारी दिख रही है। लोग वेदी को सुरक्षित करने के लिए तिरंगा लगा रहे हैं तो चूने से नाम और मोबाइल नंबर तक लिख रहे हैं। नगर निगम की तरफ से भी राप्ती नदी के साथ ही 357 स्थानों पर कृत्रिम तालाब की खुदाई के साथ उसमें पानी भरने की व्यवस्था की जा रही है।

नहाय खाय से आरंभ छठ पूजा

सूर्योपासना का छठ पर्व इस वर्ष 5 नवंबर, मंगलवार को नहाय खाय से आरंभ हो रहा है। इस दिन सुकर्मा योग है, जबकि चंद्रमा की स्थिति शुभ ग्रह बृहस्पति के धनु राशि पर होने से धार्मिक कार्यों के लिए इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन से सूर्य षष्ठी व्रत की शुरुआत होगी, जिसमें घर की व्रती महिला नदी या तालाब पर स्नान करेंगी और कद्दू एवं चावल का पकवान बनाएंगी।

व्रती महिलाएं रात में उपवास करती हैं और कुछ प्रसाद ग्रहण करती हैं। छठ पर्व का दूसरा दिन 6 नवंबर, बुधवार को ‘खरना’ के नाम से मनाया जाएगा। तीसरा दिन 7 नवंबर गुरुवार को निर्जल उपवास का होता है, जिसमें व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करती हैं। अंतिम दिन 8 नवंबर, शुक्रवार को सूर्योदय के समय अर्घ्य देकर माता षष्ठी देवी को विदाई दी जाएगी। यह पर्व आनंद योग में समाप्त होगा।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जरूरी इंतजाम

नगर निगम राप्ती नदी तट पर लाखों की संख्या में उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने में जुटा है। प्राचीन हनुमानगढ़ी मंदिर और तकिया घाट पर नदी के घाट कट गए है। कृत्रिम पोखरों में फिलहाल पानी भरने का काम जोरों पर है।

नगर निगम 80 वार्डों में 357 स्थानों पर चिह्नित सार्वजनिक अर्घ्य स्थलों की साफ सफाई, कृत्रिम तालाब की खुदाई, कृत्रिम तालाब में पानी भरने, प्रकाश और पेयजल का इंतजाम में सोमवार को भी जुटा रहा।

सार्वजनिक छठ पूजन के स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पथ प्रकाश और सीसी कैमरें भी लगाए जा रहे हैं। मंगलवार से पानी भरने का काम शुरू होगा जिसके लिए 06 ट्रैक्टर और 36 ट्रैक्टर लगाएं हैं।


पीतल का सूप 2000 रुपये तक

धर्मशाला, बैंक रोड, बक्शीपुर, मेडिकल रोड, कूड़ाघाट, पादरी बाजार, आजाद चौक, नौसढ़ आदि इलाकों में दउरा, सूप और डगरा आदि की बिक्री हो रही है। दउरा विभिन्न बाजार में 160 से लेकर 300 रुपये तक में बिक रहा है। धर्मशाला पीतल के सूप की भी बिक्री हो रही है। एक सूप की कीमत 1000 से लेकर 2000 रुपये तक है। पीतल की कीमत बढ़ने से इसके दाम में बढ़ोतरी हुई है।

छठ को लेकर बाजार में मिनी आटा चक्की मशीन के साथ प्लास्टिक के बाथ टब की बिक्री बढ़ गई। आटे की शुद्धता के लिए लोग मिनी आटा चक्की खरीद रहे हैं। छत पर बाथ टब में पानी भर पर सूर्य की अराधना की भी तैयारी है। बाजार में यह टब 600 से लेकर 2000 रुपये तक में बिक रहा है।





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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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