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Gorakhpur: दुकान पर पहुंचे रवि किशन अचानक बनाने लगे चाय, आखिर क्या संदेश देना चाहते हैं भाजपा सांसद?

Gorakhpur News: गोरखपुर लोकसभा से उम्मीदवार रवि किशन जनसंपर्क के दौरान एक चाय की दुकान पर पहुंच कर चाय बनाने लगे। राजनीतिक गलियारों में उनके इस कदम के अलग अलग मतलब निकाले जा रहे हैं।

Purnima Srivastava
Published on: 2 April 2024 7:58 PM IST
चाय बनाते रवि किशन।
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चाय बनाते रवि किशन। (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने रवि किशन को दोबारा टिकट दिया है। रवि किशन इस समय गांव-गांव जनसंपर्क कर रहे हैं। मंगलवार को जनसंपर्क के दौरान एक चाय की दुकान पर पहुंच गए। वह चाय बनाने लगे। लोगों से संवाद कायम करने की इस अदा के बाद लोग सेल्फी लेने लगे। लेकिन पूरा मामला जातिगत वोटबैंक का दिखता है।

सांसद ने खुद बनाई चाय

जनसंपर्क के दौरान सदर सांसद रवि किशन शुक्ला अचानक वो खीरवनिया चौराहे पर स्थित निषाद स्वीट हाउस पहुंच गए। दुकान ने कहा- भैया चाय पी लीजिए, तो रवि किशन ने कहा मैं खुद चाय बनाऊंगा। इसके बाद सांसद खुद चाय बनाने लगे। यह देख आस पास के लोग हैरान रह गए। सांसद रवि किशन ने कहा कि जनता की सेवा सर्वोपरि है। मैं जनता का सेवक हूं। गोरखपुर की जनता ने मुझे हमेशा प्यार दिया है और आगे भी मिलेगा। जैसे कोई परिवार और घर में चाय बनाता है वैसे ही मैं अपने गोरखपुरवासियों के बीच में यह कर रहा हूं। यह मेरा परिवार है।


योगी और मोदी की नीतियों को सराहा

सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहा कि आज देश और प्रदेश की तस्वीर बदल रही है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। इन दोनों नेताओं की योजनाओं को उठाकर देख लीजिए आज एक दर्जन से अधिक योजनाएं गांव और गरीबों के लिए संचालित हो रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था का हाल यह है कि हर कोई खुश दिख रहा है। किसी को किसी से कोई डर नहीं है, अपराधी प्रदेश छोडक़र गायब हैं यह जेल में अपनी जमानत रद्द कराकर बैठे हैं। उनको बाहर आने से डर लगा रहा है। सांसद ने कहा कि हमारे देश के बारे में कहा जाता है कि भारत गांवों का देश है और इसकी आत्मा गांवों में ही बसती है। यहां रहने वाले 80 प्रतिशत लोग गांवों में बसते हैं। इन लोगों को देश के दो राजकुमार जो चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए और इटली-आस्ट्रेलिया में पढ़ाई की वह देश के लोगों को हाल क्या जानेंगे। जिसने गरीबी देखी है वही गरीबों का दर्द समझ सकता है।

निषाद वोट बैंक की चिंता

सांसद रवि किशन को इन दिनों निषाद वोट की चिंता सता रही है। लोकसभा क्षेत्र में निषादों की बड़ी संख्या है। इसी को देखते हुए सपा ने काजल निषाद को मैदान में उतारा है। यहां यह जानना भी जरूरी है कि पिछले तीन दशक में सपा सिर्फ एक बार उपचुनाव में जीती है। जब प्रवीण निषाद ने सपा के टिकट भाजपा के उपेन्द्र दत्त शुक्ला को हराया था। तब यह सीट योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी।



Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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