Gorakhpur News: स्मार्ट फोन गायब हो तो इस पोर्टल पर दर्ज करें शिकायत, लोगों को मिल चुके हैं 1.25 लाख कीमत तक के फोन

Gorakhpur News: सरकार द्वारा हाल ही में पूरे भारत में सीआईआर पोर्टल को लांच किया गया है। जिसका लिंक www. ceir. gov. in है। अगर मोबाइल गायब हो तो फिर इस पर पंजीकरण किया जा सकता है।

Purnima Srivastava
Published on: 26 Aug 2024 2:26 AM GMT
Gorakhpur News
X

गोरखपुर पुलिस लाइन में गायब स्मार्ट फोन लौटाया गया (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: मोबाइल गायब होने पर लोग मोबाइल नंबर लॉक कराने भर से छुट्टी कर लेते हैं। लोग पुलिस के पचड़े में नहीं पड़ना चाहते हैं। लेकिन मोबाइल गुम होने पर एक पोर्टल आपके लिए अहम है। मोबाइल गुम होने पर डिटेल के साथ इस पोर्टल पर शिकायत करें। पुलिस मोबाइल को तलाशने में आपकी मदद करेगी। पिछले एक साल में गोरखपुर पुलिस एक करोड़ कीमत से अधिक के मोबाइल फोन बरामद कर लोगों को वापस कर चुकी है। जन्माष्टमी पर्व के पूर्व संध्या पर गोरखपुर पुलिस ने 267 लोगों के मोबाइल को खोज कर लौटाया। जिसकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक की थी। अपना मोबाइल पाकर लोगों की खुशियों का ठिकना नहीं रहा।

इस पोर्टल पर दर्ज करें शिकायत

दरअसल, भारत सरकार द्वारा हाल ही में पूरे भारत में सीआईआर पोर्टल को लांच किया गया है। जिसका लिंक www. ceir. gov. in है। अगर मोबाइल गायब हो तो फिर इस पर पंजीकरण किया जा सकता है। पंजीकरण होते ही मोबाइल ट्रैक का काम शुरू हो जाता है। गोरखपुर पुलिस सीईआईआर पोर्टल की मदद से अब तक 548 मोबाइल बरामद कर चुकी हैं। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि सीईआईआर की मदद से जिले के विभिन्न थानों से गायब मोबाइल फोन को पोर्टल पर सूचना प्राप्त हुई। थानों पर नियुक्त कम्प्यूटर ऑपरेटर ग्रेड ‘ए’ द्वारा उक्त पोर्टल पर प्राप्त डिटेल के आधार पर मोबाइल में प्रयोग किए गए सिम नंबरों का विवरण व लोकेशन लेकर पुलिस ने मोबाइल फोन बरामद किया है। अब तक पुलिस 548 मोबाइल फोन बरामद कर चुकी है, जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है।

दूसरे शहरों में प्रयोग हो रहे थे मोबाइल

गायब या चोरी हो चुके 268 मोबाइल फोन को बरामद कर पुलिस ने लोगों के चेहरे पर खुशी लौटा दिया। पुलिस लाइंस में अपना गायब मोबाइल फोन पाकर उनके चेहरे खिल गए। बरामद कई मोबाइल एक से सवाल लाख तक के भी थे। पुलिस के मुताबिक, ये मोबाइल गोरखपुर के साथ ही लखनऊ से लेकर पटना में प्रयोग हो रहे थे। मोबाइल का प्रयोग हो रहा था तो मोबाइल को तलाशा जा सका। लेकिन अब मोबाइल चोर औने पौने दाम पर रिपेयर करने वालों को बेच दे रहे हैं। जहां पार्ट्स की बिक्री कर मोटी कमाई हो रही है।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

Next Story