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Goarkhpur News: घर में शौचालय ‘छिपा’ दूसरे के लिए कर रहे आवेदन, सर्वे में खुल रही पोल

Goarkhpur News: इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक करीब 5.31 लाख लाेगों ने व्यक्तिगत शौचालय के लिए आवेदन किया है। इनमें से आधे से अधिक आवेदकों ने दोबारा शौचालय की मांग की है या फिर दूसरे भाई, पत्नी के नाम से आवेदन किया है।

Purnima Srivastava
Published on: 7 Feb 2025 10:21 PM IST
Goarkhpur News
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 Goarkhpur News ( Pic- Social- Media)

Gorakhpur News: गोरखपुर मंडल में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक करीब 5.31 लाख लाेगों ने व्यक्तिगत शौचालय के लिए आवेदन किया है। इनमें से आधे से अधिक आवेदकों ने दोबारा शौचालय की मांग की है या फिर दूसरे भाई, पत्नी के नाम से आवेदन किया है। यही वजह है कि सत्यापन में करीब 55 प्रतिशत आवेदनों को पंचायतीराज विभाग ने निरस्त कर दिया है। ज्यादातर आवेदनों के निरस्त होने की वजह दोबारा आवेदन ही सामने आ रहा है। गोरखपुर में सर्वाधिक 72 हजार आवेदन निरस्त हुए हैं।

विभाग का कहना है कि समय-समय पर बहुत से परिवार अलग हो रहे हैं। ऐसे में यदि परिवार का कोई सदस्य दूसरी जगह आवास बनवाकर रह रहा है तो उसे भी शौचालय उपलब्ध कराया जाएगा। यदि एक ही परिवार में बंटवारे के बाद दो जगह चूल्हा जल रहा है तो भी उन्हें पात्र मान लिया जाएगा। लेकिन बिना बंटवारे के भी कई लोग एक बार शौचालय का लाभ पाने के बाद भी दोबारा आवेदन कर दे रहे हैं। कई ऐसे हैं जिनके नाम से यदि शौचालय का लाभ मिल चुका है तो वे अपनी पत्नी या बेटे के नाम आवेदन कर दे रहे, जिसकी वजह से उन्हें अपात्र मानते हुए उनके आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं।

पंचायत राज विभाग से मिले आंकड़ाें के मुताबिक इस वर्ष शुक्रवार की सुबह तक मंडल में गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज जिले में कुल 5 लाख 31 हजार 678 आवेदन आए। इनमें से एक लाख 99 हजार 698 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं तो 2 लाख 64 हजार 598 आवेदन निरस्त किए गए हैं। वहीं 67 हजार 382 आवेदन लंबित हैं। सत्यापन स्तर पर लंबित आवेदनों में गोरखपुर में 14,664, देवरिया में 22,606, कुशीनगर में 11,562 और महराजगंज में 18,550 आवेदन शामिल हैं। पंचायती राज विभाग के उप निदेशक हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि शौचालयों के आने वाले आवेदनों के सत्यापन आदि का कार्य तेजी से निस्तारित किया जा रहा है। शासन की मंशा के अनुरूप विभाग की यह पूरी कोशिश है कि कोई भी पात्र न छूटे। यही वजह है कि योजना की प्रगति की नियमित निगरानी की जा रही है। एक ही घर में बिना बंटवारे के ही दोबारा शौचालय के लिए आवेदन कर दिए जा रहे हैं। पुरूष लाभार्थी है तो वह अपनी पत्नी के नाम से आवेदन कर दे रहा है। निरस्त होने वाले आवेदनों में ज्यादातर की वजह यही है। अभी भी लोग शौचालय के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि कोई अपने परिवार से अलग हो गया है तो वह भी आवेदन कर सकता है।

जिला आवेदन आए स्वीकृत हुए निरस्त हुए लंबित

गोरखपुर 147361 60163 72534 14664

देवरिया 109889 42358 44925 22606

कुशीनगर 128662 57944 59156 11562

महराजगंज 145766 39233 87983 18550

कुल 531678 199698 264598 67382



Shalini Rai

Shalini Rai

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