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Gorakhpur News: नौकरी नहीं मिली तो खुद जारी कर दिया नियुक्ति पत्र, ज्वाइन करने भी पहुंच गए
Gorakhpur News: मामला खुला तो जिम्मेदारों ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस मुकदमा दर्ज पर कार्रवाई की तैयारी में है।
Gorakhpur News: गोरखपुर में अभी तक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर कार्रवाई के मामले सामने आते थे, अब स्वास्थ्य विभाग में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है। नौकरी नहीं मिलने पर युवाओं ने खुद ही फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्ति पत्र जारी किया। तीन ज्वाइनिंग लेटर लेकर सीएमओ कार्यालय पहुंच गए। मामला खुला तो जिम्मेदारों ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस मुकदमा दर्ज पर कार्रवाई की तैयारी में है।
मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का है। जहां स्वास्थ्य विभाग में 13 लोगों के नाम से संविदा फार्मासिस्ट पद पर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी हुआ है। इस नियुक्ति पत्र पर सीएमओ के हस्ताक्षर हैं। संदिग्ध नियुक्ति पत्र लेकर तीन आवेदक अस्पतालों में ज्वाइन करने पहुंचे, तब फर्जीवाड़े का पता चला है। हालांकि सभी आवेदक मौके से फरार हो गए हैं।
सीएमओ ने सभी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों व एमओआईसी को अलर्ट जारी किया है। उन्होंने इस प्रकार के पत्रों को फर्जी करार दिया। इतना ही नहीं, इस मामले में सीएमओ ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने के लिए निर्देश दिया है। इसके बाद एडिशनल सीएमओ ने तहरीर भेज दी है।
डीपीएम पंकज आनंद ने बताया कि सीएमओ की तरफ से एक पत्र मिला है। इसमें इस फर्जी नियुक्ति वाले पत्र जिक्र है। इस प्रकार की कोई चयन प्रक्रिया एनएचएम में नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि आदेश पत्र पर सीएमओ के हस्ताक्षर हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। एडिशनल सीएमओ आरसीएच डॉ. एके चौधरी ने मामले में एसएसपी और कोतवाली पुलिस को तहरीर भेज केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है। प्रभारी सीएमओ डॉ.एके चौधरी ने बताया कि फर्जी नियुक्ति पत्र को लेकर अब तक तीन मामले मिल चुके हैं। इसमें कुल 13 लोगों के नाम है। यह पूरी तरह से फर्जी है। इस प्रकार की कोई चयन प्रक्रिया नहीं हुई थी। इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उसकी तहरीर पुलिस विभाग को भेज दी गई है।
भटहट सीएचसी पर पर फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंची महिला
तीन दिन पूर्व भटहट सीएचसी में एक महिला नियुक्ति पत्र लेकर पहुंची थी। दावा किया कि उसका चयन संविदा पर फार्मासिस्ट पद पर हुआ है। कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र को लेकर संदेह हुआ तो उन्होंने महिला को ज्वाइन नहीं कराया। उसके कुछ कागजात ले लिए। उसे नियुक्ति पत्र की तस्दीक होने तक वापस भेज दिया। इसके बाद खोराबार और चरगांवा में भी एक-एक युवक आदेश पत्र लेकर पहुंचे थे। पत्र की भाषा में ही कई खामियां हैं। पहली नजर में ही देखने में पत्र फर्जी लग रहा है।