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Gorakhpur News: पूर्व कैबिनेट मंत्री पंडित हरिशंकर तिवारी के बेटे के आवास पर ED का छापा

Gorakhpur News: बसपा के टिकट पर चिल्लूपार से विधायक रह चुके विनय तिवारी के धर्मशाला आवास पर आधा दर्जन गाड़ियों से ईडी टीम शुक्रवार की सुबह पहुंची। इसमें ज्यादातर गाड़ियां लखनऊ नंबर प्लेट की हैं।

Purnima Srivastava
Published on: 23 Feb 2024 10:26 AM IST (Updated on: 23 Feb 2024 10:53 AM IST)
Gorakhpur News
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पूर्व विधायक विनय तिवारी के आवास पर ईडी का छापा (Newstrack)


Gorakhpur News: पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व.हरिशंकर तिवारी के पूर्व विधायक पुत्र विनय तिवारी के गोरखपुर स्थित धर्मशाला बाजार आवास पर शुक्रवार की सुबह 5 बजे से ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। पूर्व विधायक की फर्म पर बैंक से धोखाधड़ी करने का आरोप है। विनय तिवारी फिलहाल सपा से जुड़े हुए हैं।

बसपा के टिकट पर चिल्लूपार से विधायक रह चुके विनय तिवारी के धर्मशाला आवास पर आधा दर्जन गाड़ियों से ईडी टीम शुक्रवार की सुबह पहुंची। इसमें ज्यादातर गाड़ियां लखनऊ नंबर प्लेट की हैं। केंद्रीय सुरक्षा बल के घेरे में तिवारी जी के हाता को अपने कब्जे में ले लिया है। बताया जा रहा है कि टीम ने सभी सदस्यों के मोबाइल को भी जब्त कर लिया है। किसी को अंदर या बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। बता दें कि पंडित हरिशंकर तिवारी के बड़े बेटे भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी संत कबीर नगर से सांसद रहे हैं। वर्तमान में वह श्रावस्ती से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयरी कर रहे हैं। इडी के छापे की वजह विनय तिवारी की फर्म गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर बैंक के करोड़ों रुपए के लोन के डिफाल्ट का मामला जुड़ा है। इस छापेमारी को लेकर पूर्व विधायक की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। लेकिन पहले वह ईडी की कार्रवाई की वजह के पीछे राजनीति बताते रहे हैं।


नवम्बर में भी हुई थी जांच

ईडी ने 754.24 करोड़ रुपये के बैंक फ्राड के मामले में बसपा के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी पर शिकंजा कसना पिछले साल ही शुरू कर दिया था। ईडी ने विनय शंकर व उनके कुनबे की 72.08 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं। ईडी अधिकारियों के अनुसार, लखनऊ, गोरखपुर व महाराजगंज स्थित 27 संपत्तियां मनी लांड्रिंग के केस के तहत अटैच की गई हैं। इनमें कृषि व व्यवसायिक भूमि के अलावा आवासीय भवन शामिल हैं। आरोप था कि वर्ष 2012 से 2016 के बीच सात बैंकों के कंसोर्टियम से कंस्ट्रक्शन कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम 1129.44 करोड़ रुपये की क्रेडिट लिमिट ली गई थी और बड़ी रकम को दूसरी कंपनियों में डायवर्ट किया गया था। जिससे बैंकों को 754.24 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

पूर्व सांसद कुशल तिवारी से पूछताछ

ईडी की टीम ने पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी से पूछताछ की है। पूर्व सांसद हाते में ईडी के एक अधिकारी से बात करते हुए दिख रहे हैं। पूरे प्रकरण को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। उधर, विनय तिवारी के सभी मोबाइल फोन स्विच ऑफ हैं। उनसे किसी का संपर्क नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि वह वर्तमान में गोरखपुर में नहीं हैं।






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Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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