Gorakhpur News: जापान, ब्राजील से लेकर यूरोपियन इंजीनियरों की एक महीने की मेहनत, यूरिया प्लांट में प्रोडक्शन जल्द

Gorakhpur News: जापान, ब्राजील और यूरोप के इंजीनियरों के टीम के संयुक्त प्रयास से मशीन दोबारा चालू हो गई है। दीवाली के दिन यानी गुरुवार से नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।

Purnima Srivastava
Published on: 31 Oct 2024 2:44 AM GMT
Gorakhpur News: जापान, ब्राजील से लेकर यूरोपियन इंजीनियरों की एक महीने की मेहनत, यूरिया प्लांट में प्रोडक्शन जल्द
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Gorakhpur News (Pic- Social Media)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित हिन्दुस्तान उवर्रक रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) को लेकर अच्छी खबर है। जापान, ब्राजील और यूरोप के इंजीनियरों के टीम के संयुक्त प्रयास से मशीन दोबारा चालू हो गई है। दीवाली के दिन यानी गुरुवार से नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि प्लांट के टरबाइन और कंप्रेसर में दिक्कत के बाद पिछले 30 सितम्बर को उत्पादन ठप हो गया है।

नीम कोटेड यूरिया प्लांट के गैस टरबाइन और कंप्रेसर में आई खराबी से उत्पादन ठप हो गया था। जिसके बाद हैदराबाद के इंजीनियरों की टीम ने कम्प्रेसर के साथ ही टरबाइन को ठीक करने का प्रयास किया। मशीन जापान की है, ऐसे में वहां से इंजीनियरों की टीम को बुलाया गया। टीम के सहयोग में ब्राजील और यूरोपियन देशों के इंजीनियर भी प्लांट ठीक करने को पहुंचे। करीब एक महीने के लगातार काम के बाद मशीन की खराबी को दूर कर लिया गया है। प्रबंधन के मुताबिक, प्लांट को दोबारा चालू कर दिया गया है। मशीन सुचारू रूप से चल रही है। एचयूआरएल इकाई प्रमुख दीप्तेन राय का कहना है कि मेंटिनेंस को प्लांट रूटीन शटडाउन पर था। साथ ही गैस टरबाइन और कंप्रेसर में भी आई खराबी को ठीक कराया जा रहा था। 365 दिन में प्लांट को 330 दिन ही चलाया जाता है। जिसके बाद शटडाउन लिया जा सकता है। अब मशीन दोबारा चालू हो गई है। दीवाली के दिन से प्रोडक्शन दोबारा चालू होने की उम्मीद है। नुकसान को कवर कर लिया जाएगा। 2025 में अब शटडाउन नहीं लेना होगा।

रिकॉर्ड उत्पादन के बाद लिया था शट डाउन

एचयूआरएल के खाद कारखाने का शुभारंभ दिसम्बर 2021 में हुआ था। यूरिया का कमर्शियल उत्पादन अप्रैल और मई-2022 के बाद शुरू हुआ। उत्पादन शुरू होने के कुछ दिन बाद भी मशीन में खराबी से उत्पादन प्रभावित हुआ था। लेकिन मशीन पूरी क्षमता से चली तो उत्पादन का रिकॉर्ड भी टूट गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 में खाद कारखाने में 12.7 मिट्रिक टन यूरिया उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित था। पर प्लांट में कुल 13.5 मिट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन हुआ। यूनिट में स्थापना से अब तक 28 मिट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन हो चुका है।

Ragini Sinha

Ragini Sinha

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