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Gorakhpur Mahotsav 2025: गोरखपुर महोत्सव में पांच विभूतियों को सीएम के हाथों मिलेगा ‘गोरखपुर रत्न’ सम्मान
Gorakhpur Latest News: गोरखपुर महोत्सव में शामिल होने के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को दोपहर में स्वामी विवेकानंद की जयंती ‘युवा दिवस’ के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सुभाष चंद्र बोस नगर में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
Gorakhpur News in Hindi: 10 से 16 जनवरी तक आयोजित गोरखपुर महोत्सव-2025 में रविवार (12 जनवरी) को अपराह्न होने वाले औपचारिक समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। चम्पा देवी पार्क में गोरखपुर महोत्सव के मंच से सीएम योगी खेल, कला, चिकित्सा, विज्ञान और कृषि के क्षेत्र में अपने योगदान से गोरखपुर का मान बढ़ाने वाली पांच विभूतियों/प्रतिभाओं को ‘गोरखपुर रत्न’ से सम्मानित करेंगे।
गोरखपुर महोत्सव में शामिल होने के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को दोपहर में स्वामी विवेकानंद की जयंती ‘युवा दिवस’ के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सुभाष चंद्र बोस नगर में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इस अवसर पर सीएम योगी विद्यालय के पुरातन छात्रों के सम्मेलन को भी बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करेंगे। गोरखपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री रविवार को ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस नगर कॉलोनी में नगर निगम द्वारा भारत रत्न नानाजी देशमुख के नाम पर विकसित किए जाने वाले पार्क के निर्माण कार्य का भी शिलान्यास करेंगे। इस पार्क में नानाजी देशमुख की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
सर्द रात में जुबिन के गीतों पर झूमा गोरखपुर
रामगढ़झील किनारे चंपा देवी पार्क में सर्द रात में बॉलीवुड के मशहूर सिंगर जुबिन नौटियाल के सुरों का जादू खूब चला। एक के बाद एक शानदार प्रस्तुतियों से नौटियाल ने लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। जुबिन ने गोरखपुर महोत्सव में बालीवुड नाइट का शुभारंभ ‘बहुत आईं-गईं यादें, मगर इस बार तुम्ही आना’ गीत के साथ की। जिसका श्रोताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद एक के बाद एक हिट गीत छेड़कर जुबिन ने धमाल मचा दिया और गोरखपुर के लोगों का दिल जीत लिया। ‘मैं जिस दिन भुला दूं’ और ‘गजब का है दिन’ गीत से उन्होंने सुर छेड़ने के सिलसिले को आगे बढ़ाया तो महफिल में रंग आने में देर नहीं लगी।
श्रोताओं का साथ मिला तो जुबिन भी पूरे रौ में आ गए और एक के बाद अपने सुरीले और हिट गीतों को सुनाने लगे। बारी-बारी से ‘एक मुलाकात हो, तुम मेरे पास हो’ और ‘मैं तेरे काबिल हूं या तेरे काबिल नहीं’ सुनाकर तो उन्होंने श्रोताओं को जोश को दोगुना कर दिया। जुबिन ने जब ‘कल आशिकी में गम मिल गया' गीत सुनाया तो श्रोता हाथ उठाकर सुर से सुर मिलाने लगे। फिर तो वह पंजाबी गीत सुनाने लगे और नृत्य का माहौल बनाने लगे। यह क्रम तबतक चलता रहा, जबतक महोत्सव का मंच जुबिन के गीतों से सजा रहा।