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Gorakhpur News: नेताओं से पहले खत्म होगी छात्रों की परीक्षा, DDU की परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी
Gorakhpur News: कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने बताया कि लोकसभा चुनाव के कारण परीक्षाएं प्रभावित न हों, इसके लिए प्रशासन से समन्वय बनाकर परीक्षा की तिथियां तय की गई हैं।
Gorakhpur News: लोकसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन दीन दयाल गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कैंपस को अधिगृहित कर लेता है ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द परीक्षा करा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 9 अप्रैल से वार्षिक और 15 अप्रैल से सम सेमेस्टर की परीक्षाओं को लेकर समय सारिणी जारी कर दी गई है। गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर के कुल 204 केंद्रों पर ये परीक्षाएं संपन्न होंगी।
विश्वविद्यालय में वार्षिक व सम सेमेस्टर की परीक्षाएं नौ अप्रैल से सात जून तक चलेंगी। वार्षिक परीक्षाओं के अन्तर्गत परास्नातक की ज्यादातर परीक्षाएं अप्रैल में ही समाप्त हो जाएंगी। सम सेमेस्टर में भी 24 अप्रैल तक पीजी की ज्यादातर परीक्षाएं संपन्न करा ली जाएंगी। स्नातक अंतिम सेमेस्टर को छोड़कर ज्यादातर परीक्षाएं 19 मई तक संपन्न हो जाएंगी। यूजी अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 7 जून को संपन्न होंगी।
कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने बताया कि लोकसभा चुनाव के कारण परीक्षाएं प्रभावित न हों, इसके लिए प्रशासन से समन्वय बनाकर परीक्षा की तिथियां तय की गई हैं। पीजी की परीक्षाएं तीन-तीन घंटे की दो पालियों में होगी। यूजी की परीक्षाएं डेढ़-डेढ़ घंटे की तीन पालियों में होगी। परीक्षा का कार्यक्रम डीडीयू की वेबसाइट www. ddugu. ac. in पर अपलोड कर दिया गया है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया सम सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने वाले वे विद्यार्थी जो अभी तक एबीसी आईडी नहीं बनने के कारण माइनर कोर्स का परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए हैं, उन्हें एक और मौका दिया गया है। वे अभ्यर्थी अब 7 अप्रैल तक परीक्षा फॉर्म भर सकेंगे।
पीजी की परीक्षाएं 24 से पहले खत्म होंगी
शुरुआत में परास्नातक की परीक्षाएं आयोजित होंगी। पीजी की ज्यादातर परीक्षाएं 24 अप्रैल तक समाप्त हो जाएंगी। उसके बाद स्नातक की परीक्षाएं शुरू होंगी। 28 मई तक ज्यादातर परीक्षाएं समाप्त हो जाएंगी। जून में बीए तृतीय वर्ष के कुछ विषयों की परीक्षाएं होंगी।
परीक्षा के लिए बने 10 नोडल केंद्र
परीक्षा के लिए कुल 10 नोडल केंद्र बनाए गए हैं। ये सभी पारंपरिक नोडल केंद्र हैं। उन केंद्रों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गोरखपुर और देवरिया में चार-चार, कुशीनगर में दो नोडल केंद्र बनाए गए हैं।