Gorakhpur: सीएम योगी ने MPIT में बन रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का किया निरीक्षण, इस सत्र से होगी पढ़ाई

Gorakhpur News: सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से संचालित महाराणा प्रताप इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमपीआईटी) में बन रहे स्टेट ऑफ आर्ट - सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निरीक्षण किया

Purnima Srivastava
Published on: 19 Aug 2024 2:30 PM GMT
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CM Yogi Adityanath (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से संचालित महाराणा प्रताप इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमपीआईटी) में बन रहे स्टेट ऑफ आर्ट - सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रगति की जानकारी ली और इन्हें विश्व स्तरीय मानक के अनुरूप तैयार करने और इसके पाठ्यक्रमों को भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को तकनीकी शिक्षा का मॉडल बनाना है। इसमें यहां बन रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बड़ी भूमिका निभाएंगे।

एमपीआईटी में इस सत्र से बीटेक की पढ़ाई के लिए छह ब्रांचों, कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, डाटा साइंस, साइबर सिक्युरिटी, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (वीएलएसआई डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी) में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। इन सभी ब्रांचों में 60-60 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। यानी पहले सत्र में एमपीआईटी की छात्र क्षमता 360 की होगी। बीटेक एडमिशन के लिए जारी प्रवेश प्रक्रिया के साथ ही लच्छीपुर स्थित एमपीआईटी के परिसर में अलग-अलग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जा रहे हैं।

ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड थ्री डी प्रिंटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्युरिटी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में कुल छह तरह के पाठ्यक्रम (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्युरिटी, ड्रोन टेक्नोलॉजी, स्पेस टेक्नोलॉजी, थ्री डी प्रिंटिंग समेत एकीकृत पाठ्यक्रम) संचालित होंगे। सभी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और इनमें संचालित होने वाले पाठ्यक्रम ग्लोबल स्टैंडर्ड के हिसाब से तैयार हों रहे हैं। विद्यार्थी यहां प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स, माइनर डिग्री कोर्स और एडवांस कोर्स के जरिये खुद को संबंधित उद्योग-सेवा के क्षेत्र के अनुरूप तैयार कर सकेंगे।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एमपीआईटी के सभी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश के तकनीकी शिक्षण संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करेंगे। यहां न केवल एमपीआईटी के छात्रों को बल्कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से अनुमोदित 15 अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों को भी ग्लोबल कोर्सेज में शामिल होने की सुविधा मिलेगी। जो संस्थान एमपीआईटी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से लाभान्वित होंगे उनमें मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, राजकीय पॉलिटेक्निक गोरखपुर, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक गोरखपुर, महामाया राजकीय पॉलिटेक्निक हरिहरपुर खजनी, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी गोरखपुर सेंटर, महाराणा प्रताप पॉलिटेक्निक गोरखपुर, बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी गीडा गोरखपुर, बुद्धा पॉलिटेक्निक कॉलेज गीडा गोरखपुर, आईटीएम गीडा गोरखपुर, आईटीएम पॉलिटेक्निक गीडा गोरखपुर, केआईपीएम कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी गीडा गोरखपुर, लिटिल फ्लावर पॉलिटेक्निक गोरखपुर, महामानव गौतम बुद्ध पॉलिटेक्निक बनकटी खुर्द, सुयश इंस्टीट्यूट ऑफ़ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी हक्काबाद गोरखपुर और विकास इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी गोरखपुर शामिल हैं।

Durgesh Sharma

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