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World Diabetes Day 2024: टीबी मरीजों में मधुमेह चार गुना अधिक खतरनाक, ऐसे रखें विशेष सतर्कता

World Diabetes Day 2024: चिकित्सकों का कहना है कि जिन टीबी मरीजों में मधुमेह की भी दिक्कत है उन्हें विशेष सतर्कता रखनी चाहिए।

Purnima Srivastava
Published on: 14 Nov 2024 5:16 PM IST
Gorakhpur News
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टीबी मरीजों में मधुमेह चार गुना अधिक खतरनाक (न्यूजट्रैक)

Gorakhpur News: 14 नवम्बर को मधुमेह दिवस है। ऐसे में डॉक्टर इसे लेकर मरीजों को सर्तक कर रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि जिन टीबी मरीजों में मधुमेह की भी दिक्कत है उन्हें विशेष सतर्कता रखनी चाहिए। अगर मधुमेह नियंत्रित नहीं रहेगा तो टीबी मरीज को ठीक होने में दिक्कत होगी। ऐसे मरीजों को दोनों बीमारियों की दवा का सेवन नियमित रूप से करना होगा। यह अपील जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. गणेश यादव ने विश्व मधुमेह दिवस पर की। उन्होंने बताया कि जिले में पिछले पांच वर्षों में चार फीसदी ऐसे टीबी मरीज निकले हैं, जो मधुमेह से भी ग्रसित थे।

जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. यादव ने बताया कि प्रत्येक टीबी मरीज की मधुमेह जांच अनिवार्य तौर पर कराई जाती है। जांच में जिन मरीजों में मधुमेह की भी पुष्टि होती है उन्हें इसके चिकित्सक को दिखा कर दवा शुरू करने की सलाह दी जाती है। लापरवाही करने पर मधुमेह की सहरूग्णता वाले टीबी मरीज अपेक्षाकृत धीरे धीरे ठीक होते हैं और उनमें जटिलताओं की आशंका भी कहीं अधिक होती है, जबकि यह मरीज अच्छी दिनचर्या, संयमित खानपान और समय से टीबी और मधुमेह की दवा खाकर स्वस्थ हो सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 2021 में प्रकाशित ग्लोबल टीबी रिपोर्ट के अनुसार मधुमेह, टीबी के मामलों और टीबी की मृत्यु दर को प्रभावित करने वाले एक प्रमुख कारक है। यह टीबी की बीमारी के खतरे को दो से तीन गुना, इलाज के दौरान मौत की आशंका को दोगुना, इलाज पूरा होने के बाद दोबारा टीबी होने की आशंका को चार गुना और ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी होने की आशंका को दोगुना बढ़ा देता है ।

जटिलता से होता है बचाव

डॉ.गणेश यादव ने बताया कि अगर मधुमेह मरीज में दो सप्ताह से अधिक की खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, बलगम में खून आना और सीने में दर्द जैसे टीबी के लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराई जानी चाहिए। डीटीओ ने बताया कि मधुमेह मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उन्हें टीबी होने का जोखिम अधिक होता है। अगर उनमें टीबी का लक्षण दिखे तो त्वरित जांच करानी चाहिए। जिले में वर्ष 2019 से लेकर वर्ष 2023 तक 56604 टीबी मरीज निकले, जिनमें से 2448 मधुमेह से भी ग्रसित मिले।



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Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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