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Gorakhpur News: पाबंदी के बाद गोरखपुर मंडल में फंसे 100 करोड़ से अधिक कीमत के हलाल उत्पाद, ऐसे हो रही घाटे की भरपाई
Gorakhpur News: गोरखपुर के मॉल, मेगा स्टोर से लेकर बड़ी दुकानों पर अभी भी बड़ी मात्रा में फ्रोजन चिकन, मटन, मोमो, टोमेटो सास, मसाला लेकर पैक्ड आइटम डंप है।
Gorakhpur News: यूपी सरकार द्वारा हलाल प्रमाणिक उत्पाद पर प्रतिबंध के बाद गोरखपुर मंडल में लाखों रुपये का माल बरामद हुआ है। हालांकि छापेमारी में जितना माल पकड़ा गया है, उससे कई गुना दुकानदारों के गोदामों में डंप पड़ा हुआ है। दुकानदार कंपनियों से इसकी वापसी की गुहार कर रहे हैं। लेकिन राहत नहीं मिल रही है। अनुमान है कि गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज में 100 करोड़ कीमत के हलाल उत्पाद कारोबारियों के गोदामों में फंस गए हैं। कारोबारी इन्हें स्टोर कर रहे हैं। छापेमारी की रफ्तार सुस्त होने के बाद इन्हें बेचने की योजना है।
गोरखपुर के मॉल, मेगा स्टोर से लेकर बड़ी दुकानों पर अभी भी बड़ी मात्रा में फ्रोजन चिकन, मटन, मोमो, टोमेटो सास, मसाला लेकर पैक्ड आइटम डंप है। इसी तरह हलाल सर्टिफाइड हेयर केयर, स्किन केयर, नेलपेंट, मेकअप किट, मेकअप ब्रश, परफ्यूम तक थोक और फुटकर कारोबारियों के पास डंप पड़ा है। गोलघर में मेगा स्टोर के प्रमुख का कहना है कि सरकार को कुछ समय देना चाहिए। आखिर ये प्रोडक्ट जीएसटी अदा कर लाए गए हैं। अब करोड़ों रुपये की बर्बादी होगी।
खाने-पीने वाले कई उत्पादों की एक्सपायरी बमुश्किल 30 से 40 दिन ही बची है। हिन्दी बाजार, आर्यनगर, असुरन, गोलघर, मोहद्दीपुर से लेकर मेडिकल रोड स्थित कई मॉल और मेगा स्टोर में बड़ी मात्रा में कास्मेटिक उत्पाद बचे हुए हैं। हिन्दी बाजार क्षेत्र में शाहमाहरुफ मार्केट के एक बड़े कारोबारी का कहना है कि 20 से अधिक थोक कारोबारियों के गोदाम पर 10 करोड़ से अधिक का माल डंप पड़ा हुआ है। कंपनियां माल वापस लेने को तैयार नहीं हैं।
चाकलेट से लेकर दाल पर भी हलाल मार्क
पिछले दिनों हुई छापेमारी में नूड्ल्स, चाकलेट, टाफी, पास्ता, उर्द दाल, चना दाल, मूंगदाल, मिक्स दाल, चिली पाउडर, राजमा, काबुली चना, ब्राउन सुगर, ब्लेक साल्ट आदि पर भी हलाल का मार्क मिला है। साहबगंज में करोड़ों रुपये का माल डंप होने की सूचना है। कई व्यापारी आजमगढ़, मऊ, डुमरियागंज आदि इलाकों के दुकानदारों की मांग पर हलाल प्रमाणिक उत्पाद मंगा रहे थे। साहबगंज के व्यापारी विकास गुप्ता का कहना है कि खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी के बाद पैक्ड आइटम पर नजर रख रहे हैं। कुछ सामान मिले हैं। जिन्हें काउंटर से हटा रहे हैं।
देवरिया में अलग तरीके का आदेश
देवरिया में खाद्य व औषधि विभाग के सहायक आयुक्त विनय कुमार सहाय ने बताया कि सरकार ने अभी किसी भी प्रकार हलाल प्रमाणित उत्पादों पर रोक लगा दी है। साथ ही 30 दिन के अंदर होलसेलर्स से बाजार से उत्पादों को मंगाने को कहा है। विदेश से आयातित हलाल प्रमाणित उत्पाद भी उत्तर प्रदेश के अंदर नहीं बेचे जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने केवल मीट और मीट उत्पादों पर हलाल प्रमाणित उत्पाद लिखने की अनुमति दी है। किसी भी अन्य उत्पाद पर हलाल प्रमाणित होने की बात नहीं लिखी जा सकेगी।