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Gorakhpur News: बीमार कर रहा एम्स परिसर का कैंटीन, खाने में कीड़ा और एक्सपायरी नमकीन की बिक्री

Gorakhpur News: एम्स में चल रही कैंटीन में खाने में कीड़े मिलने के बाद एसडीएम सदर दीपक सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की संयुक्त टीम जांच के लिए पहुंची थी। अचानक हुई छापेमारी में कैंटीन में हर जगह अनियमितता मिली।

Purnima Srivastava
Published on: 13 Sept 2024 9:59 AM IST
Gorakhpur News
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Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एम्स का विवादों को चोली दामन का नाता है। अभी तक डॉक्टरों की लापरवाही से लेकर नियुक्ति को लेकर सवालों में घिरने वाला एम्स खराब गुणवत्ता वाले कैंटीन को लेकर सुर्खियों में है। मरीजों द्वारा कीड़ा वाला भोजन और एक्सपायरी बिस्किट-नमकीन की शिकायत के बाद उपजिलाधिकारी के साथ खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने छापेमारी की। एम्स परिसर में संचालित 5 कैंटीन मानक के विपरीत मिले। वहां हाईजीन का ध्यान नहीं दिया जा रहा था। प्रशासन ने बिना लाइसेंस चल रही पांच कैंटीन को सील कर दिया है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में चल रही कैंटीन में खाने में कीड़े मिलने के बाद एसडीएम सदर दीपक सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की संयुक्त टीम जांच के लिए पहुंची थी। अचानक हुई छापेमारी में कैंटीन में हर जगह अनियमितता मिली। टीम ने दो कैंटीन से सैंपल लेकर प्रयोगशाला में जांच की बात कही है। कागजात और लाइनेंस न दिखाने पर सभी कैंटीन को अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया गया है। एम्स के इन और आउट एरिया में पुष्पा फूड सेंटर के नाम से पांच कैंटीन संचालित की जा रही है। इनका संचालन दिल्ली निवासी सूरज सिंह, राकेश दूबे और अमरनाथ कश्यप जेम पोर्टल के जरिए मिले लाइसेंस के आधार पर करते हैं।

इसी साल जुलाई में कार्यकारी निदेशक व सीईओ की मौजूदगी में कैंटीन का शुभारंभ किया गया था। वर्तमान में एम्स की ओपीडी, प्रशासनिक भवन व प्रशासनिक भवन के सटे के अलावा गेट नंबर-दो व नर्सिंग होस्टल के पास कुल पांच कैंटीन चलाई जा रही है। एसडीएम सदर दीपक सिंह के नेतृत्व में खाद्य विभाग की टीम ने सबसे पहले प्रशासनिक भवन की कैंटीन पर छापा मारा। इसके बाद टीम ओपीडी कैंटीन में पहुंची। कैंटीन में गुथा हुआ आटा पॉलिथीन में फर्श पर रखा हुआ मिला। तेल, मसाला, ग्रेवी, घी सब्जी अनहाइजनिक तरीके से रखे गए थे। बता दें कि कैंटीन में खाने की गुणवत्ता को लेकर कई बार शिकायतें मिल चुकी है। खाने में कीड़े, पराठे में कीड़े मिलने के साथ एक्सपायरी डेट की नमकीन से लेकर पानी बेचे जाने की भी शिकायत बुधवार को आई थी। इसके बाद एम्स के निदेशक ने डीएम को मामले को अवगत कराया।

सैंपल लेकर लैंब में जांच को भेजा

टीम ने आंटा, पनीर, मसाला और ग्रेवी का लिया सैंपल छापे के दौरान खाद्य विभाग की टीम ने पुष्पा कैंटीन के किचेन से गूथे आंटा, फ्रीज में रखे पनीर, समोसा मसाला व तैयार ग्रेवी का नमूना संग्रह कर सील बंद कर ले लिया। सभी सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजी जाएंगी। अचानक हुई कार्रवाई के बाद डॉक्टर और तीमारदार पानी और खाने के लिए तरस गए। सबसे अधिक दिक्कत रात में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों को हुई है।

कैंटीन संचालन का नहीं दिखा सके कागजात

खाद्य टीम ने कैंटीन मैनेजर इन्द्रेश पाठक से कैंटीन संचालन के कागजात एवं लाइसेंस मांगा तो वह मौके पर कोई कागजात नहीं दिखा पाए। पूछताछ में पता चला कि फर्म दिल्ली के पते के लाइसेंस पर चलाई जा रही है। इस दौरान मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एचएम त्रिपाठी ने अनियमितताएं देखते हुए मैनेजर पर नाराजगी व्यक्त की। अधिकांश कर्मचारी अप्रशिक्षित मिले। बताया कि मामले में सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। एम्स के मीडिया प्रभारी डॉ.अरुप मोहंती का कहना है कि एम्स में सभी कैंटीन की जांच प्रशासन स्तर से की गई है। सभी कैंटीन बंद कर दी गई हैं। प्रशासन ने कैंटीन से कई तरह के सैंपल लिए हैं। कैंटीन में खाने को लेकर कई बार शिकायतें आई थी। इसकी जानकारी फर्म को दी गई थी। मामले में एम्स भी अपने स्तर से पत्राचार करेगा।



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Shalini singh

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