Gorakhpur News: अपनी रुचि के अनुसार चुने कैरियर, युवा खुद तय करें अपनी दिशा, DDU के दीक्षांत में आनंदी बेन पटेल की नसीहत

Gorakhpur News: मुख्य अतिथि ने कहा कि पिछले 80 वर्षों में भारत के किसी वैज्ञानिक को नोबल पुरस्कार नहीं मिला। मुझे ऐसी अपेक्षा है कि आने वाले 25 वर्षों में हमारे युवा नोबेल पुरस्कार प्राप्त करें।

Purnima Srivastava
Published on: 30 Aug 2024 4:08 PM GMT
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Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 43वां दीक्षांत समारोह कुलाधिपति एवं राज्यपालआनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति ने 61 विद्यार्थियों को 138 पदक, जिसमें 55 विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक तथा 83 डोनर्स पदक शामिल है, प्रदान किए। पदक विजेताओं में छात्राओं ने बाजी मारी। पदक विजेताओं में 49 छात्राएं और 12 छात्र रहे। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी रूचि को देखते हुए कैरियर चुनें। युवा अपनी दिशा तय करने में सक्षम है।

समारोह की मुख्य अतिथि एडलवाइस म्यूचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता तथा विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार श्री योगेंद्र उपाध्याय एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी रहीं। अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलाधिपति ने कहा किसबसे ज्यादा मेडल बेटियों को मिले हैं, इसलिए मैं विशेष अभिनंदन बेटियों और उनके माता-पिता का करती हूं। इस सफलता के पीछे माता-पिता का मार्गदर्शन प्रेरणा और मेहनत है। मैं सभी अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई देती हूं। उन्होंने कहा कि अब आगे का सोचिए, कुछ नया करने का सोचिए। अपनी दिशा तय करिए, अपनी रुचि के अनुसार। अपने बचपन के कालखंड को याद करते हुए उन्होंने कहा कि आज 21वीं सदी के भारत में वह सभी सुविधाएं हैं, जो हमें नहीं प्राप्त हुई। आपके पास लैब है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के बजट में शिक्षा से संबंधित अनेक प्रावधान है, विश्वविद्यालय तथा विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाना चाहिए।

आने वाले 25 वर्षों में हमारे युवा नोबेल पुरस्कार प्राप्त करें

मुख्य अतिथि ने कहा कि पिछले 80 वर्षों में भारत के किसी वैज्ञानिक को नोबल पुरस्कार नहीं मिला। मुझे ऐसी अपेक्षा है कि आने वाले 25 वर्षों में हमारे युवा नोबेल पुरस्कार प्राप्त करें। हमारा देश युवा है, 35 वर्ष से कम आयु के लगभग दो तिहाई से ज्यादा लोग हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए केवल शिक्षा में 1.48 लाख करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इसी तरह यूजीसी ने 19,025 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। इसका लाभ कैसे मिले, इसके लिए विश्वविद्यालय प्रयास करें। विश्वविद्यालय बजट को ठीक तरीके से अध्ययन कर लाभ उठाने के तरीकों पर विचार करें। कुलाधिपति ने कहा कि डीडीयू से संबंद्ध महाविद्यालयों द्वारा समय से प्रैक्टिकल तथा आंतरिक मूल्यांकन के अंक प्रेषित नहीं करने के करना परिणाम घोषित करने में समस्या आ रही है, जिसका असर विश्वविद्यालय को वर्ल्ड रैंकिंग में पड़ता है। जो संबंध महाविद्यालय समय से अंक प्रेषित नहीं करते हैं, उनको दंडित करें।

खुद को अपने आईने में आत्मविश्वास से देखिए: श्रीमती राधिका गुप्ता

मुख्य अतिथि और एडलवाइस म्यूचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन में सेल्फ कॉन्फिडेंस अत्यंत आवश्यक है। खुद को आईने में आत्मविश्वास से देखिए अपने आईने में खुद को कभी बदसूरत मत देखिए। मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारे समय उदारीकरण की शुरुआत थी। काफी भ्रम था। लेकिन आज का भारत असीमित अवसरों का भारत है। आप जो कुछ भी करना चाहे वह कर सकते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर जाकर कंपनी लिस्ट कर सकते हैं। आज का उत्तर प्रदेश विकास में अग्रणी राज्यों में है। एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर है इसका फायदा उठाएं। समारोह की शुरुआत में कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि हमारे मुख्य अतिथि का व्यक्तित्व और जीवन नई पीढ़ी के लिए अत्यंत प्रेरणादायक है। विश्वविद्यालय को यूजीसी द्वारा कैटेगरी वन का दर्जा प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय ने 16 से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। जिसमें नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव जैसे देशों के शिक्षण संस्थान भी शामिल हैं। हमने 11 पेटेंट फाइल किए हैं, तथा 20 पेटेंट स्वीकृति के लिए दिए हैं।

Shalini singh

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