TRENDING TAGS :
Gorakhpur News: एमजीयूजी यूनिवर्सिटी छात्र संसद चुनाव, दीनदयाल अध्यक्ष, समीक्षा महामंत्री
Gorakhpur News: चुनाव प्रक्रिया विश्वविद्यालय के आईटी विभाग के सहयोग से पूरी हुई। छात्र संसद के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बधाई दी है।
Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में शनिवार शाम छह बजे से रात दस बजे तक ऑनलाइन हुए छात्र संसद के चुनाव नतीजे आ गए हैं। दीनदयाल गुप्ता को अध्यक्ष, सृष्टि यादव को उपाध्यक्ष, समीक्षा कुमारी को महामंत्री और अनामिका पांडेय को पुस्तकालय मंत्री चुना गया है। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ऐसा पहला विश्वविद्यालय बन गया है जहां स्वनिर्मित सॉफ्टवेयर से छात्र संसद का ऑनलाइन चुनाव कराया गया है। voting.mgug.ac.in नामक यह सॉफ्टवेयर देश में शिक्षण संस्थानों के छात्र संसद चुनाव के लिए बनाया गया पहला सॉफ्टवेयर है। गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन पढ़ाई के साथ छात्र संसद चुनाव कराकर एक नजीर पेश की है। शनिवार शाम छह बजे से रात दस बजे तक हुए ऑनलाइन मतदान के बाद परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विमल कुमार दूबे ने बताया कि छात्र संसद के चुनाव में कुल 743 छात्र-छात्राओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अध्यक्ष पद पर दीनदयाल गुप्ता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अनिकेत मल्ल को 104 मतों के अंतर से पराजित किया। उपाध्यक्ष पद पर सृष्टि यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आर्यन यादव से 87 मत अधिक प्राप्त किया और निर्वाचित हुईं। महामंत्री पद पर समीक्षा कुमारी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुंदरी को 32 मतों से पराजित किया। पुस्तकालय मंत्री पद पर अनामिका पांडेय विजयी रहीं। अदिति वर्मा को 180 मतों से पराजित किया। चुनाव प्रक्रिया विश्वविद्यालय के आईटी विभाग के सहयोग से पूरी हुई। छात्र संसद के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बधाई दी है। इसके पहले इसी विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित सॉफ्टवेयर से छात्र संघ का ऑनलाइन चुनाव विश्वविद्यालय की मातृ संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा संचालित महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूसढ़ में कुछ दिनों पूर्व हुआ था।
लोकतांत्रिक मूल्यों को चैतन्य करेगा छात्र संसद
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि विश्वविद्यालय के समस्त सृजनात्मक क्षमताओं के विकास के साथ शैक्षणिक वातावरण, अनुशासन एवं परिसर संस्कृति में छात्रों की उपयोगिता सिद्ध करने के लिए पारंपरिक छात्रसंघ की बजाय छात्र संसद की अवधारणा विकसित की गई है। यह छात्र संसद चुनाव विशुद्ध योग्यतम छात्र को लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति चैतन्य करने का है।