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Gorakhpur News: अब गेंहू-चावल में नहीं हो सकेगी घटतौली, इस व्यवस्था से कोटेदारों पर लगी लगाम

Gorakhpur News: गोरखपुर जिले में कोटे की 1868 दुकानों पर वेइंग और ई-पास मशीनें लग गई हैं। ऐसे कोटेदार परेशान हैं।

Purnima Srivastava
Published on: 14 Feb 2024 10:49 AM IST
e-pass machines Gorakhpur
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e-pass machines Gorakhpur  (photo: social media )

Gorakhpur News: सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों पर अब घटतौली नहीं हो सकेगी। अब गरीबों को उनके हिस्से का गेंहू और चावल पूरा मिलेगा। घटतौली रोकने के लिए वेइंग के साथ ई-पास मशीनें कनेक्ट हो रहीं हैं। गोरखपुर जिले में कोटे की 1868 दुकानों पर वेइंग और ई-पास मशीनें लग गई हैं। ऐसे कोटेदार परेशान हैं। वे नए जुगाड़ से कमाई बढ़ाने की फिराक में हैं।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली को लेकर प्रशासन की तरफ से पारदर्शिता को लेकर दावे किये जा रहे हैं। राशन की दुकानों पर घटतौली रोकने के लिए इलेक्ट्रानिक तराजू को ई-पास मशीन से कनेक्ट कर राशन वितरण किया जा रहा है। जिले में कोटे की 1868 ई-पास मशीनें और बेइंग मशीनें लग गई हैं। जिला पूर्ति अधिकारी रामेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि ट्रेनिंग कराकर सभी दुकानों पर इलेक्ट्रानिक तराजू के साथ ई-पास मशीनें मुहैया करा दी गईं हैं। इससे घटतौली की शिकायत पूरी तरह दूर हो जाएगी।

छह साल बाद नई व्यवस्था

ई-पास मशीन से राशन की निकासी के छह साल पूरे होने के बाद फरवरी से नई व्यवस्था लागू हुई है। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की 1868 दुकानों पर ई-पास मशीन को इलेक्ट्रानिक तराजू से कनेक्ट किया गया है। ई-पास मशीन पर दर्ज राशन के वजन और इलेक्ट्रानिक तराजू से मेल के बाद भी खाद्यान्न निकासी फाइनल मानी जाएगी। विभागीय जिम्मेदारों का दावा है कि ई-पास मशीन पर दर्ज राशन के वजन और इलेक्ट्रानिक तराजू में मेल से न सिर्फ खाद्यान्न निकासी की मात्रा पर निगरानी होगी, बल्कि फर्जी लाभार्थियों के नाम पर निकासी पर भी प्रभावी अंकुश लगेगा। ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष राघवेन्द्र मणि त्रिपाठी का कहना है कि सरकार पारदर्शिता का इंतजाम कर रही है, इसका स्वागत है। लेकिन सरकार को देश के अन्य राज्यों के बाराबर कोटेदारों का कमीशन भी करना चाहिए। यूपी में प्रति कुंतल 90 रुपये कमीशन मिल रहा है। वहीं देश के अन्य राज्यों में 200 रुपये प्रति कुंतल तक कमीशन है।



Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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