Gorakhpur: आठ लाख अपात्रों को बंट रहा था फ्री राशन, केवाईसी में गायब गरीबों को लेकर उठ रहे सवाल

Gorakhpur News: गोरखपुर में 1858 कोटे की दुकानों से 13 लाख से अधिक अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के कार्ड पर 33,33,832 लाभार्थियों को फ्री राशन का लाभ मिल रहा है।

Purnima Srivastava
Published on: 2 Oct 2024 4:25 AM GMT
Gorakhpur: आठ लाख अपात्रों को बंट रहा था फ्री राशन, केवाईसी में गायब गरीबों को लेकर उठ रहे सवाल
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आठ लाख अपात्रों को बंट रहा था फ्री राशन   (photo: social media )

Gorakhpur News: पूरे प्रदेश में राशन कार्ड पर फ्री अनाज लेने वालों का सत्यापन किया जा रहा है। गोरखपुर में जून महीने से ही सभी लाभार्थियों का सत्यापन हो रहा है।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गोरखपुर में राशन कार्ड के 33 लाख से अधिक लाभाथियों में से करीब 8 लाख ने अभी तक केवाईसी नहीं कराया है। बार-बार अल्टीमेटम के बाद भी कोटेदार 33 लाख लाभार्थियों में से सिर्फ 22 लाख का केवाईसी कराने में सफल हुए हैं।

गोरखपुर में 1858 कोटे की दुकानों से 13 लाख से अधिक अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के कार्ड पर 33,33,832 लाभार्थियों को फ्री राशन का लाभ मिल रहा है। विभाग का मानना है कि इनमें से कई मृतक हैं। कुछ विदेश में रहते हैं तो कई नौकरी पेशा भी गलत तरीके से फ्री राशन का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में विभाग सभी पात्रों का पिछले जून महीने से नये सिरे से सत्यापन करा रहा है। यूपी में केवाईसी कराने के मामले में गोरखपुर नंबर एक पर है। यहां 33,33,832 में से 22,75,808 लाभार्थियों (68.26 फीसदी) का सत्यापन हो गया है।

भटहट क्षेत्र के ग्राम पंचायत आराजी चिलबिलवां के कोटेदार रामनरेश राजभर के मुताबिक, कोटे की दुकान पर पंजीकृत 70 फीसदी कार्ड धारकों का ई केवाईसी हो गया है। गांव के बड़ी संख्या में लोग अन्य प्रदेशों में रहकर मजदूरी करते हैं। इसमें से लगभग 10 से 12 लोगों ने पंजाब में अपना ई केवाईसी करा लिया है। वहीं, बिहार राज्य से आए एक व्यक्ति का उन्होंने ई-केवाईसी कर दिया है। बताते हैं कि उन्हीं लोगों का ई-केवाईसी नहीं हो पा रहा है, जो विदेश में है। या फिर उनके आधार कार्ड में किसी प्रकार की गड़बड़ी है। वहीं, भटहट के कोटेदार मनोज कुमार ने बताया कि कुछ बच्चों के आधार कार्ड अपडेट न होने के कारण एवं खाड़ी देशों में रहकर मजदूरी करने वाले लोगों का ई-केवाईसी नहीं हो पा रहा है। कुछ बुजुर्गों का अंगूठा ई-पॉस मशीन पर नहीं लग पा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी रामेन्द्र प्रताप सिंह के मुताबिक, केवाईसी कराने के मामले में 29 सितम्बर तक के आंकड़े के मुताबिक गोरखपुर नंबर एक पर है। कोटेदार सभी पात्र का केवाईसी करा रहे हैं। पात्रों को बार-बार केवाईसी के लिए कहा जा रहा है। शासन के निर्देश पर केवाईसी नहीं कराने वालों को राशन का वितरण रोक दिया जाएगा।

केवाईसी में प्रदेश में नंबर वन है गोरखपुर

राशन कार्ड का सत्यापन कराने में गोरखपुर यूपी में नंबर एक पर है। गोरखपुर में 68.26%, संतकबीर नगर में 65.48%, महराजगंज में 64.54%, कुशीनगर में 62.92%, देवरिया में 61.55%, बस्ती में 57.63% और सिद्धार्थनगर में 57.29% का ही सत्यापन हो सका है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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