TRENDING TAGS :
Gorakhpur News: बिकने लग गई धुरियापार चीनी मिल की जर्जर मशीनों और जमीन की कीमत, जानें कौन खरीद रहा है इसे
Gorakhpur Dhuriyapar Sugar Mill News: जिलाधिकारी के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम ने जमीन के साथ ही जर्जर मशीनों का मूल्यांकन कर लिया है। जर्जर मशीनों और करीब 33 एकड़ जमीन की कीमत 33 करोड़ लगाई गई है।
Gorakhpur Dhuriyapar Sugar Mill News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के दक्षिणांचल में कभी उम्मीदों के साथ लगाई गई धुरियापार चीनी मिल बिकने को तैयार है। जिलाधिकारी के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम ने जमीन के साथ ही जर्जर मशीनों का मूल्यांकन कर लिया है। जर्जर मशीनों और करीब 33 एकड़ जमीन की कीमत 33 करोड़ लगाई गई है। हालांकि इसकी कीमत को लेकर विरोधी सवाल उठा रहे हैं। फिलहाल इस चीनी मिल को गीडा प्रशासन खरीदेगा। इसके बाद किसी उद्यमी को निवेश के लिए इसे आवंटित किया जाएगा।
बंद पड़े धुरियापार चीनी मिल परिसर को गन्ना विभाग से गीडा प्रशासन खरीदेगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद गीडा प्रशासन गन्ना विभाग को यह धनराशि हस्तांतरित कर देगा। इस जमीन को धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर एस-5 में शामिल किया जाएगा। दिवाली में इसका आवंटन दूसरी फैक्टरी लगाने के लिए किया जाएगा। धुरियापार में बनाए जा रहे नए औद्योगिक क्षेत्र के लिए करीब 5500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। इसके सापेक्ष अब तक करीब 1600 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करते हुए लगभग 600 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। इसी क्षेत्र में धुरियापार की बंद पड़ी चीनी मिल भी है। पहले इस मिल परिसर को अदाणी समूह को सीमेंट फैक्टरी लगाने के लिए दिए जाने का प्रस्ताव था, जिसकी शासन स्तर से सहमति भी मिल चुकी थी। लेकिन, अदाणी समूह के प्रतिनिधियों ने इस जमीन को सीमेंट फैक्टरी के लिए कम बताया। इसके बाद उन्हें दूसरी जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया गया। साथ ही फैक्टरी की जमीन को नए औद्योगिक क्षेत्र में शामिल करने पर सहमति बनी। इसके बाद शासन के निर्देश पर राजस्व विभाग ने मिल परिसर की जमीन, मकान और उपकरणों का राजस्व विभाग से मूल्यांकन कराया। कुल मिलाकर करीब 33 करोड़ रुपये का आगणन प्रस्तुत किया गया, जिसे मंजूरी के लिए जिला प्रशासन की तरफ से शासन को भेजा गया है।
सेक्टर 5 में शामिल कर बुनियादी सुविधाएं विकसित करेगा गीडा
धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र के लिए पिछले दिनों कमिश्नर की अध्यक्षता में गीडा बोर्ड की बैठक में मास्टर प्लान को मंजूरी दी गई थी। इसमें चीनी मिल परिसर व आसपास के क्षेत्र को मिलाकर सेक्टर पांच व सेक्टर छह का विकास किया जाना है। यह क्षेत्र अभी पक्की सड़क से जुड़ा है, इसलिए यहां फैक्टरियों की स्थापना की संभावना सबसे अधिक है। चीनी मिल की जमीन दोनों सेक्टरों एस-5 व एस-6 के बीच में स्थित है। इस एरिया को एस-5 में शामिल किया जाएगा। गीडा सीईओ अनुज मलिक का कहना है कि धुरियापार चीनी मिल परिसर का मूल्यांकन कराया गया है। अब इसे कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिलेगी। इसके बाद गन्ना विभाग को इसके बदले 33 करोड़ रुपये हस्तांतरित करते हुए मिल परिसर का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। इसे सेक्टर पांच में शामिल कर मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा। दिवाली में यहां प्लाटा आवंटन शुरू करने की तैयारी है।