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Gorakhpur News: महाकुंभ से लेकर यूनिवर्सिटी के कोर्स में गीता प्रेस की धार्मिक पुस्तकों की मांग, प्रयागराज को लेकर ये है तैयारी
Gorakhpur News: गीता प्रेस के कैंपों में श्रीमद्भगवद्गीता, रामचरितमानस, पुराण और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे, ताकि हर भाषा-क्षेत्र के श्रद्धालु लाभ उठा सकें।
Gorakhpur News: धार्मिक पुस्तकों के तीर्थ कहे जाने वाले गोरखपुर के गीता प्रेस की मांग वैश्विक होती जा रही है। विभिन्न यूनिवर्सिटी में धर्म और अध्यात्म से जुड़े पाठ्यक्रम शुरू होने से गीता प्रेस की पुस्तकों की मांग बढ़ गई है। गीता प्रेस से महाकुंभ में बिक्री के लिए तीन करोड़ कीमत से अधिक की धार्मिक पुस्तकें भेजी जा रही है। 70 लाख से अधिक कीमत की धार्मिक पुस्तकों की पहली खेप भेजी जा चुकी है।
गीता प्रेस की ओर से महाकुंभ में धार्मिक पुस्तकों की बिक्री को लेकर 70 लाख रुपये मूल्य की धार्मिक किताबों की पहली खेप दो दिनों में ट्रकों के माध्यम से भेजी जा चुकी है।
गीता प्रेस के कैंपों में श्रीमद्भगवद्गीता, रामचरितमानस, पुराण और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे, ताकि हर भाषा-क्षेत्र के श्रद्धालु लाभ उठा सकें। गीता प्रेस के प्रबंधन ने 6 और खेप में पुस्तकों को महाकुंभ में बिक्री के लिए भेजेगा। इस बार गीता प्रेस लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से 2 लाख धार्मिक किताबें भेजेगा, जिनमें छोटी-बड़ी सभी धार्मिक पुस्तकें शामिल हैं। गीता प्रेस ने महाकुंभ में 4 कैंप लगाने की योजना बनाई है, जहां श्रद्धालु श्रीमद्भगवद्गीता, रामचरितमानस, पुराण और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ प्राप्त कर सकेंगे।
इन कैंपों तक किताबें 10 जनवरी तक ट्रकों के माध्यम से पहुंच जाएंगी। गीता प्रेस के ट्रस्टी देवीदयाल अग्रवाल ने बताया कि इस बार गीता प्रेस का लक्ष्य महाकुंभ में पांच करोड़ रुपये की लागत से लाखों श्रद्धालुओं तक धार्मिक साहित्य पहुंचाना था, लेकिन परिसर में जगह की कमी के कारण यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। इसके अलावा गीता प्रेस की विशेष पुस्तिका महाकुंभ पर्व भी उपलब्ध कराई जाएगी, जो महाकुंभ और अर्धकुंभ के धार्मिक महत्व को विस्तार से समझाएगी। यह पुस्तिका केवल 5 रुपये में उपलब्ध होगी।
भगवद्गीता व वैदिक अध्ययन के कोर्स में मददगार गीता प्रेस की पुस्तकें
गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) में अब एमए भगवद्गीता अध्ययन, वैदिक अध्ययन, हिंदू अध्ययन और ज्योतिष जैसे पाठ्यक्रमों में दाखिला मिलेगा। इन कोर्स की पढ़ाई करने वालों को विश्व प्रसिद्ध गीता प्रेस की धार्मिक किताबों और श्रीमद्भागवत गीता के नोट्स से अध्ययन सामग्री मिलेगी। इग्नू के पाठ्यक्रम में, विशेष रूप से भगवद्गीता अध्ययन और वैदिक अध्ययन में बढ़ती रुचि को देखते हुए, गोरखपुर विश्वविद्यालय ने गीता प्रेस की पुस्तकों के माध्यम से छात्रों को आवश्यक नोट्स तैयार करने के लिए काउंसलर नियुक्त किए हैं। इग्नू के समन्वयक प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इन पाठ्यक्रमों के जरिए छात्र न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से समृद्ध होंगे, बल्कि भारतीय दर्शन, प्रबंधन, समाजशास्त्रत्त्, पर्यावरण और मानव मूल्यों को भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझ सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गीता और वैदिक अध्ययन जैसे पाठ्यक्रम समाज को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।