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Gorakhpur News: BA LLB के भवन और हाईटेक लैब पर DDU खर्च करेगा 10 करोड़, ये होंगी सुविधाएं
Gorakhpur News: विधि संकाय में बीए एलएलबी के लिए नए भवन को विकास समिति ने मंजूरी दे दी है। कुल 8.53 करोड़ रुपये की लागत से दो मंजिला भवन बनेगा। डीडीयू में वर्ष 2018 में बीए एलएलबी के पांच वर्षीय पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई थी।
Gorakhpur News: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवसिर्टी के शैक्षणिक सुविधाएं लगातार बढ़ रही हैं। यूनिवर्सिटी में विधि विभाग के अधीन संचालित होने वाले बीए एलएलबी के नये कोर्स के लिए 8.53 करोड़ की लागत से नया भवन बनेगा। इसके साथ ही अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग लैब पर डेढ़ करोड़ रुपये खर्च होंगे।
विधि संकाय में बीए एलएलबी के लिए नए भवन को विकास समिति ने मंजूरी दे दी है। कुल 8.53 करोड़ रुपये की लागत से दो मंजिला भवन बनेगा। डीडीयू में वर्ष 2018 में बीए एलएलबी के पांच वर्षीय पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई थी। उस समय उसके लिए नया भवन बनाने का प्रस्ताव आया था लेकिन वह मूर्त रूप नहीं ले सका। बाद में छात्रों की भीड़ को देखते हुए बीए एलएलबी का संचालन महाराणा प्रताप परिसर में किया जाने लगा। सत्र 2023-24 से बीए एलएलबी की कक्षाएं विधि संकाय में संचालित होने लगीं। पाठ्यक्रम के संचालन की दिक्कतों को देखते हुए डीडीयू की विकास समिति ने बीए एलएलबी के नए भवन के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इसके बाद तीन कार्यदायी एजेंसियों यूपी सीडको, सीएंडडीएस और पैक्सफेड को डीपीआर के लिए पत्र लिखा गया है। भूतल पर 6 कक्षाएं और कार्यालय होगा। प्रथम तल 4 कक्षाएं, 10 केबिन, कम्प्यूटर लैब व लाइब्रेरी होगी।
डेढ़ करोड़ खर्च कर बनेगा अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग लैब
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय में छात्रों के लिए अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग लैब की स्थापना की जायेगी। इंजीनियरिंग संकाय में अत्याधुनिक लैब्स की स्थापना के लिए वित्त समिति तथा कार्य परिषद ने करीब 1.5 करोड़ रुपए की धनराशि को मंजूरी पहले ही दे दी है। इस नई फैसिलिटी में इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलुओं में व्यापक व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई कई विशेष प्रयोगशालाएँ शामिल होंगी।
नई लैब से इन छात्रों को मिलेगा लाभ
नई लैब में बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लैब, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स और माइक्रोप्रोसेसर और माइक्रोकंट्रोलर लैब के साथ वीएलएसआई डिज़ाइन लैब और एम्बेडेड सिस्टम लैब की सुविधा होगी। इसके साथ ही एनालॉग और डिजिटल संचार लैब और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंजीनियरिंग लैब की सुविणा होगी। कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने बताया कि ये लैब छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक सर्किट डिज़ाइन करना, चिप डिज़ाइनिंग सीखने और डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग (डीएसपी) तकनीकों को लागू करने विशेष रूप से डीएसपी और वीएलएसआई (बहुत बड़े पैमाने पर एकीकरण) में सक्षम बनाएगी। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा, इन उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रयोगशालाओं की स्थापना शीर्ष इंजीनियरिंग शिक्षा प्रदान करने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है। बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग लैब का उपयोग सभी प्रथम वर्ष के स्नातक इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा किया जाएगा, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में आगे के सेमेस्टर के छात्रों को विशेष प्रयोगशालाओं से लाभ होगा।