Gorakhpur News: गीडा दिवस में निवेशकों के सामने सीएम योगी के किये दावे में कितना दम! जानिये फोरलेन से कितनी बढ़ी पूर्वांचल की रफ्तार

Gorakhpur News: कभी कहा जाता था कि सड़कें खराब मिलें तो समझ लें यूपी आ गया। लेकिन अब इस कथन और सोच में बदलाव आ गया है। अब लोगों की जुबान पर है कि फोरलेन या सिक्सलेन सड़क दिखने लगे तो समझो गोरखपुर नजदीक है।

Purnima Srivastava
Published on: 1 Dec 2023 3:00 AM GMT
Gorakhpur News
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लिंक एक्सप्रेस का निर्माण (Newstrack)

Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को देश भर से जुटे उद्यमियों के सामने कहा कि गोरखपुर 5 करोड़ लोगों के लिए सेहत, रोजगार और शिक्षा की उम्मीद है। इसी उम्मीद को परवान चढ़ा रहा है फोरलेन का जाल। योगी के दावे में दम साफ दिख रहा है। पिछले छह वर्षों में फोरलेन को लेकर हकीकत की धरातल पर काम तो दिख ही रहा है, पाइप लाइन की योजनाएं बता रही हैं कि सीएम सिटी आने वाले कुछ वर्षों में देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ जाएगा।

कभी कहा जाता था कि सड़कें खराब मिलें तो समझ लें यूपी आ गया। लेकिन अब इस कथन और सोच में बदलाव आ गया है। अब लोगों की जुबान पर है कि फोरलेन या सिक्सलेन सड़क दिखने लगे तो समझो गोरखपुर नजदीक है। शहर के अंदर की सभी प्रमुख सड़कें ही नहीं जिलों को जोड़ने वाली सड़कें भी फोरलेन हो गई हैं। मोहद्दीपुर से लेकर जंगल कौड़िया और असुरन से मेडिकल रोड को मॉडल सड़क में विकसित किया जा रहा है। इन दोनों फोरलेन पर अर्नामेंटल लाइटें लगाई गई हैं। दोनों तरफ रेलिंग लगाई गई है।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस के दोनों तरफ तेजी से फैक्ट्रियों का निर्माण हो रहा

इसी क्रम में एयरपोर्ट-सर्किट हाउस फोरलेन बन चुकी है। उसके दक्षिण देवरिया बाईपास को फोरलेन बनाने की तैयारी चल रही है। दोनों के बीच में बची 2200 मीटर सड़क टू लेन है। अब यह भी फोरलेन बनाई जाएगी। सर्वे अंतिम चरण में है। निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्लूडी के निर्माण खंड- तीन को दी गई है। सड़क की दोनों लेन की चौड़ाई 8.75-8.75 मीटर होगी। बीच में ढाई मीटर कर डिवाइडर होगा। दोनों तरफ एक मीटर का नाला व एक तरफ एक मीटर का बिजली केबिल का डक्ट बनाया जाएगा। सड़क चौड़ीकरण के लिए जमीन अधिग्रहित नहीं करनी पड़गी।

फोरलेन से गीडा को मिला मदद

कालेसर से जंगल कौड़िया फोरलेन का लोकार्पण हो चुका है। इसी के साथ जंगल कौड़िया से जगदीशपुर तक फोरलेन बन रहा है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसके बनने से गोरखपुर शहर के चारों तरफ 55 किमी लंबा रिंग रोड तैयार हो जाएगा। जिससे शहर का दायरा बढ़ेगा। अयोध्या और प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सफर सुरक्षित और आरामदायक बनाने के लिए फोरलेन को सिक्स लेन में तब्दील करने की कवायद शुरू हो चुकी है। सड़क परिवहन मंत्रालय से इसकी हरी झंडी मिलने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है।

एनएचएआई के प्रोजेक्ट प्रबंधक का कहना है कि ‘गोरखपुर से अयोध्या-लखनऊ तक 245.86 किमी सड़क सिक्स लेन बनाई जाएगी। डीपीआर तैयार करने के लिए एजेंसी नामित करने को निविदा निकाली गई है। इसी क्रम में गोरखपुर-देवरिया-सलेमपुर और गोरखपुर-महराजगंज फोरलेन का काम तेजी से चल रहा है। गोरखपुर से नेपाल के सोनौली बार्डर तक भी सिक्स लेन सड़क का प्रस्ताव है। इस पर एयर स्ट्रिप बनाया जाना है। जिससे फाइटर प्लेन उतारा जा सके। गोरखपुर शहर के बीच पैडलेगंज से एयरपोर्ट तक फोरलेन का लोकार्पण हो चुका है।

