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Gorakhpur News: ट्रैक की मरम्मत में लापरवाही से हुआ था गोण्डा रेल हादसा, CRS की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
Gorakhpur News: बीती 18 जुलाई को गोण्डा के झिलाही के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। छह बोगियों के पलटने से हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई थी।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में बीते जुलाई महीने में हुए ट्रेन हादसे सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) की प्रारंभिक रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में ट्रैक में गड़बड़ी और कर्मचारियों की लापरवाही को हादसे की प्रमुख वजह बताई गई है। जिस ट्रैक को बदला जाना चाहिए था, वहां जुगाड़ के जोड़ से काम चल रहा था।
बीती 18 जुलाई को गोण्डा के झिलाही के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। छह बोगियों के पलटने से हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 25 घायल हो गए थे। रेल मंत्री ने हादसे को लेकर सीआरएस जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए थे। जांच में रेलवे संरक्षा, सुरक्षा, सिग्नल, इंजीनियरिंग, यांत्रिक और ट्रैफिक से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ में कदम दर कदम खामियां दिखी हैं। सबसे बड़ी लापरवाही ट्रैक की मरम्मत को लेकर है। ट्रैक पर कई जोड़ लगे हुए मिले हैं। जबकि मानक के हिसाब से उसे बदला जाना चाहिए थे।
कईयों पर गिर सकती है गाज
5 सितंबर को जारी रिपोर्ट में सीआरएस द्वारा कुछ अहम सिफारिशें भी की गई हैं। हादसे में तीन से चार लोग इसमें जिम्मेदार ठहराए जा सकते हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में परिचालन विभाग को भी जिम्मेदार माना गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि घटनास्थल के स्टेशन मास्टर ने कॉशन लेने में तत्परता नहीं दिखाई। विस्तृत जानकारी फाइनल रिपोर्ट में आएगी।
90 किलोमीटर प्रतिघंटे की थी ट्रेन की रफ्तार
90 किलोमीटर प्रतिघंटा थी रफ्तार ट्रेन नंबर 15904 चंडीगढ़ से 17 जुलाई की रात 11.59 बजे रवाना हुई थी। 18 जुलाई को ट्रेन गोंडा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 2.25 बजे पहुंची और 2.28 बजे यहां से निकली। जानकारी के अनुसार, हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार 90 किमी प्रतिघंटे से अधिक थी। ट्रेन गोंडा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 2.25 बजे पहुंची और 2.28 बजे यहां से निकली। गोंडा मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर मोतीगंज-झिलाही बाजार के बीच 2.41 बजे ट्रेन बेपटरी होकर पलट गई। 24 कोच वाली ट्रेन के एक-एक कर 14 कोच पटरी से उतर गए, जिनमें से इंजन के बाद लगे दो कोच समेत एसी की छह बोगियां पलट गई थीं।