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Gorakhpur News: गोरखपुर के नक्षत्रशाला में लगेगा जर्मनी का प्रोजेक्टर, जीडीए ने निकाला ग्लोबल टेंडर

Gorakhpur News: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से तैयार किए गए 46.50 करोड़ रुपये के बजट को शासन ने प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति दे दी है।

Purnima Srivastava
Published on: 11 Feb 2025 9:22 PM IST
Gorakhpur News
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Gorakhpur News ( Pic- Social- Media)

Gorakhpur News: रामगढ़ताल क्षेत्र स्थित वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला में दुनिया के सबसे उच्च गुणवत्ता वाला थ्री डी प्रोजेक्टर लगाया जाएगा। इसके अलावा नक्षत्रशाला के सांउड सिस्टम से लेकर वहां लगी कुर्सियां और एसी तक सब कुछ बदलकर नई लगाई जाएंगी। इसे लेकर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से तैयार किए गए 46.50 करोड़ रुपये के बजट को शासन ने प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति दे दी है। वहीं प्राधिकरण ने, थ्री डी प्रोजेक्टर के लिए ग्लोबल और बाकी कार्यों के लिए स्थानीय स्तर पर टेंडर भी निकाल दिया है।

दो दशक पहले वर्ष 2005 में नक्षत्रशाला का लोकार्पण हुआ था। शुरूआत में इसके संचालन की जिम्मेदारी जीडीए को दी गई थी। लेकिन, तीन साल बाद वर्ष 2008 में इसके संचालन की जिम्मेदारी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद को सौंप दी गई। जब नक्षत्रशाला में शो की शुरुआत हुई तो उस समय के हिसाब से सभी उपकरण आधुनिक थे। लेकिन, अब ये प्रोजेक्टर पुराने हो गए हैं जिनकी गुणवत्ता पहले जैसी नहीं रह गई। जीडीए के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह के मुताबिक उच्च गुणवत्ता वाले विदेशी थ्रीडी तकनीक के प्रोजेक्टर से लोग खगोलीय घटनाओं को बेहद नजदीक से अनुभव कर सकेंगे। थिएटर को भी नए सिरे से सजाया जाएगा। उसमें लगी सभी 300 कुर्सियां भी बदली जाएंगी।

विश्व स्तरीय नक्षत्रशाला होगा

मुख्यमंत्री की पहल पर दिसंबर 2024 में जीडीए ने 47.1 करोड़ रुपये से इसके जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा था। प्रस्ताव के मुताबिक करीब 33 करोड़ की लागत से नई जर्मन थ्रीडी तकनीक के चार प्रोजेक्टर और शेष धनराशि से बाउंड्रीवाल ऊंची कराने, नए एसी, सोलर, फर्नीचर, साउंड सिस्टम आदि लगाया जाना शामिल था। जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन का कहना है कि नक्षत्रशाला में उच्च गुणवत्ता के उपकरण को लेकर ग्लोबल टेंडर जारी किया गया है। वहीं सिविल वर्क के लिए स्थानीय स्तर पर टेंडर जारी हुए हैं। रामगढ़ताल पर्यटन के बड़े केंद्र के तौर पर विकसित हो रहा है। ऐसे में नक्षत्रशाला को भी विश्व स्तरीय बनाया जा रहा है।



Shalini singh

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