लिंक एक्सप्रेस का 70 फीसदी काम पूरा

पूर्वांचल एक्सप्रेस को गोरखपुर से जोड़ने वाले 91 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेस का निर्माण दो चरण में हो रहा है। पहला हिस्सा गोरखपुर के जैतपुर से फुलवरिया तक और दूसरा हिस्सा गोरखपुर के कम्हरिया घाट से आगे आंबेडकर नगर से आजमगढ़ तक का है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथारिटी (यूपीडा) की साइट के मुताबिक, एक्सप्रेस वे का करीब 70 फीसदी काम पूरा हो गया है। मार्च 2024 तक एक्सप्रेस वे का निर्माण पूरा हो जाएगा। लिंक एक्सप्रेस-वे गोरखपुर, संतकबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ को आपस में जोड़ेगा। इसके बनने से सुल्तानपुर, जौनपुर, वाराणसी, मऊ, बलिया व बस्ती की राह भी आसान हो जाएगी। गोरखपुर में लिंक एक्सप्रेस के आसपास औद्योगिक कॉरिडोर भी विकसित किया जाएगा। दोनों तरफ औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी। इसका खाका तैयार कर लिया गया है।


यूपीडा की तरफ से जमीन अधिग्रहण हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि औद्योगिक कॉरिडोर को नोएडा की तरह विकसित किया जाएगा। जैतपुर पिपरौली के पास एक्सप्रेस वे का काम तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही सिकरीगंज में भूमिधर इंटर कॉलेज के साथ ही हरैडाह गांव के समीप तेजी से काम चल रहा है। इसी तरह उसरैन, गोविंदपुर में भी तेजी से सड़क निर्माण का काम हो रहा है। 91 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेस-वे पर छोटे-बड़े आठ टोल प्लाजा होंगे। दो टोल प्लाजा मुख्य होंगे, जिनपर ज्यादा शुल्क देना पड़ेगा। छह टोल प्लाजा पर सामान्य शुल्क वसूला जाएगा। गोरखपुर से लिंक एक्सप्रेस वे के इंट्री प्वाइंट पर ही मुख्य टोल प्लाजा बनाया जा रहा है।

गोरखपुर होकर गुजरेंगे तीन एक्सप्रेस वे

गोरखपुर से होकर तीन एक्सप्रेस-वे गुजर रहे हैं। पिछले दिनों यूपी सरकार के वित्तमंत्री द्वारा पेश बजट में गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर और देवरिया से होकर गुजरने वाले एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा विकसित करने की बात कही गई है। जिससे औद्योगिक विकास की संभावनाओं को पंख लग गए हैं। प्रदेश सरकार ने बजट में ऐलान किया है कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा विकासित किया जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का काम 50 फीसदी पूरा हो गया है। वहीं, शामली और गोखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे की डीपीआर तैयार हो रही है। पंजाब को नार्थ-ईस्ट से जोड़ने के लिए गोरखपुर से शामली तक करीब 500 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे बनेगा। गोरखपुर-सोनौली फोरलेन पर पीपीगंज से कैम्पियरगंज के बीच में किसी स्थान से एक्सप्रेस-वे शुरू होगा।

ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर नये सिरे से जमीन का अधिग्रहण होगा। एनएचएआई ने डीपीआर के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति कर ली है। जो तेजी से काम कर रही है। गोरखपुर से शामली एक्सप्रेस वे का निर्माण पंजाब को नार्थ-ईस्ट से जोड़ने के लिए हो रहा है। अंबाला से शामली तक करीब 110 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो गया है, जो 2024 में पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेस वे संतकबीर नगर और सिद्धार्थनगर होकर गुजरेगा। सिद्धार्थनगर में उद्योग स्थापित करने के लिए औद्योगिक गलियारा बनाया जा सकता है। गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक एक्सप्रेस-वे की डीपीआर भी बन रही है। अंबाला और सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस वे का निर्माण जरूरी है।

गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक 519 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे की डीपीआर का काम तेजी से जल रहा है। वे रिंग रोड के जगदीशपुर से शुरू होकर सिलीगुड़ी तक जाएगा। एक्सप्रेस वे कुशीनगर और देवरिया से होकर गुजरेगा। दोनों जिलों में औद्योगिक विकास की स्थिति अच्छी नहीं है, ऐसे में दोनों जिलों को ध्यान में रखकर औद्योगिक विकास की कार्ययोजना पर काम हो सकता है। गोरखपुर से अंबाला सड़क मार्ग से जाने के लिए लोगों को करीब 1000 किलोमीटर की यात्रा करनी होती है। इस एक्सप्रेस वे के बनने से गोरखपुर से अंबाला की दूरी करीब 700 किलोमीटर ही रह जाएगी। ऐसे में लोगों को करीब 300 किलोमीटर कम दूरी तय करनी पड़ेगी। वहीं संतकबीर नगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर जैसे करीब 10 जिले पहली बार किसी एक्सप्रेस-वे से जुड़ेंगे।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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