Gorakhpur News: बाजार चाइनीज लहसुन के चक्कर में फंस गए मंडी इंस्पेक्टर, लग गए पीछे सारे कारोबारी

Gorakhpur News: गोरखपुर में महेवा मंडी के लहसुन कारोबारियों द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट से लेकर मंडी समिति के सचिव को चाइनीज लहसुन की बिक्री के बाबत ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद मंडी समिति के सचिव ने दो मंडी इस्पेक्टरों को चाइनीज लहसुन की बिक्री को लेकर सर्वे करने का निर्देश दिया है।

Purnima Srivastava
Published on: 13 Sep 2024 4:04 PM GMT
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Gorakhpur News (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में महेवा मंडी के लहसुन कारोबारियों द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट से लेकर मंडी समिति के सचिव को चाइनीज लहसुन की बिक्री के बाबत ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद मंडी समिति के सचिव ने दो मंडी इस्पेक्टरों को चाइनीज लहसुन की बिक्री को लेकर सर्वे करने का निर्देश दिया है। दोनों इंस्पेटर महेवा से लेकर साहबगंज मंडी तक घूम रहे हैं, लेकिन चार दिन में उन्हें एक किलो भी चाइनीज लहसुन नहीं मिला। अब इंस्पेक्टर बता रहे हैं कि चाइनीज लहसुन पहचान क्या है, उन्हें नहीं मालूम। हालांकि 12 सितम्बर को मंडी समिति के इंस्पेक्टर और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने 40 किलो लहसुन सैंपल के लिए जब्त कर दिया। लेकिन कारोबारी कह रहे हैं, अधिकारी भारतीय लहसुन को ही चाइनीज बता रहे हैं।

मंडी सचिव प्रवीण कुमार अवस्थी ने मंडी इंस्पेक्टर पवन कुमार और लाल बहादुर को चाइनीज लहसुन की बिक्री को लेकर बाजार का सर्वे करने का निर्देश दिया है। चार दिन से दोनों इंस्पेक्टर महेवा, साहबगंज से लेकर अन्य प्रमुख बाजार में चाइनीज लहसुन की तलाश कर रहे हैं। शुक्रवार को दोनों इंस्पेक्टरों ने सचिव के सामने दलील रखी की उन्हें चाइनीज लहसुन की पहचान नहीं है। लहसुन की जहां थोक बिक्री हो रही है, खरीद बिक्री को लेकर कागज ठीक मिला है। मंडी सचिव अब चाइनीज लहसुन को लेकर कस्टम विभाग और खाद्य विभाग को पत्र लिखने की तैयारी की है।

मंडी सचिव प्रवीण कुमार अवस्थी का कहना है कि मंडी में हमारी जिम्मेदारी यह है कि मंडी टैक्स की चोरी कर किसी सामान की बिक्री नहीं हो। लहसुन कारोबारियों के प्रपत्रों की जांच में सबकुछ ठीक मिला। प्रपत्र नहीं मिलता तो हमें लागत का दस गुना जुर्माना लगाने का अधिकार है। चाइनीज लहसुन की पहचान को लेकर हमारे पास कोई विशेषज्ञता नहीं है। ऐसे में लहसुन बिक्री के मामले को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग और कस्टम को पत्र लिखा जा रहा है।

दो टन से अधिक चाइनीज लहसुन पकड़ चुका है कस्टम विभाग

नेपाल के रास्ते बड़ी मात्रा में चाइनीज लहसुन गोरखपुर और आसपास के जिलों में बिक्री के लिए पहुंच रहा है। इसकी तस्दीक कस्टम विभाग और एसएसबी की बरामदगी से हो रही है। गोरखपुर कस्टम की टीम पिछले 20 दिनों में चार ट्रक चाइनीज लहसुन पकड़ा है। करीब दो टन लहसुन विभाग ने जब्त किया है। विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि महराजगंज के निचलौल और झुलनीपुर बॉर्डर से बड़े पैमाने पर चाइनीज लहसुन की तस्करी हो रही है।

प्रतिबंधित है चाइनीज लहसुन

चाइनीज लहसुन पर 2014 से ही प्रतिबंध है। खाने-पीने की वस्तुओं का आयात तभी हो सकता है जब कस्टम विभाग के प्लांट कोरंटीन इसे खाने योग्य बताता है। पिछले दिनों पकड़े गए चाइनीज लहसुन को भी सोनौली स्थित प्लांट कोरंटीन के लैब में सैंपलिंग के लिए भेजा गया था। जहां इसे खाने योग्य नहीं माना गया था।

Durgesh Sharma

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