Gorakhpur News: एम्स की सिर्फ बिल्डिंग दिख रही, डॉक्टर हैं नहीं तो कैसे होगी पढ़ाई और इलाज

Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में सियासी खींचतान के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने एम्स का शिलान्यास किया था तो दावा था कि इससे गोरखपुर ही नहीं नेपाल से लेकर सीमावर्ती बिहार के मरीजों का इलाज हो सकेगा।

Purnima Srivastava
Published on: 28 Jan 2024 3:47 AM GMT (Updated on: 28 Jan 2024 3:47 AM GMT)
Gorakhpur News: एम्स की सिर्फ बिल्डिंग दिख रही, डॉक्टर हैं नहीं तो कैसे होगी पढ़ाई और इलाज
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Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में सियासी खींचतान के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने एम्स का शिलान्यास किया था तो दावा था कि इससे गोरखपुर ही नहीं नेपाल से लेकर सीमावर्ती बिहार के मरीजों का इलाज हो सकेगा। लेकिन वर्तमान में एम्स में शिक्षकों का ही टोटा है। पिछले महीने दिसम्बर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 120 शिक्षकों के चयन व प्रमोशन के लिए साक्षात्कार हुआ था। इसे तकनीकी पेच के चलते रद्द कर दिया गया है। प्रमोशन के लिए दावेदारी करने वाले शिक्षकों को इसकी अधिकृत सूचना भेज दी गई है।

साक्षात्कार के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चयन व प्रमोशन के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष को ही बदल दिया था। जबकि एम्स प्रशासन ने पुरानी स्क्रीनिंग कमेटी से साक्षात्कार करा दिया। इस तकनीकी पेच की वजह से 79 पदों पर चिकित्सकों के चयन और 41 चिकित्सकों के प्रमोशन के साक्षात्कार के परिणाम को रद्द कर दिया गया। एम्स में बीते 13 व 14 दिसंबर को शिक्षकों के 79 पदों पर चयन के लिए साक्षात्कार हुआ। इन पदों पर करीब 141 चिकित्सकों ने साक्षात्कार दिया। वहीं एम्स में तैनात 41 शिक्षकों के प्रमोशन के लिए भी साक्षात्कार हुआ। दोनों साक्षात्कार के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष पर ही पेंच फंस गया है। इस मामले का विवाद तब शुरू हुआ जब एम्स के ही एक शिक्षक ने इसकी शिकायत शासन से की। इसके बाद कागजात खंगाले गए। उसमें पता चला कि स्क्रीनिंग कमेटी को बदला जा चुका है। इसके बाद रिजल्ट घोषित करने पर रोक लगा दी गई। कार्यकारी निदेशक प्रो. जीके पाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक आधार पर प्रक्रिया को रद किया गया है। एम्स प्रशासन अब फरवरी महीने के दूसरे व तीसरे सप्ताह में फिर से साक्षात्कार कराएगा।

इसलिए रद्द करनी पड़ी नियुक्तियां

एम्स की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष केजीएमयू लखनऊ के कुलपति थे। केजीएमयू के निवर्तमान कुलपति ब्रिगेडियर जनरल डॉ. बिपिन पुरी का कार्यकाल खत्म होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स के स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष को बदल दिया। मंत्रालय ने प्रयागराज स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को कमेटी की नई अध्यक्ष बनीं। मंत्रालय ने इस बदलाव को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया लेकिन इसकी कोई सूचना एम्स को नहीं भेजी थी। दूसरी तरफ एम्स प्रशासन ने पुरानी स्क्रीनिंग कमेटी से ही चयन व प्रमोशन के लिए साक्षात्कार करा लिया। अध्यक्ष के तौर पर केजीएमयू की वर्तमान कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद की मौजूदगी में हुए साक्षात्कार को रद्द कर दिया गया।

Ruchi Jha

Ruchi Jha

Senior Content Writer

पत्रकारिता क्षेत्र में मुझे लगभग 3 साल का अनुभव है, जिसमें मैंने बहुत कुछ सीखा है और अभी भी बहुत कुछ सीखना बाकी है। शुरुआत से ही बॉलीवुड जगत से मुझे बहुत लगाव था। लिखने और कहानी गढ़ने का शौक शुरु से ही था, जिसकी चाह में मैंने हिंदी पत्रकारिता और जनसंचार/मीडिया में पोस्ट ग्रेजुएशन और मास्टर्स डिप्लोमा हासिल किया। अब मैं अपने सपने को पूरा करने के लिए 'NewsTrack' के साथ जुड़ी हुई हूं, यहां मैं मनोरंजन जगत से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में लिखती हूं।

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