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Gorakhpur News: ‘हितायु’ का समापन, बोले डॉ. भारती लिंग आधारित स्वास्थ्य देखभाल पर भी विचार करता है आयुर्वेद
Gorakhpur News: डॉ. भारती ने कहा कि आयुर्वेद लिंग आधारित स्वास्थ्य देखभाल पर भी विचार करता है। अष्टांग आयुर्वेद की कौमारभृत्य शाखा में इसका स्पष्ट उल्लेख मिलता है।
Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में आयुर्वेद से परिभाषित जीवन शैली पर केंद्रित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘हितायु-2024’ के समापन समारोह में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद, जयपुर में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. भारती कुमारमंगलम ने स्त्री स्वास्थ्य प्रबंधन में आयुर्वेद की भूमिका विषय पर व्याख्यान दिया।
डॉ. भारती ने कहा कि आयुर्वेद लिंग आधारित स्वास्थ्य देखभाल पर भी विचार करता है। अष्टांग आयुर्वेद की कौमारभृत्य शाखा में इसका स्पष्ट उल्लेख मिलता है। आयुर्वेद और महिला स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा की महिलाओं में रजस्राव एक शोधन (प्राकृतिक रक्तमोक्षण) की तरह है। यह एंडोमेट्रियम स्तर पर अग्नि को पुनर्स्थापित करता है। उन्होंने कहा कि स्त्री स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद में वर्णित रजस्वलाचर्या के नियमों का पालन जरूरी है। इससे कार्यक्षमता पुनर्संगठित होती है। उन्होंने संतानोत्पत्ति से जुड़ी समस्याओं पर भी चर्चा की और अध्ययन निष्कर्षों के आधार पर बताया कि स्त्री वंध्यता में सुकुमार रसायण की काफीप्रभावकारिता है। यह एक मिश्रित औषधि है जिसे अष्टांगहृदय में वर्णित लेह रूप में तैयार किया गया था। समापन समारोह में मुख्य वक्ता को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। आभार ज्ञापन डॉ. मिनी के.वी. ने किया।
समापन समारोह के साथ मनाया गया आयुर्वेद दिवस
‘हितायु-2024’ के समापन समारोह के साथ गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) में विश्व आयुर्वेद दिवस भी मनाया गया। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी, आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य प्रो. गिरिधर वेदांतम ने आयुर्वेद की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ. अरविंद कुशवाहा, डॉ. राजेश बघेल, डॉ. रश्मि पुष्पन, डॉ. नवीन कोडलेडी आदि की सहभागिता रही।