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Gorakhpur News: सपा प्रत्याशी काजल के चुनाव लड़ने को लेकर अटकलें, पार्टी बदल सकती है चेहरा
Gorakhpur News: गोरखपुर लोकसभा सीट से टिकट कटने की स्थिति में गोरखपुर ग्रामीण से पूर्व विधायक विजय यादव के नाम की चर्चा होने लगी है। विजय यादव काजल की घोषणा से पहले खुद को दावेदार मानकर प्रचार भी कर रहे थे।
Gorakhpur News: वीआईपी गोरखपुर लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन से सपा प्रत्याशी काजल निषाद की हालत अभी चिंताजनक बनी हुई है। उन्हें लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल के हृदय रोग विभाग के आईसीयू में भर्ती रखा गया है। सोमवार की शाम को काजल निषाद को होश आ गया। लेकिन, कार्यकर्ताओं से लेकर आम लोगों के बीच कई सवाल चर्चा में हैं। क्या काजल निषाद की तबीयत को देखते हुए सपा गोरखपुर में रवि किशन के मुकाबले किसी और को टिकट दे सकती है? क्या काजल को बीमारी की सहानुभूति मिलेगी ? यदि काजल का टिकट कटता है तो कौन हो सकता है विकल्प?
गोरखपुर से सपा की घोषित उम्मीदवार काजल निषाद को रविवार को हार्ट अटैक आ गया था। जिसके बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल को रेफर कर दिया गया है। मेदांता में डॉक्टरों की टीम कर रही निगरानी सोमवार भोर में करीब 3 बजे काजल को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान वह अचेत हालत में थीं। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ दिलीप दुबे की टीम उनका इलाज कर रही है। अस्पताल पहुंचे समर्थकों को मेदांता अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी आलोक खन्ना ने मेडिकल अपडेट दिया। बताया कि कुछ जांचों की रिपोर्ट मिलने के बाद ही तस्वीर साफ होगी। मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि अब हालत स्थिर है। पति संजय निषाद ने बताया कि गोरखपुर में निजी अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को दो बार हार्ट अटैक आया था। इसी से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उन्हें आनन-फानन में लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
गोरखपुर में निषाद ही दे सकता है भाजपा टक्कर
काजल निषाद के टिकट को लेकर भले ही अटकलें लग रही हों लेकिन हकीकत यह है कि गोरखपुर में भाजपा को निषाद जाति के प्रत्याशी से ही कड़ी टक्कर मिली है। वर्ष 2018 में हुए उपचुनाव में सपा ने प्रवीण निषाद को उतारकर भाजपा के उपेन्द्र दत्त शुक्ला को पटखनी दी थी। वहीं इसके पहले वर्ष 1999 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे योगी आदित्यनाथ को सपा के जमुना निषाद से कड़ी टक्कर मिली थी। तब योगी आदित्यनाथ कड़े मुकाबले में बमुश्किल 7000 वोटों से जीते थे।
विजय यादव के नाम की होने लगी चर्चा
गोरखपुर लोकसभा सीट से टिकट कटने की स्थिति में गोरखपुर ग्रामीण से पूर्व विधायक विजय यादव के नाम की चर्चा होने लगी है। विजय यादव काजल की घोषणा से पहले खुद को दावेदार मानकर प्रचार भी कर रहे थे। राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि यदि विजय यादव मैदान में उतरते हैं तो निषाद वोटरों का भाजपा की तरफ शिफ्ट होने का खतरा बना रहेगा। ऐसे में सपा को मुस्लिम और यादव के साथ कुछ पिछड़ी जातियों के वोटरों और भाजपा से नाराज वोटरों के भरोसे ही लड़ाई करनी होगी।